‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुम्हारी, 15 अप्रैल। भारतीय बौद्ध महासभा शाखा कुम्हारी के तत्वावधान में संविधान शिल्पी भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। मुख्य आयोजन पंचशील बुद्ध विहार, शिवनगर कुम्हारी में हुआ। प्रात: 10 बजे कार्यक्रम की मुख्य अतिथि मीना वर्मा अध्यक्ष नगर पालिका परिषद कुम्हारी ने पंचशील झंडा फहराकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
विशेष अतिथि प्रमोद सिंह राजपूत उपाध्यक्ष नगर पालिका परिषद कुम्हारी ने तथागत गौतम बुद्ध और बाबा साहब अम्बेडकर की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित किया। भारतीय बौद्ध महासभा शाखा कुम्हारी की अध्यक्ष उपासिका प्रेमलता डोंगरे के नेतृत्व में पंचशील ग्रहण एवं पूजा वंदना की गई। बाबा साहब के जन्मदिन पर केक काटकर वितरित किया गया। दोपहर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसमें बच्चों द्वारा गीत और नृत्य प्रस्तुत किए गए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि मीना वर्मा ने बाबा साहब अम्बेडकर के योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए आह्वान किया कि हम बाबा साहब के बताएं मार्ग पर चलें। इसी में देश और समाज की भलाई है।
भारतीय बौद्ध महासभा कुम्हारी की ओर से शाखा अध्यक्ष प्रेमलता डोंगरे ने बाबा साहब रचित भारत का संविधान ग्रंथ की प्रति मीना वर्मा को भेंट दी तथा स्मृति चिह्न से सम्मानित किया। विशेष अतिथियों प्रमोद सिंह राजपूत व अश्वनी देशलहरे का भी बौद्ध महासभा की ओर से स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
द्वितीय सत्र के मुख्य अतिथि विनोद बंसोड़ पूर्व प्रांतीय अध्यक्ष दि बुद्धिस्ट सोसाइटी आफ इंडिया छत्तीसगढ़ राज्य ने युवाओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि आप नौकरी के पीछे न भागे। आप व्यवसाय अपनाएं और नौकरी देने वाले बने। ऐसा करके ही हम बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते हैं।
विशेष अतिथि डॉ. बीएनएस कुशवाहा ने कहा कि पढ़े-लिखे पिछड़े वर्ग में सामाजिक चेतना का विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि ग्राम गोढ़ी में बुद्ध जयंती मनाई जाएगी, जिसमें सर्वसमाज सम्मिलित होगा।
महासभा की अध्यक्ष प्रेमलता डोंगरे ने बाबा साहब अम्बेडकर के बचपन का मार्मिक प्रसंग सुनाया। उन्होंने कहा कि सामाजिक कुरीतियों और भेदभाव को दूर करने में बाबा साहब का योगदान अतुलनीय है। संविधान निर्माण में उनकी सर्वोच्च भूमिका ने दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के जीवन में प्रकाश भर दिया।
कार्यक्रम को प्रमोद सिंह राजपूत, अश्वनी देशलहरे, सुरेश वाहने मीडिया प्रभारी, विक्रमशाह ठाकुर अध्यक्ष प्रेस क्लब कुम्हारी ने भी संबोधित किया।
विशिष्ट योगदान के लिए महासभा द्वारा स्मृति चिह्न से विशिष्टजनों का सम्मान किया गया जिसमें विनोद बंसोड़, डॉ. बीएनएस कुशवाहा, विक्रमशाह ठाकुर, सूर्यवर्धन पाटील, विजय पाटील, मयाराम टेंभुर्णे, रजत बोरकर, रविन्द्र गजभिए शामिल हैं।
शाम को पांच बजे बुद्ध विहार से उपासक उपासिकाओं और बाबा साहब के अनुयाइयों की रैली निकली, जो नगर के प्रमुख मार्गों का भ्रमण कर पुन: बुद्ध विहार में विसर्जित हुई। इसमें युवाओं ने बढ़-चढक़र हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में बौद्ध उपासक-उपासिकाओं, अम्बेडकरवादियों सहित प्रबुद्धजन उपस्थित थे जिनमें मुख्य रूप श्रीमती साधना स्वर्णकार, अन्नु शिवनकर, श्रीमती तृप्ति चंद्राकर, वंदना पाटील, मनोज वर्मा, सुनिता साखरे, डिगंबर टेंभेकर, सावित्री बाई सहारे, हंसराज गजभिए, वंदना गायकवाड़ आदि शामिल थे।