बेमेतरा

लावातरा के विद्यार्थियों ने देखा कोणार्क का सूर्य मंदिर
04-Jan-2025 2:35 PM
लावातरा के विद्यार्थियों ने देखा कोणार्क का सूर्य मंदिर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 जनवरी।
शीतकालीन अवकाश में बेरला विकासखंड के शासकीय हाई स्कूल लावातरा के 40 विद्यार्थियों ने अपने पालकों की अनुमति से चार दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण में उड़ीसा की यात्रा किए। जिसमें उनके साथ शिक्षक एवं शिक्षकों के परिवार के साथ साथ पूर्व विद्यार्थी भी शामिल हुए। विद्यार्थियों ने कोणार्क का सूर्य मंदिर, भारत के चार धामों से पूर्व दिशा में बंगाल की खाड़ी के समीप स्थित एक धाम जगन्नाथ पुरी धाम, बंगाल की खाड़ी, दुनिया का सबसे लंबा बांध हीराकुंड बांध, उड़ीसा की राजधानी भुवनेश्वर का लिंगराज मंदिर आदि स्थानों का भ्रमण किया। 

प्राचीन काल में निर्मित इन मंदिरों के कलाकृति एवं शिल्प कला को देख विद्यार्थी अभीभूत हो गए। उक्त स्थानों का भ्रमण के पश्चात सभी विद्यार्थी अति उत्साहित नजर आए। सभी बच्चों के चेहरे पर अपार प्रसन्नता देखी गई। 

इस शैक्षणिक भ्रमण में संस्था प्रमुख प्राचार्य रविशंकर देशलहरे, व्याख्याता भुवन लाल साहू, अनुज राम साहू, प्राथमिक शाला प्रधान पाठक ओंकार प्रसाद साहू, पूर्व माध्यमिक शाला की शिक्षिका वीणा देवी सारथी का विशेष योगदान रहा। इस शैक्षणिक भ्रमण में स्वयं सेवी शिक्षिकाएं रानी साहू, लोमिका साहू सहित शाला के पूर्व विद्यार्थी निशा साहू, प्रिया साहू, टकेश्वरी साहू, मेनिका साहू, भिनेश्वरी साहू , रूखमणी साहू, हिमांशु साहू आदि भी उत्साहपूर्वक शामिल हुए। 

व्याख्याता भुवन लाल साहू ने बताया कि शैक्षिक भ्रमण टीमवर्क, नेतृत्व और पारस्परिक कौशल के विकास को बढ़ावा देते हैं। वे छात्रों को अपने आरामदायक क्षेत्र से बाहर निकलने का अवसर प्रदान करते हैं, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ता है और जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है। छात्र समूहों में काम करना सीखते हैं, जिससे उनकी टीम वर्क कौशल में सुधार होता है। व्याख्याता भुवन लाल साहू ने बताया कि कक्षा से बाहर जाकर शैक्षिक भ्रमण के माध्यम से हम प्रकृति और मनुष्य के सह- सम्बन्धों को बेहतर तरीक़े से समझ सकते हैं। बच्चों को तो अपने परिवेश की काफी सारी जानकारी होती है और उसी जानकारी को विषय व विषयवस्तु से जोडऩा और उसमें विस्तार करना शैक्षिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य है।


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