‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद,17 फरवरी। सरायपाली नगरीय निकाय चुनाव में इस बार निर्दलीय प्रत्याशियों का भी अच्छा-खासा दबदबा रहा। सरायपाली में दो पार्षद निर्विरोध चुने नाने के बाद 13 वार्डों में पार्षद पद के लिए चुनाव किया गया। जिसमें 5 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। वहीं सरायपाली के इतिहास में पहली बार दो अलग-अलग वार्डों से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हुए एक ही घर से मां-बेटे दोनों पार्षद चुने गए हैं।
निर्दलीय पार्षदों में वार्ड क्रमांक 01 से खीरचंद बारी, वार्ड क्रमांक 04 से चुने गए बंशी चन्द्रा तथा वार्ड 2 से जीते नितेश प्रधान बताया कि उनके परिवार से ही पूर्व में भी पार्षद चुने गए थे और उनके द्वारा किये गए कार्यों को देखते हुए जनता ने एक बार फिर से उन्हें मौका दिया है। हालांकि उन्होंने भाजपा से अलग होकर निर्दलीय चुनाव लडऩे का फैसला किया था। लेकिन वे भाजपा की रीति-नीति एवं मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन से हमेशा ही प्रभावित रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में भी वे उन्हीं की नीतियों पर अमल करते हुए नगर पालिका अध्यक्ष सरस्वती पटेल के साथ मिलकर वार्ड के विकास के लिए कार्य करते रहेंगे। वहीं वार्ड 2 से पार्षद चुने गए नितेश प्रधान ने भी कहा कि वे हमेशा से ही भारतीय जनता पार्टी के समर्थक रहे हैं और उन्हीं के मार्ग पर चलते हुए अपने वार्ड के विकास हेतु सदैव प्रयासरत रहेंगे।
इसके अलावा सरायपाली के इतिहास में पहली बार मां व पुत्र एक साथ अलग-अलग वाहों से निर्दलीय पार्षद चुने गए हैं। इसमें बार्ड क्रमांक 12 से चारूलता अजय सिंह और उनके बेटे विकास सिंह वार्ड क्रमांक 03 से पार्षद चुने गए हैं।
सरायपाली की राजनीति में सिंह परिवार का हमेशा योगदान रहा है। विकास के चाचा स्व.वीरेन्द्र कुमार सिंह नगर पंचायत सरायपाली के पहले निर्वाचित अध्यक्ष थे। वहीं विकास स्वयं वार्ड क्रमांक 12 से एवं उनकी बहू (छोटे भाई की पत्नी) मोनालिसा सिंह वार्ड क्रमांक 3 से पार्षद रह चुके हैं। एक बार फिर उनके परिवार पर विश्वास जताने के लिए उन्होंने दोनों वार्ड की जनता का आभार व्यक्त किया है।