दुर्ग

दुर्ग, 19 जुलाई। जिला पंचायत सदस्यों ने पंचायत राज व्यवस्था के कामकाज को समझा। जिले के नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों को 3 दिनों तक इस संबंध में प्रशिक्षण दिया गया। इसमें उन्हें पंचायत राज व्यवस्था के कामकाज संचालन को लेकर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। जिला संसाधन केन्द्र अंजोरा दुर्ग में 16, 17 एवं 18 जुलाई तक जिला पंचायत सदस्यों के लिए आवासीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है। जिसमें जिले के नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान प्रथम दिवस पंचायत राज अधिनियम 1993 के प्रावधानों के अनुसार नवनिर्वाचित जिला पंचायत के सदस्यों को पंचायत राज व्यवस्था के कामकाज संचालन के बारे में प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें जिला पंचायत सदस्यों ने वृहद रूप से प्रशिक्षण प्राप्त किया।
प्रशिक्षक के रूप में बीके शर्मा सेवानिवृत सहायक परियोजना अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग द्वारा इन्हें 73वां संविधान संशोधन पंचायत राज अधिनियम 1993 की आवश्यकता विशेषता, पंचायत अधिनियम 1994 छत्तीसगढ़ की विशेषता, ग्राम सभा के महत्व एवं आवश्यकता जिला पंचायत के कृत्य अधिकार, जिला पंचायत के बैठक तथा काम काज संचालन, नियम धारा 44 पर प्रशिक्षण के दौरान विस्तार से जानकारी दी गई। सदस्यों से चर्चा के दौरान उनके शंकाओं एवं समस्याओं का भी समाधान किया गया। इस दौरान सदस्यों ने पंचायती राज व्यवस्था से जुड़े विभिन्न विषयों पर प्रश्न पूछे इसी प्रकार हरि परमार एवं सुश्री प्रभा ध्रुव संकाय सदास्यों ने व्यवस्था पर जानकारी दी। प्रशिक्षण में नवनियुक्त जिला पंचायत सदस्य दानेश्वर साहू, उषा सोनवानी, जितेन्द्र यादव, प्रिया साहू, आशा मिश्रा, श्रद्धा साहू, नीलम चंद्राकर, नोमिन ठाकुर उपस्थित रहे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन राज्य शासन के निर्देशानुसार मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दुर्ग के मार्ग निर्देशन में किया गया।