कारोबार

रायपुर, 22 मार्च। बैंक ऑफ महाराष्ट्र देश के सार्वजनिक क्षेत्र का अग्रणी बैंक है। बैंक द्वारा देश भर के सभी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और बीमा कंपनियों के लिए दिल्ली में 'भविष्य की बैंकिंग' विषय पर अखिल भारतीय हिंदी सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में सुश्री अंशुली आर्या, आई.ए.एस., सचिव, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। बैंक ऑफ महाराष्ट्र के कार्यपालक निदेशक श्री आशीष पाण्डेय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सेमिनार में सुश्री चित्रा दातार, महाप्रबंधक, श्री के. राजेश कुमार, महाप्रबंधक, मानव संसाधन प्रबंधन एवं राजभाषा, श्री हरि शंकर वत्स, अंचल प्रबंधक, दिल्ली अंचल तथा डॉ. राजेन्द्र श्रीवास्तव, उप महाप्रबंधक (राजभाषा) प्रमुखता से उपस्थित थे।
इस सेमिनार में वित्तीय सेवाएं विभाग, वित्त मंत्रालय के निदेशक श्री जगजीत कुमार तथा उप निदेशक श्री धर्मबीर ने विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित होकर सभी का मार्गदर्शन किया। सेमिनार में सभी बैंकों, वित्तीय संस्थाओं और बीमा कंपनियों के शीर्ष कार्यपालकों और राजभाषा प्राधिकारियों ने बड़ी संख्या में सहभाग लिया। मुख्य अतिथि सुश्री अंशुली आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि बैंक और वित्तीय संस्थान किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार हैं। उन्होंने कहा कि बैंकिंग सेवा के माध्यम से आप सरकारी योजनाओं का कार्यान्वयन भी कर रहे हैं। सुश्री अंशुली आर्या ने कहा कि बैंकिंग में हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं का प्रयोग बहुत आवश्यक है और इससे दूरदराज के ग्राहक भी लाभान्वित होंगे।