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महिलाओं के लिए कैंसर के तथ्यों और उपचार में नई सफलताओं पर रामकृष्ण केयर की जागरूकता
11-Mar-2025 2:07 PM
महिलाओं के लिए कैंसर के तथ्यों और उपचार में नई सफलताओं पर रामकृष्ण केयर की जागरूकता

रायपुर, 11 मार्च। रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल के डॉ. रवि जायसवाल ने बताया कि महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले कैंसर हैं स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, एंडोमेट्रियल, डिम्बग्रंथि, कोलोरेक्टल और फेफड़े। इन कैंसरों के बारे में जानकारी देकर महिलाओं को सशक्त बनाने से उन्हें जल्दी पता लगाने में मदद मिलेगी (जब वे छोटे होते हैं, फैलते नहीं हैं और उनका इलाज आसान होता है), इस तरह एक जीवन बचाया जा सकता है। 

डॉ. जायसवाल ने बताया कि महिलाओं के लिए कैंसर के तथ्य और उपचार में नई सफलताएँ। महिला दिवस संस्करण ! महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले कैंसर हैं स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, एंडोमेट्रियल, डिम्बग्रंथि, कोलोरेक्टल और फेफड़े। इन कैंसरों के बारे में जानकारी देकर महिलाओं को सशक्त बनाने से उन्हें जल्दी पता लगाने में मदद मिलेगी (जब वे छोटे होते हैं, फैलते नहीं हैं और उनका इलाज आसान होता है), इस तरह एक जीवन बचाया जा सकता है। 

डॉ. जायसवाल ने बताया कि महिलाओं के लिए कैंसर के तथ्य और उपचार में नई सफलताएँ। महिला दिवस संस्करण ! महिलाओं को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले कैंसर हैं स्तन, गर्भाशय ग्रीवा, एंडोमेट्रियल, डिम्बग्रंथि, कोलोरेक्टल और फेफड़े। इन कैंसरों के बारे में जानकारी देकर महिलाओं को सशक्त बनाने से उन्हें जल्दी पता लगाने में मदद मिलेगी (जब वे छोटे होते हैं, फैलते नहीं हैं और उनका इलाज आसान होता है), इस तरह एक जीवन बचाया जा सकता है।

डॉ. जायसवाल ने बताया कि महिलाओं में कैंसर के लक्षण-स्तन या निप्पल में बदलाव, स्तन, बगल या कॉलरबोन में गांठ, स्तन में सूजन (गांठ के साथ या बिना), निप्पल से स्राव, या तो खूनी या साफ, निप्पल का अंदर की ओर मुडऩा, त्वचा जो संतरे के छिलके जैसी दिखती है (डिंपलिंग), निप्पल या स्तन की त्वचा लाल, खुजलीदार या मोटी आंत्र परिवर्तन-आंत्र परिवर्तन कोलोरेक्टल कैंसर का संकेत हो सकता है। 

डॉ. जायसवाल ने बताया कि यह आपके मलाशय और बृहदान्त्र को प्रभावित करता है। यह बवासीर, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम (आईबीएस), या सूजन आंत्र रोग (आईबीडी) जैसा दिख सकता है। महिलाएं कुछ कोलोरेक्टल कैंसर के लक्षणों को प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (पीएमएस) या अपने पीरियड्स के साथ भ्रमित कर सकती हैं। अगर आपकी आंत्र की आदतें कुछ दिनों से ज्यादा समय तक बदलती रहती हैं या आपको अन्य लक्षण दिखाई देते हैं, तो अपने डॉक्टर से सलाह लें।
 


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