बेमेतरा

सर्वर ने रूलाया, घंटों कतार में महिलाओं ने किया इंतजार, न ई-केवाईसी हुई और न खाता खुला
20-Dec-2023 2:34 PM
सर्वर ने रूलाया, घंटों कतार में महिलाओं ने किया इंतजार, न ई-केवाईसी हुई और न खाता खुला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 20 दिसंबर।
जिला मुख्यालय के दूरदराज क्षेत्रों से महिलाएं पोस्ट ऑफिस में खाता खुलवाने व गैस एजेंसियों में ई-केवाईसी कराने के लिए भारी संख्या में पहुंच रही हैं। कामकाज छोडक़र शहर आने वाली महिलाओं के लिए सर्वर दुश्मन साबित हो रहा है। जिले के पोस्ट ऑफिस व गैस एजेंसियों में लग रही महिलाओं की भीड़ को देखते हुए इस समस्या के निराकरण के लिए अभी तक प्रशासनिक पहल होती दिखाई नहीं दे रही है।

जानकारी हो कि सत्ता परिवर्तन के बाद करीब 20 दिन का समय पूर्ण हो चुका है। सत्ता बदलने के साथ ही मातृवंदन योजना के तहत डाकघरों में खाता खुलवाने के लिए पहुंचने वाली महिलाएं कई तरह की दिक्कतों का सामना कर रही हैं। कर्मचारियों ने बताया कि खाता खुलवाने के लिए महिलाएं सुबह से आ जाती हैं पर सर्वर की समस्या है। सर्वर आने पर ही खाता खुलने की प्रकिया हो पाती है। खाता नहीं खुलने पर घंटों तक रूकने के बाद महिलाओं को बैरंग वापस लौटना पड़ता है। ग्राम लोलेसरा से आई त्रिवेणी सेन ने बताया कि वह करीब पांच घंटे से कतार लगाकर खड़ी हैं पर अब तक पहले आई महिलाओं का ही नंबर नहीं आया है। 

मानपुर निवासी सरस्वती बाई वर्मा ने बताया कि वो दो बार आकर बैरंग लौट चुकी हैं। बेमेतरा निवासी मीना तिवारी के अनुसार उन्हें मातृवंदन योजना के तहत डाकघर में खाता खुलवाने के लिए बार-बार आना पड़ रहा है। जिला मुख्यालय में शहर के सभी 21 वार्ड, बिलाई, पिकरी, मुरपार, बैजी, लोलेसरा, बहुनवागांव व आसपास के 15 किलोमीटर के गांवों की महिलाएं खाता खुलवानेे पहुंच रही हैं।

सिर्फ 145 खाता खोले गए 
जिला मुख्यालय के डाकघर में अवकाश को छोडक़र 3 दिन के दौरान सर्वर डाउन होने की वजह से केवल 145 महिलाओं का खाता खुल पाया है। वहीं करीब 800 से अधिक महिलाओं को खाता खोले बगैर वापस लौटना पड़ा।

अभी तक प्रशासन ने नहीं कि कोई पहल 
महिलाओं को खाता खोलने व ई-केवाईसी के लिए भटकना पड़ रहा है। महिलाओं की समसया को देखते हुए शिविर लगाने के लिए प्रशासनिक पहल नहीं की जा रही है। पूर्व में इस तरह की स्थिति के निराकरण के लिए निर्धारित स्थल में शिविर लगाकर जनता को सहूलियत दी जाती थी, पर इस बार ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दे रहा है।

बैंक से अधिक पोस्ट ऑफिस में भीड़ 
जिले में बैक की अपेक्षा डाकघर से जुड़े लोगों की संख्या अधिक है। अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच होने की वजह से भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा डाकघर में खाता खोलने के लिए पत्र जारी कर महिलाओ का खाता जीरो बैलेंस में खोलने के निर्देश दिए हैं, जिसमें आधार का ऑनलाइन वेरिफिकेशन की प्रकिया पूरी कर पोस्ट खाता खोलकर महिलाओं से संबंधित सभी तरह की योजनाओं का लाभ देना है। ब्रांच मैनेजर ने बताया कि खातेदार को 200 रुपया जमा करना है, जिसमें 170 रुपए चार्ज व लगभग 25 रुपया खाते में जमा होगा। सर्वर नहीं होने से समस्या है। आज केवल 17 खाते खुल पाए हैं।

ई-केवाईसी कराने महिलाएं हुईं परेशान  
उज्ज्वला योजना के हितग्राहियों को आने वाले समय में 500 रुपए की सब्सिडी दी जानी है। लाभ लेने से पूर्व खातों की ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया गया है। अनिवार्य होने के कारण कनेक्शनधारी महिलाओं को कार्यालयों व गैंस एजेंसियों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं। इस बीच नया कनेक्शन लेने वालों को कनेक्शन भी नहीं मिल रहा है। 

ग्राम पिपरभ_ा से आए विश्वनाथ यादव ने बताया कि चार दिन से ई-केवाईसी के लिए आ रहा हूं पर अपडेट नहीं हो रहा है। 15 किमी दूर से आई रधीया बाई व जानकी बाई सेन के अनुसार सुबह आठ बजे से घर के सभी कामों को छोडक़र अपडेट कराने आई हैं। पहले उन्हें एजेंसी मुख्यालय बालसमुंद्र जाना पड़ा, जहां से बेमेतरा जाने कहा गया। फिर बेमेतरा पहुंचे तो सर्वर नहीं होना बता रहे हैं। सुबह से 50 किलोमीटर का सफर कर चुकी हैं। बेमेतरा में 4 घंटा बैठे हो गया है। अब शाम 4 बजे या फिर बुधवार को आने की बात कह रहे हैं। ग्राम बिलाई निवासी बिसाली साहू ने बताया कि ई-केवाईसी की वजह से उसे नया कनेक्शन नहीं मिल रहा है।


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