दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भिलाई नगर, 26 जुलाई। साहू मित्र सभा सुपेला भिलाई के सभागार में 24 जुलाई को अपराह्न 3 बजे से साहित्य प्रकोष्ठ के तत्वावधान में पुस्तक विमोचन, वृक्षारोपण और काव्य गोष्ठी आयोजित की गई। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में डॉ. दीनदयाल साहू की कृति छत्तीसगढ़ी व्यंग्य संग्रह कलंकपुर के कलंक का विमोचन किया गया।
ज्ञात हो कि डॉ. दीनदयाल साहू की अब तक छत्तीसगढ़ी और हिन्दी में विभिन्न विधाओं में 18 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। राष्ट्रीय स्तर की पत्र पत्रिकाओं में आपकी लेखनी प्रकाशित होती रहती हैं।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विनोद साव राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त व्यंग्यकार उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता साहू मित्र सभा भिलाई के अध्यक्ष खेद राम साहू ने की। विशेष अतिथि के रूप में डॉ. वेदवती मंडावी साहित्यकार व प्रांतीय अध्यक्ष प्रगति महिला गोंडवाना समाज, डॉ. डी पी देशमुख संपादक कला परम्परा और यू ट्यूब चैनल अंगना के गोठ भिलाई, डॉ. ऋचा ठाकुर प्राचार्य शासकीय नवीन संगीत महाविद्यालय दुर्ग, मणि मेखला शुक्ला प्राध्यापक राजनीति विज्ञान, और डॉ. शबाना कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय ने अपनी सहभागिता दी भिलाई।
कार्यक्रम के दौरान समस्त अतिथियों ने कलंकपुर के कलंक पर विस्तार से अपनी बात रखी। इस व्यंग्य संग्रह के माध्यम से सामाजिक परिप्रेक्ष्य में जो संदेश देने का प्रयास किया गया है उसे चित्रित किया गया, साथ ही व्यंग्य विधा की समाज में भूमिका के बारे में भी जानकारी दी गई। छत्तीसगढ़ी में व्यंग्य विधा की समृद्ध परम्परा की तरह लेखक अपनी कलम चला रहे हैं उसे भी जन समक्ष रखा गया।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में काव्य गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमे अंचल के कवियों द्वारा सावन और हरेली पर्व पर काव्य पाठ की गई।
कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति देने वाले कवियों में डॉ नीलकंठ देवांगन, फकीर राम साहू, के पी साहू, इस्माइल आजाद, टेकचंद साहू, डालेश्वरी साहू, ओमप्रकाश जायसवाल, हेमलाल साहू निर्मोही, श्रद्धा वर्मा, रियाज खान गौहर, डा नौशाद सिद्दीकी, डॉ राघवेन्द्र राज, उमाशंकर क्रोधी, जितेन्द्र वर्मा वैद्य, रामकुमार वर्मा, इंद्रजीत दादर, श्रीमती रूही साहू, सिद्धार्थ साव, हर्ष देव साहू, गजेन्द्र द्विवेदी गिरीश, सोनी त्रिपाठी, दिनेश हिरवानी, गजेन्द्र गंजीर, बद्री प्रसाद पारकर, अरुण साहू, भागवत निषाद, उन्मेष साहू, नोमिन साहू, योगेन्द्र दास, बेगन लाल , दिलेश्वरी साहू के अलावा सामाजिक कार्यकर्ता, साहित्यिक प्रेमी जन, अंचल के साहित्यकार तथा विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जागृति सार्वा और आभार प्रदर्शन लालजी साहू ने किया।