बीजापुर

तरेम बना कंटेनमेंट जोन, स्टेट हाइवे कई किमी तक जाम
29-May-2021 9:27 PM
तरेम बना कंटेनमेंट जोन, स्टेट हाइवे कई किमी तक जाम

   भाजपा जांच दल नहीं पहुंच सका सिलगेर   

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बीजापुर, 29 मई। सिलगेर गोलीकांड की हकीकत जानने से जा रहे भाजपाइयों का जांच दल ग्रामीणों से मुलाकात किये बिना बैरंग लौट आया।

दरअसल तरेम से 1 किमी दूर से स्टेट हाइवे पर पेड़ और सूखी लकडिय़ां डालकर मार्ग जाम कर दिया गया है। यही वजह थी कि भाजपा का 6 सदस्यीय जांच दल सिलगेर नहीं पहुंच सका और तरेम से बैरंग लौट गया। तहसीलदार से गोलीकांड में घायल और मृतकों की जानकारी लेकर दल वापस हो गई। भाजपा के जांच दल में दो पूर्व मंत्री एक पूर्व बस्तर सांसद और पूर्व विधायक शामिल थे।

शनिवार को भाजपा का जांच दल सिलगेर के लिए निकला था। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जांच दल तरेम पहुँचा। जांच दल के नेता सिलगेर तक जाना चाहते थे। लेकिन तरेम को कंटेनमेंट जोन बनाने और सडक़ पर पेड़ों को रखकर जाम किये जाने की वजह से दल तरेम में ही घटना की जानकारी एकत्रित करता रहा और पीडि़तों से मिले बिना ही बैरंग बीजापुर लौट आया।

तरेम पहुंचे पूर्वमंत्री और बीजापुर के पूर्व विधायक महेश गागड़ा ने प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। पूर्व मंत्री गागड़ा ने बताया कि भूपेश सरकार की जवाबदेही है कि लोगों को सुरक्षा दी जाए। उसमें सरकार विफल रही है। हम सिलगेर में लोगों से मिलना चाहते थे, लेकिन पूरे सिलगेर को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है और सडक़ जाम कर दिया गया है, जिस वजह से वे नहीं जा पाए। सुरक्षा व्यवस्था प्रदेश सरकार का काम है और आदिवासियों के हितैसी बनने वाली सरकार आदिवासियों के नाम पर सिर्फ वोटों की राजनीति कर रही है।

वहीं एक महिला की सिलगेर गोलीकांड में मौत पर पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने गर्भवती महिला की मौत पर संवेदना व्यक्त करते इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। उसेंडी ने बताया कि सरकारी उपेक्षा के चलते यह सब घटा है। महिलाओं और बच्चों को सुरक्षा देना सरकार का काम है। उसेंडी ने बताया कि पूरी टीम सिलगेर घटना की विस्तृत जांच और तथ्यों के आधार पर ही जांच रिपोर्ट बनाएगी।

बस्तर के पूर्व सांसद दिनेश कश्यप ने बताया कि आदिवासियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भूपेश सरकार की है। आदिवासी विधायक विक्रम मण्डावी और सुकमा से आदिवास मंत्री कवासी लखमा हैं, मगर इस पूरे घटनाक्रम पर कोई बयान इनके तरफ से नही आया। जो दुर्भाग्यजनक है। हर मामले पर टिप्पणी करने वाले सीएम भूपेश बघेल की चुप्पी भी कई सवाल पैदा करती है। सिलगेर गोलीकांड में हम उच्च स्तरीय जांच की मांग करेंगे।

मृतकों और घायलों को मिले न्याय- नंद कुमार साय

सिलगेर गोलीकांड में मारे गए सभी लोग किसान हैं। उनमें कोई भी नक्सली नहीं है। मृतकों को न्याय मिलना चाहिए। मृतकों के परिजनों और घायलों को सरकार मुआवजा और सरकारी नौकरी दे।


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