बीजापुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 जुलाई। जिले में हफ्ते भर से हो रही आफत की बारिश ने जनजीवन को अस्तव्यस्त कर दिया हैं। छोटे-बड़े नदी नालों के उफान पर आ जाने से दर्जनों गांव का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 63 बीजापुर से भोपालपटनम में आवागमन बंद हो गया है। अनवरत हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से तालपेरु, मिंगाचल, इंद्रावती व सीमावर्ती गोदावरी नदी समेत छोटे-बड़े नदी नाले उफान पर हैं। बासागुड़ा सिलगेर फरसेगढ़ गंगालूर सहित दर्जनों गांव टापू में तब्दील हो गए है। जिले में अब तक 810.9 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई हैं, जो प्रदेश का अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा हैं। इधर बारिश की वजह से लोगों को जान माल का भी नुकसान हुआ है। बाढ़ के चलते एक सुरक्षाबल के जवान सहित 3 ग्रामीणों की मौत हो जाने की खबर आई है। वहीं नदी के उसपार रहने वाले ग्रामीणों को राशन के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।
पहुंचविहीन क्षेत्रों तक राशन ले जाने के दौरान दो हादसे हो चुके है। इनमें पहला हादसा बीजापुर से संकनपल्ली ले जाया जा रहा 200 क्विंटल राशन ट्रक सहित बाढ़ में बहे गया। वहीं सेंड्रा क्षेत्र के ग्रामीणों के लिए राशन ले जा रहा एक ट्रैक्टर पानी में डूब गया।
जिले में लगातार हो रही बारिश को देखते हुए प्रशासन ने जिले में रेड अलर्ट जारी किया है, वहीं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए प्रशासन ने हेल्प लाइन नंबर जारी कर रेस्क्यू टीम को अलर्ट मोड पर रखा गया हैं। साथ ही जिले के कुछ ऐसे इलाके हैं, जो इंद्रावती नदी से लगे हुए हैं, जो कभी भी डूब सकते हैं। इन क्षेत्रों के लोगों में डर का माहौल है।
इन गांवों का संपर्क टूटा
पांच दिनों से जिले में हो रही झमाझम बारिश के चलते बीजापुर मुख्यालय से कुटरू फरसेगढ़, गंगालूर चेरपाल, तोयनार, भोपालपटनम से सेंड्रा, बीजापुर से मिरतुर व भोपालपटनम से तारलागुड़ा का मार्ग बंद हैं।
देवदूत के किरदार में जवान
बीजापुर में इन दिनों बारिश ने तबाही मचाई हुई है। बारिश के चलते लोगों को आपातकालीन स्वास्थ्य संबंधित मामले भी सामने आ रहे हैं। जिन्हें यहां नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान देवदूत बनकर उनकी मदद को आगे आ रहे हैं। उफनते नदी में नगर सेना के जवानों ने हौसला दिखाते हुए तेज बहाव के बीच मोटर बोट के सहारे एक गर्भवती महिला को नदी पार कराकर अस्पताल पहुंचाया। जवानों ने ग्राम पंचायत कैका के गांव घुमरा में नदी पार कराने के बाद एम्बुलेंस से गर्भवती महिला लक्ष्मी भोगाम को अस्पताल पहुंचाया। जवानों के चलते ही महिला को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सका।