दुर्ग

बैठे धरने पर विरोध में जलाई बिजली बिल की प्रतियां
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 18 जुलाई। बिजली बिल में बेतहाशा वृद्धि एवं प्रदेश भर में हो रही अघोषित बिजली कटौती के विरोध में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश के सभी जिलों में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है ।
इसी कड़ी में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा एवं अहिवारा विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला कांग्रेस कमेटी दुर्ग ग्रामीण अध्यक्ष राकेश ठाकुर के नेतृत्व में विद्युत वितरण केंद्र उतई एवं ननकट्टी में धरणा प्रदर्शन किया। कांग्रेस कार्यकर्ता अघोषित बिजली कटौती एवं बिल में वृद्धि के विरोध में उतई बिजली कार्यालय का घेराव करने पहुंचे थे। जहां पर आक्रोशित कार्यकर्ता कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया। इसी तरह ननकट्टी विद्युत वितरण केंद्र में भी बिजली कार्यालय का घेराव किया गया एवं बिजली बिल में बढ़ोत्तरी वापस लेने ज्ञापन सौंपा गया।
श्री ठाकुर ने राज्य सरकार द्वारा बिजली बिल में बेतहाशा वृद्धि के विरोध में बिजली दफ्तर के सामने बिजली बिल कि प्रतियां जलाकर विरोध किया। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के गलत नीतियों के चलते राज्य में विद्युत आपूर्ति सरप्लस होने के बावजूद विद्युत दर में बेतहाशा वृद्धि की गई है तथा प्रदेश भर में बार बार हो रही अघोषित विद्युत कटौती से प्रदेश की आमजनता एवं किसान परेशान हैं। विद्युत दरों में हुईं बेतहाशा बढ़ोत्तरी व अघोषित विद्युत कटौती को लेकर पूरे प्रदेश भर मे धरना प्रदर्शन किया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जनविरोधी फैसले ले रही है। अपने डेढ़ साल के कार्यकाल में चार बार बिजली की दरें बढ़ा चुकी है। कांग्रेस सरकार ने बिजली बिल हाफ योजना के तहत लोगों को सब्सिडी दी थी। जिसे भाजपा साजिश कर डबल करने में लगे है। श्री ठाकुर ने कहा स्मार्ट मीटर के नाम पर आमजनता की जेब में डाका डाला जा रहा है। पहले जिनके घरों में 2 से 3 सौ रुपए का बिल आता था आज उनको 1 हजार तक बिजली बिल जमा करना पड़ रहा है। राज्य सरकार बिजली की दरों में बेतहाशा वृद्धि कर दिया है।
घरेलू उपभोक्ताओं के लिए 10 से 20 पैसे प्रति यूनिट, गैर घरेलू उपभोक्ता के लिये 25 पै. प्रति यूनिट बढ़ोत्तरी के साथ-साथ किसानों के कृषि विद्युत दर में भी 50पै. प्रति यूनिट की बढ़ोत्तरी की गयी है, जिससे आम जनता व किसानों को अतिरिक्ति आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार दोहरा मापदंड अपना कर काम कर रही है।
सरप्लस बिजली राज्य होने के बाद भी बिजली की कीमत में मनमानी बढ़ोतरी। आदिवासी सीएम होते हुए भी सरकार छत्तीसगढ़ की अस्मिता को बचाने में नाकामयाब साबित हो रही है। वहीं, जनता विरोधी सारे फैसले केंद्र सरकार के इशारे पर ले रही है।
मौके पर प्रमुख रूप से विक्रांत अग्रवाल, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष पुष्पा यादव, अशोक साहू, ब्लॉक अध्यक्ष प्रदीप चंद्राकर,नेता प्रतिपक्ष द्वारिका साहू, पूर्व पार्षद प्रहलाद वर्मा, दिवाकर गायकवाड़, पार्षद राकेश साहू, जामवंत गज़पाल, भावेश साहू, धनंजय ,नेम ठाकुर दुलरवा साहू, सुरता सिंह गड़े, टीकम, मुकेश साहू, तोशन साहू, योगेश मंडले, सत्य प्रकाश कौशिक, टिकम ठाकुर, महेश कौशिक, तुलसी कोसरे, सीमा चंद्राकर, उसलिखा साहू, रामशिला नेताम, तोरण ठाकुर, शुभम बमभोले, प्रेमनारायण साहू, गुलशन शर्मा, आशीष, योगेश मंडले, उमेंद्र जांगड़े, रज्जाक खान, लोकेश साहू, गोपी निर्मलकर, भूपेंद्र टंडन, धनीराम साहू, हीराराम निषाद,महादेव सार्वे,संतोष निषाद, सुरेन्द्र कुमार सहित सैकड़ो की संख्या में कांग्रेसी एवं किसान उपस्थित थे।