दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 1 अप्रैल। गर्मी के बढ़ते ही शहर में पेयजल संकट शुरू हो गया है। कभी फिल्टर प्लांट में मशीन की खराबी का हवाला दिया जाता है तो कभी वाटर प्रेशर कम होने का। आखिर इन समस्याओं से प्रत्यक्ष रूप से हितग्राहियों को परेशान होना पड़ रहा है। सप्लाई पाइपलाइन में पानी का प्रेशर कम होने से कुछ वार्डों में पेयजल की संकट सामने आई है। लोगों को पानी नहीं मिलने से परेशानी उठानी पड़ रही है। गुरु घासीदास वार्ड 44 तथा वार्ड 24 में यह समस्या बताई गई है। इन दोनों वार्डों में टैंकर से पेयजल की सप्लाई की जा रही है। यह बता दें कि एक दिन पहले भी फिल्टर प्लांट में तकनीकी खराबी आने से कई वार्डों में नल नहीं खुला। लिहाजा वहां भी टैंकर से ही पानी की सप्लाई की गई।
गर्मी के मौसम में शहर वासियों के लिए जल संकट एक बड़ी समस्या रही है। करोड़ों रुपया फूंकने के बाद भी इस समस्या से निजात नहीं मिली है। इसके अलावा मेंटेनेंस पर भी लाखों रुपए खर्च किए जाते हैं। तमाम सुविधा देने निगम प्रशासन द्वारा तरह-तरह की योजना बनाई जाती है। हर साल किसी न किसी वार्ड में नई पानी टंकी का निर्माण किया जा रहा है। पाइपलाइन का विस्तार लगातार जारी है। अमृत मिशन योजना के तहत घरों में नल कनेक्शन दिए जा रहे हैं। इन सबके बावजूद गर्मी के मौसम में पेयजल का संकट बना रहता है।
इस ओर निगम प्रशासन को विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अन्यथा मटका का प्रदर्शन से इंकार नहीं किया जा सकता, जो हर साल किसी न किसी रूप में किया जाता है। नगर निगम के जल विभाग के उप अभियंता मोहित मरकाम का कहना है कि गुरु घासीदास वार्ड 44 तथा वार्ड 24 में सप्लाई पाइप लाइन में पानी का प्रेशर कम है। इस वजह से लोगों को पर्याप्त पानी नहीं मिल पा रहा है। इन वार्डों में पानी टैंकर के जरिए वाटर सप्लाई की जा रही है।