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रायपुर, 3 सितंबर। अंकित आनंद चेयरमेन सी.एस.पी.डी.सी.एल. के साथ बैठक हुई। बैठक में सी.एस.पी.डी.सी.एल. के प्रबंध संचालक मनोज खरे, संचालक उज्जवला बघेल, एवं पाठक उपस्थित थे। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन एवं छ.ग. उद्योग चेम्बर से अश्विन गर्ग, नीरज अग्रवाल, स्पंज आयरन एसोसिएशन से अनिल नचरानी, मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन से विकास अग्रवाल, विष्णु जिंदल, छ.ग. रोलिंग मिल एसोसिएशन से संजय त्रिपाठी, बांके बिहारी अग्रवाल उपस्थित हुए।
उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन एवं उद्योग चेम्बर के अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने चेयरमेन साहब को बताया पिछले कई दिनों से उरला-सिलतरा औद्योगिक क्षेत्रों में बिना पूर्व सूचना अनियमित विद्युत कटौती सी.एस.पी.डी.सी.एल. के द्वारा की जा रही है। इसकी वजह से हमारे प्रदेश के सबसे पूराने एवं बड़े औद्योगिक क्षेत्र मे उत्पादन पूरी तरह ठप्प हो गया है। इससे उद्योगो को भारी नुकसान हो रहा है। बिजली विभाग के राजस्व का सबसें बड़ा स्त्रोत उद्योग ही है फिर भी बिजली संकट के समय सबसे पहले बिजली कटौती उरला-सिलतरा औद्योगिक क्षेत्रों मे ही की जाती है। जब भी बिजली संकट आया है उद्योगपतियों ने हमेशा विभाग का साथ दिया है। हमारा आपसे यह आग्रह है कि बिजली संकट की स्थिति का सामना करने हेतु एक अपातकालीन योजना बनायी जानी चाहिए एवं प्रदेश में समान रुप से विद्युत कटौती की जानी चाहिए न की पूरे प्रदेश का भार हमारे औद्योगिक क्षेत्र में डाल दिया जायें।
चेयरमेन अंकित आनंद जी ने बताया कि बारिश कम होने की वजह से पिछले सालों की तुलना में इस वर्ष अगस्त-सितम्बर में बिजली की खपत लगभग 1000उअ बढ गयी है एवं हमारा उत्पादन लगभग 350उअ बढा है। इस वजह से बिजली कटौती करना पड़ रहा हैै।
विभाग द्वारा बिजली कटौती न्युनतम करने हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है एवं उद्योगों में सायं 5 बजे से रात 11 बजे तक ही जरुरत होने पर बिजली कटौती की जायेगी। सभी औद्योगिक संगठनों ने इस हेतु अंकित आनंद जी का आभार व्यक्त किया।


