बेमेतरा
राज्यपाल ने जल संचयन और पौधरोपण पर दिया जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 मार्च। राज्यपाल रमेन डेका जिले में संचालित ‘अमृत सरोवर’ योजना की समीक्षा की । जिसमें जिला सीईओ ने जानकारी दी कि जिले में अमृत सरोवर हैं। राज्यपाल डेका ने सरोवरों के आसपास पेड़ लगाने और जल संचयन के उपाय करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जल स्तर की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण जनों को जल स्तर बढ़ाने और जल संरक्षण के लिए वाटर हार्वेस्टिंग के महत्व के प्रति जागरूक किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान राज्यपाल रमेन डेका ने टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिले को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए कार्य करें। सीएमएचओ ने जिले में टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत किए जा रहे प्रयासों और पीएम निक्षय पोषण आहार योजना की जानकारी दी। राज्यपाल ने जिला प्रशासन को जनजागरूकता अभियान चलाने का निर्देश दिया ताकि टीबी से बचाव और उपचार की जानकारी प्रत्येक नागरिक तक पहुंच सके।
उन्होंने समाज कल्याण की समीक्षा करते हुए और बेहतर काम करने, विधवा आश्रम भवन जल्द बनवाने, ताकि जरूरतमंद को आश्रय मिले। उन्होंने कहा जो कमियां है उन्हें दूर कर लिया जाए। महिला एवं बाल विकास बाल संरक्षण में एक कार्य योजना बनाये। जिसमें शिक्षक, बच्चा और अविभावक हो, तीन अलग-अलग स्तर पर कलेक्टर से चर्चा कर बनाये।
इसके अलावा राज्यपाल ने इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी की समीक्षा भी की और टीबी उन्मूलन में रेडक्रॉस की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से जिले में चल रहे सभी स्वास्थ्य कार्यक्रमों की विस्तृत जानकारी ली और समय पर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ नागरिकों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने शहरी/ग्रामीण महिलाओं के कौशल का उपयोग कर उनकी और आय बढ़ाने के बारे में अच्छे आइडिया के साथ काम करें। ताकि उनकी आर्थिक स्थिति और बेहतर हो सकें ।
राज्यपाल ने माँ के नाम पर एक पेड़ अभियान की समीक्षा की, जिसमें संबंधित विभाग ने जानकारी दी कि पिछले वित्तीय वर्ष में जिले में 4,20000 में पौधे लगाए गए हैं। राज्यपाल श्री डेका ने अधिकारियों से कहा कि वृक्षारोपण के महत्व के बारे में नागरिकों को और जागरूक किया जाए और पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा दिया जाए। छायादार, फलदार जल्दी बढऩे वाले पेड़ के पौधे रोपित किए जाए ।
बैठक में सहकारी संस्थाओं की भी समीक्षा की गई, जिसमें राज्यपाल ने कहा कि पात्र हितग्राहियों को समय पर सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए।
उन्होंने शिक्षा और चिकित्सा सुविधाओं का विकास करने करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि गांव में स्वास्थ्य शिविर लगाकर सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए ताकि सही समय पर पीडि़त लोगों को स्वास्थ्य लाभ मिल सके।
राज्यपाल ने कृषि विभाग की समीक्षा की, जिसमें जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए चल रही गतिविधियों की जानकारी ली गई। उन्होंने कोदो फसल प्रदर्शन और जैविक खेती मिशन के अंतर्गत कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम की समीक्षा की और इसे और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रामकृष्ण साहू ने समीक्षा बैठक में बताया कि नशा मद्यपान से ग्रसित लोगों के लिए सुधारात्मक उपाय, नशामुक्ति के लिए कार्यक्रम चलाए जाते हैं। जिला स्तरीय नशामुक्त भारत अभियान अंतर्गत जिला स्तरीय समिति गठित कर प्रतिमाह बैठक आयोजित किया जाता है।जिले में 58 मास्टर वालिटियर्स तथा 80 भारत माता वाहिनी समूह गठित किये गये है, जो कि संपूर्ण जिले में नशामुक्त भारत अभियान के लिए कार्यरत है। नशा मुक्ति केन्द्र प्रस्तावित है। विद्यालय स्तर में जिले के विभिन्न हाई स्कूल एवं हायर सेकेण्डरी स्कूलों में नशा मुक्ति क्लब का गठन कर नशामुक्ति के लिए प्रचार-प्रसार व जागरूकता अभियान चलाया जाता है।
राज्यपाल रमेन डेका ने कहा कि जिले के विकास के लिए सभी नागरिकों को प्रदेश की योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए और समय पर उनका लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक योजना का जमीनी स्तर पर शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने पर्यावरण संतुलन के लिए वृक्षारोपण को बढ़ावा देने और टीबी मुक्त भारत के लिए युद्ध स्तर पर कार्य करने की कहा। अंत में कलेक्टर शर्मा ने राज्यपाल को स्मृति चिह्न भेंट किया।


