बीजापुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 8 मार्च। नगर पालिका परिषद बीजापुर में रोस्टर नियमों के उल्लंघन को लेकर पार्षद नंदकिशोर राणा ने कार्यवाही होने के चलते दोबारा कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर जांच की मांग की है। इससे पहले 23 नवंबर को भी उन्होंने कलेक्टर को ज्ञापन सौपकर जांच की मांग की थी।
पार्षद नंदकिशोर राणा ने सोमवार को कलेक्टर के नाम सात सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौपकर जांच की मांग की है। ज्ञापन में कहा है कि नगर पालिका के द्वारा संपत्ति कर व यूजर्स चार्ज के नाम पर मनमानी ढंग से पैसे की वसूली की जा रही है। जबकि पालिका क्षेत्र के वार्डो में काफी दिनों से कचरा गाड़ी नहीं पहुंच पा रही है। बावजूद यूजर्स चार्ज के पैसे लिए जा रहे है। वही दुकानों की नीलामी प्रक्रिया में आरक्षण रोस्टर नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण युवा बेरोजगार आदिवासियों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा हैं।
दुकानों की नीलामी पडयंत्र पूर्वक करके अपने चेहते व करीबियों को लाभ पहुंचाने के लिए आरक्षण रोस्टर नियमों का उल्लंघन कर दुकानों की लागत राशि अधिक कर शासकीय नीलामी बोली रखी जा रही है। अधिकतम राशि होने की वजह से आम बेरोजगार युवा इस नीलामी की बोली से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने ज्ञापन में मांग की है कि कोतवाली के सामने वाली दुकान की नीलामी जो 20/12/2021 शासकीय बोली 24,50,000,00 मासिक किराया 7350 व अमानत राशि 245000 रखा गया। जिसे नगर पालिका पुन: संशोधन करते हुए निर्मित दुकान की घोष पद्धति करते हुए 24/2/2022 के निर्मित दुकानों की शासकीय बोली 12,50,000 मालिक किराया 3500 व अमानत राशि 1,110,000,00 किया गया। जिसमें अंतिम बोली 25,00000 की बोली लगाया गया था। नीलामी पंजी का एक पन्ना को फाड़ कर पुन: 1350000 किया गया है। जिसकी जांच की जाए।
वही 24 फरवरी को थाना के सामने वाली नवनिर्माण दुकान की नीलामी के बाद पुन: 25 फरवरी के समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया है कि एक और दुकानों की नीलामी 11 मार्च ग्रामीण ग्रामीण बैंक के पास नवनिर्माण दुकान की नीलामी की जानी है जिसकी भी अधिकतम नीलामी बोली रखी गई है।
नगर पालिका के द्वारा आरक्षण नियमों के विरुद्ध रोस्टर का पालन किए बिना ही शासकीय बोली को षडयंत्र पूर्वक अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए नियमों की अनदेखी कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा हैं । उपरोक्त विषयों पर जांच कमेटी गठित कर जल्द से जल्द जांच कर कार्यवाही करते हुए विक्रय को निरस्त किया जाए।