दुर्ग

बोरसीभाठा में 35 साल से बसे 6 परिवारों को तोडफ़ोड़ से पहले सूचना से मची दहशत
15-Apr-2025 4:00 PM
बोरसीभाठा में 35 साल से बसे 6 परिवारों को तोडफ़ोड़ से पहले सूचना से मची दहशत

अरुण वोरा पहुंचे पीडि़तों के बीच, बोले शहरवासियों को इस भीषण गर्मी में यूं न सताएं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 अप्रैल।
दुर्ग के वार्ड 50, बोरसीभाठा इलाके में इन दिनों नगर निगम द्वारा 35 वर्षों से बसे 6 परिवारों को तोडफ़ोड़ की कार्यवाही से पहले सूचना जारी की गई है, जिसको लेकर उनमें भय और असमंजस का माहौल है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता और दुर्ग शहर के पूर्व विधायक अरुण वोरा  स्थल पर पहुँचे और प्रभावित परिवारों से भेंट कर उनका दर्द जाना।

वोरा ने प्रशासन की कार्यवाही को अव्यवस्थित और अमानवीय बताया। उन्होंने कहा, यह कैसा न्याय है कि दो घर वैध माने गए, फिर दो अवैध, फिर दो वैध? अगर एक पंक्ति में सब कुछ अवैध होता तो समझ आता, लेकिन यहाँ तो कोई स्पष्टता ही नहीं है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने पहले ही अपने दस्तावेज़ जमा कर सभी औपचारिकताएँ पूरी कर दी हैं। उच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार, यदि कोई अवैध कब्जा पाया जाता है तो नगर निगम को कार्यवाही करने की अनुमति है, लेकिन यह निर्णय निगम के विवेक पर छोड़ा गया है। इसी आधार पर नगर निगम द्वारा प्रभावित परिवारों को घर खाली करने की सूचना जारी कर दी गई है, और डर है कि खाली करने के बाद तोडफ़ोड़ की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।

 

35 वर्षों से इस स्थान पर रह रहे परिवारों में भारी दहशत का माहौल है। एक बुज़ुर्ग महिला ने कहा- हम तो 35 साल से यहीं हैं, अब जाएं तो जाएं कहां? वोरा ने कहा, इन परिवारों ने नगर निगम को नियमित गृहकर भी दिया है, फिर भी इतनी कठोर कार्यवाही? प्रशासन को मानवता और संवेदनशीलता के साथ आगे बढऩा चाहिए। इस चिलचिलाती गर्मी में लोगों को यूं बेघर करना सरासर अन्याय है। उन्होंने पूर्व पार्षद ज्ञानदास बंजारे से भी चर्चा की और दुर्ग नगर निगम के आयुक्त से दूरभाष पर तत्काल संपर्क कर कार्यवाही पर रोक लगाने और मामले की निष्पक्ष समीक्षा की माँग की।


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