दुर्ग

वित्त आयोग मद की राशि के आबंटन पर विवाद, सामान्य सभा में हंगामा
30-May-2025 10:26 PM
वित्त आयोग मद की राशि के आबंटन पर विवाद, सामान्य सभा में हंगामा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 30 मई।
पंद्रहवें वित्त आयोग के मद की राशि के आबंटन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। आरोप है कि भाजपा के जनपद सदस्यों के बीच पूरी राशि का आबंटन कर दिया गया। इसके खिलाफ विपक्ष के 11 सदस्यों ने सामान्य सभा की बैठक में जमकर हंगामा किया।
उन्होंने बैठक के दौरान जमीन पर बैठकर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की नतीजन पूरी एजेंडे पर चर्चा के पूर्व ही बैठक स्थगित कर दी गई। बैठक की शुरुआत विभागीय समीक्षा के साथ हुई इस पर विपक्षी जनपद सदस्यों ने 15वें वित्त पर चर्चा की मांग की जिसे नजरअंदाज कर दिया गया, मगर दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर के पहुंचने पर विभागीय समीक्षा रोक 15वें वित्त पर चर्चा शुरू कर दी गई।  इसमें वर्ष 2024-25 में पंद्रहवें वित्त के लिए मिली राशि 72 लाख रुपए सत्ता पक्ष के 13 सदस्यों के बीच बांट लेने की जानकारी मिलते ही जनपद उपाध्यक्ष राकेश हिरवानी सहित अन्य सदस्य बिफर पड़े।

उन्होंने कहा कि जनसंख्या के आधार पर मिलने वाली राशि को 13 सदस्यो के बीच आपस में बांट लिया गया जबकि जनता द्वारा सीधे निर्वाचित अन्य 11सदस्यों को यह राशि नहीं देना उनकी उपेक्षा है। पूर्व में सभी सदस्यों के बीच बराबर राशि बंटती थी, मगर जनपद के इतिहास में पहली बार सत्ता पक्ष के सदस्यों ने आपस यह राशि बांट ली।

उन्होंने कहा कि वे अपने क्षेत्र के निर्वाचित प्रतिनिधि है इसलिए उनके क्षेत्र का कार्य किसी और को न दी जाय। उपाध्यक्ष राकेश ने विधायक श्री चंद्राकर से भी सभी सदस्यों के बीच पूर्व की भांति बराबर राशि बांटने की मांग की ताकि सभी सदस्य अपने क्षेत्र की जनता के मांग के अनुरूप कार्य करा सके।

इस पर विधायक ने कहा कि यह उनके अधिकार में नहीं है सदन ने जो निर्णय लिया वही मान्य है। विधायक द्वारा इससे किनारा करने पर राकेश हिरवानी ने अध्यक्ष से कहा कि उनसे तो कार्य योजना ही नहीं मांगा गया। आखिर कार्य योजना कब मांगा जिस पर अध्यक्ष ने कहा कि संचार संकर्म समिति में 13 सदस्यों से कार्ययोजना मंगाया गया था।  हंगामा बढ़ता देख विधायक श्री चंद्राकर बीच में बैठक छोडक़र चले गए।
जानकारी के अनुसार श्री हिरवानी व अन्य सदस्यों द्वारा ऐसा किए जाने पर सवाल उठाया गया, जिसके जवाब में अध्यक्ष कुलेश्वरी देवांगन ने कहा कि 13 सदस्य है। बहुमत के आधार बांट रहे हैं। इस पर बाकी सदस्यों ने सवालों की झड़ी लगाते पूछा कि किसमें लिखा हैं। 15वें वित्त की राशि बहुमत के आधार पर बंटेगा यह जनसंख्या के आधार पर मिलती है, जिसके अनुसार सभी सदस्यों में राशि बांटी जाय उनकी यह बात अनसुनी करने पर उपाध्यक्ष सहित अन्य विपक्षी सदस्य सदन में अध्यक्ष के सामने जमीन पर बैठकर विरोध प्रदर्शन करते हुए जनपद अध्यक्ष व भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। उन्होंने कहा 13 सदस्यों के बीच राशि बांटने का प्रस्ताव आप नहीं लिख सकते। हम प्रस्ताव कापी में हस्ताक्षर नहीं करेंगे। अंतत: शोर शराबे के बीच बैठक के बाकी एजेंडे पर चर्चा के पहले ही बैठक स्थगित कर दी गई।

 

उपाध्यक्ष राकेश हिरवानी ने कहा कि पूर्व में 15वें वित्त की राशि सभी सदस्यों के बीच राशि बराबर बंटती रही है। पहली बार जनपद के इतिहास में 13 सदस्यों द्वारा राशि आपस में बांटकर सत्ता के नशे में चूर होकर 11 सदस्यों से उनका अधिकार छिना जा रहा है। विधायक ने भी जिस क्षेत्र की जनता ने उन्हें चुना है उन्हीं जनता द्वारा निर्वाचित जनपद सदस्यों का अधिकार छिने जाने पर गैर जिम्मेदारना बात करते हुए बहुमत के आधार पर निर्णय बताते हुए मामले से किनारा कर लिया। श्री हिरवानी ने कहा कि अनेक ग्राम पंचायतों  में विधायक ठेकेदार भेज रहे हैं। वही स्थिति अब जनपद सदस्यों के साथ होने जा रहा है। पूर्व जनपद अध्यक्ष संतोषी देशमुख ने कहा कि वर्तमान अध्यक्ष श्रीमती देवांगन यह बताए कि वे 13 सदस्यों के अंतर्गत ग्राम पंचायत क्षेत्रों के अध्यक्ष है या दुर्ग जनपद अंतर्गत आने वाले पूरे 72 ग्राम पंचायतों के हैं।


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