बीजापुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 18 अगस्त। राज्य सरकार की हठधर्मिता व कर्मचारी विरोधी नीतियों के चलते कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने आगामी 22 अगस्त से बेमियादी हड़ताल शुरू करने का निर्णय लिया हैं।
फेडरेशन के बीजापुर जिला सचिव कैलाश रामटेके ने बयान जारी कर बताया- 2 सूत्रीय मांगों को लेकर कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर जिले के समस्त कर्मचारी अधिकारी 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन आंदोलन पर जाने हेतु एकजुट हुए हैं। इस संबंध मे गुरुवार को कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन की बैठक रखी गई । शासन की हठधर्मिता तथा कर्मचारी विरोधी नीतियों की आलोचना कर मंहगाई भत्ता तथा गृहभाड़ा भत्ता को लेकर अनिश्चितकालीन आंदोलन पर जाने का निर्णय लिया गया है। सभी संगठनों के पदाधिकारियों ने एकमत से आंदोलन में जाने हेतु अपनी सहमति प्रदान की है। सभी विभागों में आंदोलन में जाने की सूचना पदाधिकारियों के माध्यम से दी गई है। 22 अगस्त से सभी विकासखंड मुख्यालय में धरना देकर अनिश्चितकालीन आंदोलन किये जाने का निर्णय लिया गया है।
बैठक में फेडरेशन के संयोजक के डीराय, जिलाध्यक्ष मोहम्मद जाकिर खान, उपाध्यक्ष महेश शेट्टी, संरक्षक कामेश्वर दुब्बा, डी माधव राव ,गुरला गणपत ,राजेश मिश्रा ,पुरुषोत्तम झाड़ी, कमल सिंह कोर्राम, यामिनी बंजारे रेशमा गोड्डे, संगीता उप्पल, एन के शोरी, फारुख शेख,अजय गुरला, बालेन्द्र राठौर,शिव समरथ, ईश्वर झाड़ी, राजेन्द्र बलेन्द्र,अक्षय नेताम,संरक्षक ए सुधाकर उपस्थित थे।
सभी विभागों के संगठन के पदाधिकारियों ने एकमत होकर कहा कि 29 जुलाई को आदेश कर पाँच दिवसीय आंदोलन काम बंद कलम बंद का वेतन काटने का आदेश जारी करने के कारण सभी कर्मचारी आक्रोशित हैं। 12त्न डी ए का आदेश जारी नही हुआ,तीन वर्षों का एरीयर्श राशि सरकार डकार गई ऊपर से मात्र 6त्न डी ए का आदेश कर्मचारियों के गले नही उतर रहा।30 मई 2022 को शासन -प्रशासन को दिए गए सूचना के अनुसार घोषित चौथे चरण के आंदोलन के तहत 22 अगस्त से अनिश्चित कालीन आंदोलन करने का निर्णय लिया गया है।