बेमेतरा

सडक़ दुर्घटना में 13 की मौत, मृतकों में बेमेतरा की आनंदगांव की मां व दो बच्चों की भी गई जान
13-May-2025 3:56 PM
सडक़ दुर्घटना में 13 की मौत, मृतकों में बेमेतरा की आनंदगांव की मां व दो बच्चों की भी गई जान

 ‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 13 मई। रायपुर-बलौदाबाजार मार्ग में ग्राम बगोली के पास बीती रात खरोरा के पास हुई भीषण सडक़ दुर्घटना में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें बेमेतरा जिले के ग्राम आनंदगांव की एक महिला, उसकी एक बेटी व एक पुत्र भी शामिल हैं।

 मृतका वर्षा साहू पति सुशील साहू अपनी बेटी भूमि (6 साल) व बेटे उमंग (6 माह) के साथ अपने मायका ग्राम मोहंदी से छ_ी में शामिल होने मालवाहक में ग्राम बाना गई थी, जहां से वापस लौटते समय सडक़ हादसे का शिकार हो गई। रविवार को देर रात हुई सडक़ दुर्घटना में तीनों की मौत हो गई। मां, बेटी व बेटे तीनों मृतकों का ग्राम आनंदगांव के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया।

जानकारी के अनुसार ग्राम आनंदगांव में मोबाइल दुकान चलाने वाले सुशील साहू की पत्नी वर्षा साहू छ_ी में शामिल होने ग्राम बाना खरोरा गई थी। कार्यक्रम से लौटते वक्त सारा गांव बंगोली के पास सडक़ दुर्घटना में माजदा ट्रेलर में हुई भिड़ंत से हुए हादसे में तीनों की मौत हो गई।

बताया गया कि वर्षा व उसके बच्चे जिस मालवाहक में सवार थे, उसमें लगभग 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे, जिसमें से 13 लोगों की घटना स्थल पर मौत हो गई। हादसे की जानकारी मृतकों के परिवार को सुबह तब हुई, जब कंडरका पुलिस चौकी से सूचना मिली कि सडक़ हादसे में सुशील के दोनों बच्चों की मौत हो गई है। सूचना मिलने के बाद सुशील के परिवार के लोग रोने बिलखने लगे। वहीं हादसे में वर्षा के घायल होने की सूचना मिलने पर परिजन कुछ उम्मीद कर रहे थे। परिवार के सदस्य जब मेडिकल कॉलेज पहुंचे, तब उनको वर्षा की भी मौत होने की जानकारी मिली। तीनों मृतकों का मेकाहरा रायपुर में पीएम करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।

तीनों का अलग-अलग अंतिम संस्कार, गांव में सबके आंसू निकले

पीएम होने के बाद एंबुलेंस जैसे ही मां व उसके दोनों बच्चो का शव गांव पहुंची तो लोगों की भीड़ मृतकों के घर लगने लगी थी। मौके पर लोगों के रोने बिलखने से पूरा गांव दहल गया। हादसे को लेकर गांव में चर्चा रही। सभी ने घटना पर दुख व्यक्त किया। गांव के मुक्तिधाम में तीनों का अलग-अलग अंतिम संस्कार किया गया। सरंपच चंदन नायक ने बताया कि तीनों मृतकों का गांव में अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों से मिलने भिंभौरी तहसीलदार पहुंचीं।

गांव में मोबाइल दुकान चलाते हैं पिता, घर आतेे ही बच्चों के साथ खेलते थे

ग्रामीणों ने बताया सुशील का एक मोबाइल दुकान है, जहां से घर आते ही अपने बेटे उमंग व बेटी भूमि के साथ समय बिताते थे। हादसे ने उसके घर के दोनों चिरांग व पत्नी को का छिन लिया। घर में गूंजते बच्चों की आवाज भी हादसे में खो गई।

भूमि को अधिक चोट आई, उमंग के चेहरे व अन्य हिस्से में लगी चोट

 

घटना में आनंदगांव के 6 माह के मासूम उमंग साहू के चेहरे व अन्य हिस्से में चोट पहुंचा थी। वहीं उसकी बहन 6 वर्ष की भूमि साहू को सबसे अधिक चोटें आईं। मां वर्षा साहू (28 वर्ष) के सिर व ऊपरी हिस्से में चोट पहुंची थी।

बार-बार मालवाहक से हो रहे हादसे, जुर्माना ही वसूल कर रहे

 मालवाहकों में सवारी ढोने से भीषण हादसा होने के बाद सतर्कता बरतने व कार्रवाई करने का दावा किया जाता है पर जमीनी स्तर पर मालवाहको में यात्री ले जाने पर कुछ अर्थदंड लगा कर छोड़ दिया जा रहा है।

बीते अप्रैल 2024 में नेशनल हाइवे में ग्राम कठिया के पास मालवाहक के एक अन्य वाहन से टकराने के बाद मालवाहक में सवार कई लोगों की मौत हुई थी। इसी तरह 9 फरवरी को बलौदा बाजार जिले में मालवाहक की दुर्घटना होने के बाद मालवाहक में 55 से 60 व्यक्ति सवार थे, जिसमें से बेमेतरा जिले की मारो निवासी दो एक महिला व एक पुरूष की मौत हुई थी। वहीं दर्जनों लोग घायल हुए थे।


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