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सोशल कॉमर्स बनेगा ईकॉमर्स का मजबूत विकल्प-पारवानी
17-Oct-2023 2:21 PM
सोशल कॉमर्स बनेगा ईकॉमर्स का मजबूत विकल्प-पारवानी

रायपुर, 17 अक्टूबर। कैट ने बताया कि भारत में सोशल कॉमर्स तेजी से एक नए लेकिन मजबूत बिजनेस वर्टिकल के रूप में उभर रहा है जिसका आधार ई-कॉमर्स से भी बड़ा है और ऐसा माना जाता है कि वर्ष 2026 तक सोशल कॉमर्स ई-कॉमर्स को काफी पीछे छोड़ देगा।

कैट ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों की व्यापक पहुँच एवं मज़बूत आधार के ज़रिए देश भर में सोशल कॉमर्स धीरे धीरे तेज़ी से ई-कॉमर्स का एक बड़ा विकल्प बनता जा रहा जिसमें ख़ास तौर पर व्हाट्सएप, फेसबुक और इंस्टाग्राम के ज़रिए बड़े पैमाने पर सोशल कॉमर्स व्यापारियों में फैलता जा रहा है।

भारत में सोशल कॉमर्स का वर्तमान बाज़ार आकार लगभग 8 बिलियन डॉलर का अनुमान है, जो 2030 में लगभग 85 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। जिस तरह से देश भर में व्यापारियों एवं ग्राहकों के बीच सोशल कॉमर्स का चलन तेज़ी से बड़ रहा है उसको देखते हुए यह आँकड़े बहुत जल्दी पार होने की बड़ी संभावनाएँ हैं। वर्तमान में भारत में व्हाट्सएप पर 75 करोड़, फेसबुक पर 37 करोड़ और इंस्टाग्राम पर 33 करोड़ उपयोगकर्ता हैं जो ई-कॉमर्स की तुलना में बहुत बड़ी संख्या है। 

भारत में लगभग 100 करोड़ से अधिक स्मार्ट फोन उपयोगकर्ता हैं और स्मार्ट फोन के माध्यम से सोशल कॉमर्स का उपयोग, प्रमुख विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों की गड़बडिय़ों को हराने के की ताक़त रखता है और इस दृष्टि से वर्ष 2026 तक सोशल कॉमर्स ई कॉमर्स से कहीं ज्यादा बड़ा डिजिटल कॉमर्स बनकर उभरेगा।  कैट के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेश अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोशी ने कहा कि कैट ने एक तरफ सरकार से ई-कॉमर्स नीति और नियमों को तुरंत लागू करने की पुरजोर मांग की है।                                                                                                          


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