बेमेतरा
धान बेचने में जिले के किसान प्रदेश में दूसरे नंबर पर
आशीष मिश्रा
बेमेतरा, 5 दिसंबर (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था वाले बेमेतरा जिला के तीनों विधानसभा में किसानों ने कांग्रेस के कर्जमाफी के वादे को दरकिनार कर अब तक 38 हजार से अधिक किसानों ने 132 करोड़ से अधिक का धान बेचा है।
धान बेचने के मामले में जिला प्रदेश में दूसरे स्थान पर रहा है। किसानों ने बीते 1 नवबंर के बाद से अवकाश व बारिश से प्रभावित होने के बाद भी दीगर जिलों की अपेक्षा अधिक संख्या में धान बेचा है। इससे किसानों के रूख को समझा जा सकता है।
जानकारी हो कि जिले के 19 सहकारी बैंक से जुड़े 102 समितियों से बेमेतरा, साजा, बेरला व नवागढ़ ब्लाक के 110985 किसानों ने 375 करोड़ 91 लाख 70 हजार नगद व धान, बीज के तौर पर 114 करोड़ 87 लाख 56 हजार समेत 490 करोड़ 69 लाख 26 हजार का कर्ज लिया है। जिले में बीते 1 नवंबर के बाद से अवकाश व वर्षा के कारण धान खरीदी प्रभावित होने के बावजूद भी 38594 किसानों ने धान बेचने के बाद 132 करोड़ 46 लाख 76 हजार से अधिक का कर्ज का भुगतान समितियों के पास किया है।
सबसे अधिक कर्ज लेने वाले नवागढ़ में
जिले के 19 सहकारी बैक शाखा में सबसे अधिक कर्ज नवागढ़ शाखा से जुड़े किसानों ने लिया है। 12451 किसानों ने 4974 लाख का कर्ज लिया है। संबलपुर के 8031 किसानों ने 3283 लाख, थानखम्हरिया से 7470 किसानों ने 3448 लाख, दाढ़ी सें 7322 किसानों ने 2849 लाख, बेरला से 6983 किसानों ने 3187 लाख, भिंभौरी से 6606 किसानों ने 2997 लाख, देवरबीजा में 6200 किसानों ने 3259 लाख, खंडसरा में 6019 किसानों ने 3197 लाख, खर्रा से 5640 किसानों ने 2503 लाख रूपये का कर्ज लिया है।
ठेलका में 5505 किसानों ने 2327 लाख, देवकर में 5388 किसानों ने 2226 लाख, नांदघाट में 4858 किसानों ने 1551 लाख, जेवरा में 4468 किसानों ने 2094 लाख, बालसमुन्द में 4380 किसानों ने 1856 लाख का कर्ज लिया है। बेमेतरा में 4132 किसानों ने 2029 लाख, मारो में 4168 किसानों ने 1360 लाख, साजा में 4125 किसानों ने 1962 लाख, परपोड़ी में 3964 किसानों 2183 लाख, केहका में 3235 किसानों ने 1776 लाख का कर्ज लिया है। जिनमें से टोकन प्राप्त करने वाले किसान धान बेचकर कर्ज का भुगतान कर रहे हैं।
जानकार मानते हैं कि दीगर जिले में कर्ज माफी की वजह से धान बेचने के लिए किसान केन्द्र में कम ही पहुंच रहे हैं, पर बेमेतरा जिले में धान का आवक होने के बाद से किसान धान बेचने के लिए अधिक रूचि दिखा रहे हैं।
एक नजर आंकड़े पर
कर्ज लेने वाले किसान- 110985
नगद कर्ज लिया- 37581.70 लाख
खाद, बीज लिया - 11487 लाख का
कुल कर्ज - 490 करोड़ 69 लाख 26 हजार
कर्ज जमा करने वाले किसानों की संख्या - 38894
जिले में जमा कर्ज की राशि - 132 करोड़ 46 लाख 76 हजार
धान बेचने में प्रदेश में दूसरे स्थान पर है जिला
धान बेचने के लिए जिले के 129 धान उपार्जन केन्द्रों में खरीदी प्रारंभ होने के शुरूआती समय गुजर जाने व फसल कटने के बाद से अधिक संख्या में आकर धान बेचना शुरू किया है। बीते 15 दिनों से जिले में प्रतिदिन 3000-5000 किसानों ने धान बेचा है। जिले में किसानों ने कर्ज माफी को दरकिनार कर जिस तरह से धान बेचने के लिए कदम बढ़ाया है। इससे जिला प्रदेश में धान बेचने के मामले में दूसरे स्थान पर पहुंचा है। जिले में अब तक 38594 किसानों ने 1003359 क्विंटल मोंटा, 194258 क्विंटल पतला व 69101 क्विंटल सरना धान समेत 1888633 क्विंटल धान बेचा है। किसानों से 412,67,71443 रूपये का धान खरीदा गया है। बेमेतरा जिला प्रदेश के महासमुंद जिले से धान बेचने के मामले में पीछे है। बेमेतरा जिला से अधिक धान उपार्जन केन्द्र वाले जिले में शामिल बालोद, बलौदाबाजार, रायपुर, कांकेर, बिलासपुर से आगे है।
जिले के किसानों ने कर्ज माफी को नकारा
भाजपा नेता व नगर पालिका उपाध्यक्ष पंचू साहू ने कहा कि जिले में जिस तरह से धान खरीदी केन्द्रों मे धान बेचने के लिए किसान पहुंच रहे हैं उसे देखते हुए पहले ही समझ आने लगा था कि जिला में कर्ज माफी का वादा को किसानों ने गंभीरता न लेकर नकार दिया है।
भाजपा नेता कमलेश वर्मा ने कहा कि जिले में 38 हजार से अधिक किसान कर्ज पटा चुके हैं। बहरहाल जिले में धान का आवक बढ़ रहा है। केन्द्रों में धान की आवक को देखते हुए उठाव व भंडारण का दबाव बढऩे लगा है।


