बेमेतरा

आवक ज्यादा और उठाव कमजोर होने से खरीदी केन्द्रों में धान रखने की जगह नहीं
04-Jan-2023 3:47 PM
आवक ज्यादा और उठाव कमजोर होने से  खरीदी केन्द्रों में धान रखने की जगह नहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 4 जनवरी।
जिले में 60 दिन की धान खरीदी में पंजीकृत किसानों से 87 फीसदी से अधिक धान अब तक खरीदा जा चुका है। केन्द्रों में धान का आवक बढऩे के बाद 20 धान खरीदी केन्द्रो में अधिक स्टाक होने की वजह से जगह पडऩे लगा है। प्रभावित केन्द्रों में परिवहन को लेकर सक्रियता नहीं बरते जाने पर कामकाज प्रभावित होने की संभावना बनने लगा है। जानकारी के अनुसार जिले के 127 धान खरीदी केन्द्रों मेें धान बेचने के लिए 150658 किसानों ने पंजीयन कराया है।

जिसमें 12883 किसान लघु व सीमांन्त स्तर के किसान व 21775 बड़े किसान शामिल है। जिन्होंने अपने 182934 हेक्टेयर रकबा का धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है। जिसमें से अभी तक 1122402 लघु व सीमान्त किसान व 18705 बड़े किसान समेत कुल 131107 किसान अपने 149909 हेक्टेयर रकबा का कुल 554663 टन धान बेच चुके है जो कुल पंजीयन का 87 फिसदी के करीब है।

10 फीसदी अधिक खरीदी का लक्ष्य
शासन के दिशा निर्देश के बाद जिले में इस बार पूर्व की अपेक्षा 10 फीसदी अधिक धान खरीदी का लक्ष्य तय किया गया है। इस वर्ष का लक्ष्य 7 लाख एम टन का है । जिले में जारी सत्र के दैारान अनुमानित धान खरीदी में से 3 लाख 15 हजार टन धान जिले के मिलर्स को दिया जा रहा है, जिसमें से 2 लाख 65 हजार टन समितियों से सीधे व 50 हजार टन संग्रहण केन्द्रों से दिया जा रहा है। अन्य जिले के मिलर्स को समितियों से 2 लाख 45 हजार टन व संग्रहण केन्द्रों से 1 लाख 30 हजार टन समेत कुल 3 लाख 85 हजार टन धान दिया जा रहा है। बहरहाल जिले में अभी भी लगभग एक लाख 70 हजार टन से अधिक धान खरीदा जाना बाकी है। वही अवकाश को छोडक़र करीब 20 दिन में ही धान खरीदी होना है जिसे देखते हुए समितियों के सामने फड़ खाली करने व अधिक स्टाक हटाने की समस्या सामना आ चुका है

20 धान खरीदी केंद्रों में क्षमता से अधिक भंडारण
जिले के धान खरीदी केन्द्रो में धान उठाव के लिए परिवहन कर्ताओं को संग्रहण केन्द्र पहुंचाने के लिए अनुबंध किया गया है। वर्तमान में समुचित परिवहन नहीं होने के कारण जिले के 20 धान खरीदी केन्द्रो में 28 हजार क्विंटल से लेकर 17 हजार क्विंटल से अधिक का अधिक भंडारण हो चुका है। चूंकि समितियों के क्षमता से अधिक ओवर स्टाक होने के कारण स्थानाभाव का संकट प्रारंभ होने लगा है जिसे देखते हुए परिवहन में तेजी लाने की दरकार होने की बात तालुकदारों द्वारा बताया जा रहा है। ऐसे प्रभावित केन्द्रो संम्बलपुर धान खरीदी केन्द्र, मोहगांव, गांडाडीह, भटगांव, चोगी खपरी, हसदा, देवकर, बदनारा, केहका, सहसपुर, बोरतरा, मोहतरा साजा, कुंवरा, नेंवसा, नवागढ़, सोढ़, परपोडी, बेलतरा ,मुरमा व गोढीकला शामिल है।

ओवरलोड परिवहन करने के बाद भी पूरा उठाव नहीं
धान खरीदी केन्द्रों से धान उठाव के लिए परिवहनकर्ताओं को अनुमति दी गई है। अनुमति के बाद वाहन में निर्धारित मात्रा से अधिक धान भरकर ओवरलोड परिवहन करते आम तौर पर देखा जा रहा है, जिसके बावजूद भी केन्द्रों में उठाव के बाद पुराने धान का स्टाक बरकरार है।

 


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