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वेदांता की पंछी परियोजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पिछड़ी लड़कियों के जीवन में लाया बदलाव
30-Jan-2025 12:43 PM
वेदांता की पंछी परियोजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पिछड़ी लड़कियों के जीवन में लाया बदलाव

बालकोनगर, 30 जनवरी। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने बताया कि वेदांता के प्रोजेक्ट पंछी की शुरूआत की है, जिसका उद्देश्य देश के ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक रूप से पीछे रह गई लड़कियों के जीवन में बदलाव लाना है। 

बालको ने बताया कि यह परियोजना वेदांता समूह के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल की समाज को वापस देने की सोच को साकार करते हुए, लड़कियों को प्रगति के नए अवसर प्रदान कर रहा है। इस परियोजना से लड़कियां आर्थिक एवं सामाजिक बाधाओं को पार कर अपनी शिक्षा पूरी करने तथा स्थायी आजीविका हासिल करने में सफल होंगी। ‘पंछी परियोजना’ के अंतर्गत बालको द्वारा चयनित छत्तीसगढ़ की बेटियों को उचित शिक्षा दिलाने तथा उच्च औद्योगिक उपक्रम में काम करने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। 

बालको ने बताया कि ओपी जिंदल विश्वविद्यालय रायगढ़ के आवासीय परिसर में रहकर 76 लड़कियां 4 साल के स्नातक में अपनी शिक्षा पूरी कर रही हैं। इस कदम से उन बेटियों को नया कर दिखाने का हौसला मिलेगा जिनकी प्रगति की उड़ान पूरी तरह से थम चुकी थी। ‘पंछी परियोजना’ की मदद से ये लड़किया विकास की मुख्यधारा से जुड़ कर दुनिया को यह दिखा सकेंगी कि अगर जज्बे को सही प्रेरणा मिल जाए तो आकाश की ऊंचाइयां इनके मजबूत इरादों के पंखों से जीती जा सकती हैं।

बालको ने बताया कि प्रोजेक्ट पंछी लड़कियों को शिक्षा और विकास के सर्वोत्तम अवसर प्रदान करने के साथ आर्थिक परिस्थितियों के कारण टूटे सपने को पूरा कर रहा है। कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि इससे बेटियां सशक्त होंगी और समाज को आगे लेकर जाएंगी। बालको द्वारा सबसे उपयुक्त उम्मीदवारों का चयन सुनिश्चित किया गया है। वेदांता ने प्रत्येक स्थान पर विशेष चयन प्रक्रिया लागू की है। चयनित होने के बाद इन बेटियों को ख्याति प्राप्त शैक्षणिक संस्थानों से उच्च शिक्षा दिया जा रहा है। शिक्षा पूरी होने के बाद औपचारिक रूप से मुख्य संचालन में शामिल किया जाएगा। प्रोजेक्ट पंछी वेदांता कंपनी के अन्य व्यावसायिक स्थानों जैसे, ओडिशा के लांजीगढ़, झारसुगुड़ा और सुंदरगढ़ में भी चल रहा है।


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