दुर्ग

ज्ञानगंगा ओम मूर्ति माला केन्द्र बना धार्मिक आस्था का प्रमुख केन्द्र
16-Aug-2025 3:30 PM
ज्ञानगंगा ओम मूर्ति माला केन्द्र बना धार्मिक आस्था का प्रमुख केन्द्र

संगमरमर की आकर्षक मूर्तियों की खास मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

दुर्ग, 16 अगस्त। दुर्ग शहर के स्टेशन रोड स्थित उजाला भवन में संचालित ज्ञानगंगा ओम मूर्ति माला केन्द्र आज धार्मिक आस्था रखने वालों के लिए एक प्रमुख स्थल बन चुका है। यह केन्द्र न केवल भगवान की विभिन्न आकर्षक संगमरमर की मूर्तियों के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां पूजन सामग्री, धार्मिक वस्त्र, रत्न-मालाएं, रूद्राक्ष एवं धार्मिक साहित्य भी एक ही छत के नीचे उपलब्ध है।

केन्द्र के संचालक दिशांत उजाला ने बताया कि यहां छोटी से लेकर विशाल मूर्तियों तक की स्थानीय निर्मित प्रतिमाएं बनाई जाती हैं, जिन्हें स्थानीय कारीगरों द्वारा हाथों से गढ़ा जाता है। यही वजह है कि यह केन्द्र न केवल दुर्ग-भिलाई, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से भी मूर्ति प्रेमियों और श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है। सभी देवी-देवताओं की संगमरमर एवं अन्य धातुओं की मूर्तियां, भगवान के वस्त्र, श्रृंगार सामग्री व पूजन सामग्री, शिलालेख निर्माण की सुविधा (लोकार्पण हेतु),प्रमाणित राशि रत्न, रूद्राक्ष व पूजा के लिए विशेष माला,धार्मिक पुस्तकों और साहित्य का संग्रह,जन्म से लेकर मोक्ष तक की सभी धार्मिक आवश्यकताओं की पूर्ति यहां की जाती है।

 

बढ़ती लोकप्रियता

यह केन्द्र अब केवल मूर्ति विक्रय का ही स्थान नहीं रहा, बल्कि धार्मिक संस्कारों और परंपराओं के प्रति गहरी आस्था रखने वालों के लिए एक सांस्कृतिक केंद्र बन चुका है। दिशांत उजाला ने बताया कि ग्राहकों की संतुष्टि और विश्वास ही उनकी सबसे बड़ी पूंजी है, और वे इसे लगातार सेवा के माध्यम से निभाते आ रहे हैं। ज्ञानगंगा ओम मूर्ति माला केन्द्र के प्रति बढ़ती श्रद्धा और ग्राहक विश्वास इसे दुर्ग जिले में ही नहीं, पूरे प्रदेश में एक विश्वसनीय नाम बना रहा है।


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