बेमेतरा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 19 मई। जिले में खरीफ के लगातार तीन सीजन में गन्ना का रकबा बढ़ गया है। जिले में दोनों सीजन में किसान गन्ने की खेती कर रहे हैं। जिले में खरीफ सीजन 2023 के दौरान 4332 हेक्टयर में गन्ना का उत्पादन किया गया था। वहीं रबी फसल सीजन के दौरान जिले में 2650 हेक्टेयर में गन्ना का उत्पादन किया गया था। जिले में पांच सीजन पूर्व गन्ने की खेती 3174 हेक्टेयर में की जा रही थी। इस लिहाज से जिले में पूर्व की अपेक्षा वर्तमान में 12 सौ हेक्टेयर का इजाफा हुआ है।
जिले में गन्ना का रकबा लगातार बढऩे से एक बार फिर शक्कर कारखाना प्रारंभ करने की दिशा में बल मिला है। जिले में शक्कर कारखाना प्रारंभ करने के लिए 2019 के दौरान शासन को प्रस्तुत प्रस्ताव में जिले में गन्ना का रकबा 4500 हेक्टेयर होने की स्थिति में कारखाना के लिए मुंगेली व भटापारा जिला मिला कर कुल 6000 हेक्टेयर में पर्याप्त गन्ना होने की संभावना जताई गई थी। तब बेमेतरा जिले में 3174 हेक्टेयर में गन्ना की पैदावारी की जा रही थी, जो आज 1200 हेक्टयर बढ़ चुका है। वर्तमान स्थिति में जिले में गन्ना का उत्पादन खरीफ सीजन में 4350 हेक्टेयर तक पहुंच गया है। 2023 -24 में गन्ना का उत्पादन 4500 हेक्टेयर से अधिक होने की संभावना है। जिले में बंपर उत्पादन को देखते हुए शक्कर कारखाना प्रांरभ करने की मांग बढ़ गई है।
कारखाने के लिए पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध हो सकेगा
बताया गया कि समान्य तौर पर 2500 टन प्रतिदिन पेराई क्षमता वाले कारखाना के लिए 6000 हेक्टेयर क्षेत्र में गन्ना उत्पादन से पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध हो सकेगा, जिससे जरूरी 4,53000 टन गन्ना का उत्पादन होगा। इससे जिले में एक साल के लिए 4 लाख टन गन्ने की पेराई कर शक्कर बनाया जा सकता है परंतु इतने क्षमता वाले कारखाने के लिए प्रथम सीजन में 2 लाख 80 टन गन्ना, दूसरे सीजन में भी इतना ही और तीसरे सीजन में 3 लाख 56 हजार टन गन्ने की जरूरत होने की कार्ययोजना को प्रस्तुत प्रस्ताव में शामिल किया गया था। जिले में वर्तमान स्थिति में प्रति हेक्टेयर 72.50 टन का उत्पादन होता है। सकल तौर पर कुल 315375 टन गन्ना का वार्षिक उत्पादन जिले में हो रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी, पर अमल नहीं हुआ
जिले में शक्कर कारखाना प्रारंभ करने के लिए बीते दशक भर से अधिक समय से प्रयास किए जा रहे हैं। 2019 के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिले में 30 करोड़ की लागत से शक्कर कारखाना प्रारंभ करने की घोषणा प्रवास के दौरान की थी। घोषणा के बाद जिले से 24 अप्रैल 2019 को जिले में शक्कर कारखाना स्थापित करने के लिए संचालक कृषि छत्तीसगढ़ को प्रस्तुत किया गया था, जिसके बाद 10 अगस्त 2022 को सचिव सहकारिता विभाग मंत्रालय महानदी भवन द्वारा शासकीय पत्र जारी किया गया था, जिसके बाद की कार्यवाही अब तक सामने नहीं आई है।
जिले के हजारों किसान कवर्धा कारखाना के शेयर होल्डर
कवर्धा में संचालित भोरमदेव सहकारी शक्कर उत्पादक कारखाना कवर्धा में जिले के 2557 किसान सदस्य हैं, जिनकी सदस्यता अंश राशि ?5 लाख 11 हजार 400 का है। प्रावधान के तहत बेमेतरा जिले में नवीन सहकारी कारखाना प्रांरभ किए जाने की स्थिति में अनापत्ति पूर्व में दर्शा चुके हैं। वर्तमान में भोरमदेव कारखाना की गन्ना आपूर्ति के लिए केवल कबीरधाम जिले के गन्ने को आरक्षित किया गया है।
तीन साल से लगातार गन्ने के रकबा में हो रही है बढ़ोत्तरी
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में खरीफ सीजन के दौरान बीते तीन सत्र से लगातार गन्ना का रकबा बढ़ता जा रहा है। सत्र 2021 में 3778 हेक्टेयर, सत्र 2022 में 4200 हेक्टेयर और सत्र 2023 में 4332 हेक्टेयर में पैदावारी की गई थी। इसके अलावा रबी फसल सीजन के दौरान जिले में बीते सत्र में 2023 में 1000 हेक्टेयर में फसल ली गई थी। इस सत्र के दोनों सीजन के दौरान जिले में 5332 हेक्टेयर में गन्ना का उत्पादन किया गया है।
जिले की पुरानी मांग है, इससे अवगत कराएंगे -तिवारी
किसान नेता योगेश तिवारी ने कहा कि शक्कर कारखाना हमारे जिले की पुरानी मांग है, जिसे लेकर पहल करने के लिए मुख्यमंत्री को इससे अवगत कराएंगे।


