‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 22 मार्च। सरगुजा के अंबिकापुर और बलरामपुर जिले के पाट इलाके से लेकर मैदानी इलाकों तक शुक्रवार को दिन में तेज बारिश के साथ जमकर ओले गिरे। इसके साथ ही रात को 9 बजे से बारिश पुन: प्रारम्भ हुई और इसी बीच रात 12 बजे जमकर ओलावृष्टि हुई। बिजली कडक़ने से लोग सहम उठे।
ओलावृष्टि के कारण महुआ, आम और मौसमी फसलों को काफी नुकसान हुआ है। बारिश के बाद अधिकतम-न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है। शनिवार को भी कुछ स्थानों पर बारिश हुई।
गौरतलब है कि सरगुजा संभाग में गुरुवार से ही मौसम का मिजाज बदल गया था, शुक्रवार को सरगुजा के बलरामपुर जिले के सामरी, शंकरगढ़ और सरगुजा जिले के मैनपाट, उदयपुर समेत देर रात अंबिकापुर और अन्य सरगुजा के अन्य इलाकों में जमकर ओलावृष्टि हुई।
ओलावृष्टि से महुआ और आम, टमाटर की फसल को भारी नुकसान हुआ है। इसके साथ ही गेहूं को भी नुकसान हुआ है। ओलावृष्टि से महुआ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। इसके साथ ही चना, मटर, चैती अरहर की फसलों को नुकसान हुआ है।
टमाटर और अन्य सब्जियों के भाव एकाएक बढ़ सकते हैं, वहीं अंबिकापुर में पिछले 24 घंटे में 27 सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।
बारिश के साथ ओले पडऩे से अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान गिरकर 15 डिग्री पहुंच गया है। इस दौरान अधिकतम तापमान भी 27 डिग्री दर्ज किया गया है।