दुर्ग

दो-तीन दिनों में सभी निस्तारी तालाबों में भर जाएगा पानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 21 अप्रैल। जलाशयों से नहर पानी छोडऩे के बाद निस्तारी तालाब लबालब हो गए है। इससे निस्तारी संकट दूर होने के साथ पेयजल की समस्या से भी थोड़ी राहत मिली है दो-तीन दिनों में सभी निस्तारी तालाबों में भरपूर पानी भर जाएगा।
गौरतलब है कि भीषण गर्मी के चलते अनेक तालाब सूख गए थे जहां कुछ थोड़े बहुत पानी है वह निस्तारी योग्य नहीं रह गया था। तालाबों के सूखने की वजह से भूजल स्तर नीचे चला गया था इससे बड़ी संख्या में हैण्डपंप भी बंद हो गए थे। नतीजन कई ग्रामों में निस्तारी के साथ पेयजल की भी विकराल समस्या खड़ी होने से कई ग्रामों में टैंकर से पानी आपूर्ति कर लोगों की प्यास बुझाना पड़ रहा था। जिले भर में भारी जलसंकट को देखते हुए 19 मार्च को सुबह जलाशयों से निस्तारी तालाबों को भरने के लिए पानी छोड़ा गया था तब से महीने भर से जिले के निस्तारी तालाबों में पानी भरा जा रहा है।
एसडीओ जल संसाधन विभाग गोपी शर्मा के मुताबिक पाटन क्षेत्र के जिन निस्तारी तालाबों में नहर के माध्यम से पानी भरा जाता है। वहां शतप्रतिशत जल भराव हो चुका है। वहीं दुर्ग विकासखंड के भी 95 बेमेतरा जिले में जहां नहर से पानी जाता है। वहां 90 प्रतिशत में जलभराव हो गया। दो-तीन दिनों में सभी तालाबों में पानी भर जाने के बाद नहर में इसके लिए छोड़ा जा रहा पानी बंद हो जाएगा।
जनपद सदस्य राकेश हिरवानी का कहना है कि तालाब सुख जाने से भूजल स्तर काफी नीचे चला गया था, जिससे ग्राम पाडवारा निस्तारी तालाबों में पानी भरने से घरेलू हैण्डपंपों में पानी आने लगा इससे पेयजल संकट से थोड़ी राहत मिली है, मगर सार्वजनिक नलजल योजना वाले बोर अभी भी पूरी तरह रिचार्ज नहीं हो पाया इससे टंकी से नलों के माध्यम से पेयजल सप्लाई अभी भी सामान्य नहीं हो पाया है उनके क्षेत्र के ग्राम बोरीगारका, कोडिय़ा, आदि में भी तालाबों में पानी भरने से जल संकट से थोड़ी राहत मिली है। जानकारी के मुताबिक तांदुला जलाशय से गर्मी के सीजन में पानी छोडक़र निस्तारी तालाबों को भरा जाता है। तांदुला से पानी छोडक़र बालोद जिले के 300 तालाबों के अलावा दुर्ग एवं बेमेतरा जिले के 600 तालाबों में पानी भरा जा रहा इनमें पानी भरने से बहुत से हैण्डपंप व बोर भी थोड़ा रिचार्ज हुआ है।