कारोबार
रायपुर, 28 अक्टूबर। चेंबर प्रदेश अध्यक्ष सतीश थौरानी ने बताया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आयोजित एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम एमएसएमई संवाद:कॉस्ट एंड कॉम्पिटेटिवनेस ऑफ एमएसएमई इन इंडिया में उनके मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के प्रतिनिधियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
श्री थौरानी ने बताया कि इस संवाद में छत्तीसगढ़ चेंबर की ओर से वाइस चेयरमेन चेतन तारवानी, कार्यकारी अध्यक्ष राधाकिशन सुन्दरानी, उपाध्यक्ष-संतोष जैन, दिलीप इसरानी, जितेंद्र शादीजा, मंत्री जतिन नचरानी, महिला चेम्बर अध्यक्ष डॉ. ईला गुप्ता, कोषाध्यक्ष नम्रता अग्रवाल ने प्रमुख रूप से भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) के लिए लागत कम करने और उनकी प्रतिस्पर्धात्मकता (कॉम्पिटेटिवनेस) बढ़ाने के तरीकों पर विचार-विमर्श करना था।
श्री थौरानी ने बताया कि चेंबर वाइस चेयरमेन चेतन तारवानी और उपाध्यक्ष श्री संतोष जैन ने चेंबर की ओर से एमएसएमई क्षेत्र की चुनौतियों और अवसरों पर अपने महत्वपूर्ण विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने विशेष रूप से लागत नियंत्रण, प्रौद्योगिकी के उपयोग और सरकारी योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन जैसे विषयों पर जोर दिया, जो एमएसएमई को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं। इस संवाद के माध्यम से, चेंबर प्रतिनिधियों ने मंत्रालय के अधिकारियों और अन्य हितधारकों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया, जिससे क्षेत्र की जमीनी समस्याओं को प्रभावी ढंग से उठाया जा सका।
श्री तारवानी एवं श्री जैन ने बताया कि चेंबर हमेशा एमएसएमई क्षेत्र के सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध रहा है।एमएसएमई संवाद एक सफल पहल थी जिसने एमएसएमई की बढ़ती प्रतिस्पर्धात्मकता के लिए एक रोडमैप तैयार करने में सहायता की। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज भविष्य में भी ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहेगा ताकि स्थानीय और राष्ट्रीय एमएसएमई समुदाय के हितों की रक्षा और संवर्धन किया जा सके।


