दुर्ग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 23 मार्च। हड़ताली ग्राम पंचायत सचिवों पर शासन ने सख्ती दिखाई है। इन पंचायत सचिवों को नोटिस के बाद भी काम पर नहीं लौटने पर उनके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। वहीं दूसरी ओर अनिश्चितकालीन हड़ताल के छठवें दिन जिले के हड़ताली पंचायत सचिवों ने आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि प्रदेश भर के पंचायत सचिव अपनी मांगों को लेकर विगत एक सप्ताह से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है। इससे ग्रामीण क्षेत्र में काफी दिक्कतें आ रही है। संचालक पंचायत विभाग प्रियंका महोबिया ने इसे लेकर जिला पंचायत सीईओ को लिखे पत्र में कहा है कि प्रदेश के ग्राम पंचायतों में कार्यरत समस्त ग्राम पंचायत सचिव 17 मार्च से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं। जिसकी वजह से प्रदेश के ग्राम पंचायतों का कार्य प्रभावित हो रहा है। हड़ताल की वजह से ग्राम पंचायतों द्वारा दी जाने वाली अनिवार्य सेवाओं तथा हितग्राहीमूलक शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा उत्पन्न हो रही है। इसलिए ग्राम पंचायतों के कार्यों की अनिवार्यता को दृष्टिगत रखते हुए समस्त हड़ताली ग्राम पंचायत सचिवों को 24 घंटे के भीतर हड़ताल समाप्त कर अपने कर्तव्य पर लौटने संबंध में अपने स्तर से निर्देश प्रसारित करें। निर्देश की अवहेलना करने वाले ग्राम पंचायत सचिवों के विरूद्ध नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही किया जावे। पंचायत सचिव संघ के दुर्ग ब्लाक अध्यक्ष निमेष भोयर ने कहा कि संघ ने निर्णय लिया है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जाती वे काम पर नहीं लौटेंगे इसलिए आज जिला पंचायत के सामने धरना स्थल पर काम पर नहीं लौटने वाले पंचायत सचिवों के विरुद्ध कार्रवाई करने संबंधी शासन के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष दुर्ग निमेष भोयर ब्लॉक अध्यक्ष दुर्ग, शेषनारायण चंद्रवंशी, धारेन्द्र देवांगन, पूनम दुबे, सरस्वती टंडन, नेमेद्र यादव, रूपेश सिंह, राजेंद्र वर्मा, राजकुमार देशमुख, रेखा साहू सहित बड़ी संख्या में ग्राम पंचायत सचिव मौजूद थे।