दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 11 जुलाई। गुरु घासीदास सेवा समिति सतनाम भवन, सेक्टर-6 द्वारा 10 जुलाई को सतनाम भवन, सेक्टर-6, भिलाई के गुरु गद्दी स्थल में गुरु पूर्णिमा गुरु अमरदास जी की जयंती के पावन अवसर पर एक भव्य कार्यकम का आयोजन श्रद्धा, समर्पण एवं आध्यात्मिक भावनाओं के साथ सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि गैंदलाल राय, अध्यक्षता बीएल कुर्रे , विशिष्ट अतिथि आरडी देशलहरा, मंशा राम कुर्रे, फत्तू राम जोशी, उर्मिला भास्कर, भगवत बंजारे, टीआर कोसरिया, रामजी गायकवाड़, सरयू बारले, सरोज बाला पहित के विशेष उपस्थिति में सभी वक्ताओं ने बारी बारी से गुरु अमरदास के जीवनी में प्रकाश डाला एवं समाज को गुरु-पूर्णिमा व गुरु अमरदास जी की जयंती की बधाई दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु गद्दी की पूजा-अर्चना एवं गुरुवंदना के साथ किया गया। इस अवसर पर गुरु अमरदास के तप, त्याग, सत्य और समता पर आधारित जीवन आदर्शों को स्मरण किया गया। भजन मंडली द्वारा मधुर भजन प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। सभी भजन प्रस्तोता सदस्यों का सम्मान मंचस्थ अतिथियों द्वारा शाल, श्रीफल एवं पुष्पहार से किया गया। कार्यक्रम में मुख्या अतिथि श्री गैंदलाल राय ने कहा कि गुरु परंपरा भारतीय संस्कृति की आत्मा है। तपस्वीगुरु अमरदास जैसे संतों ने समाज में सेवा, समरसता और आध्यात्मिक जागरूकता का मार्ग प्रशस्त किया है। उनकी शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और नव पीढ़ी के लिए प्रकाशस्तंभ हैं।
समारोह में समाज के वरिष्ठजनों, महिलाओं, युवाओं और श्रद्धालुजनों की बड़ी संख्या में उपस्थिति रही।
समिति के दिवाकर गायकवाड़, टेकराम बंजारे, नोहर सिहं कुर्रे, त्रिलोचन डहरे, एसआर नवरंगे, मनबोधी कुर्रे, बीआर बघेल, योगेश चतुर्वेदी, कैलाश चतुर्वेदी, रुपेश बारले, भामनी बंजारे, सागर टंडन। कार्यक्रम का संचालन समिति के महासचिव एनआर गिलहरे व स्वागत भाषण समिति के सहसचिव राजेन्द्र महिलांग एवं कार्यकम का आभार प्रदर्शन समिति के उपाध्यक्ष उर्मिला भास्कर ने किया गया ।