बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 10 जुलाई। वर्ष 2025 तक राज्य सहित जिले में भी फ़ायलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य रखा गया है। ऐसे में सामूहिक दवा सेवन गतिविधि हेतु सूक्ष्म कार्ययोजना बना के विभिन्न विभागों का आपसी समन्वय आवश्यक है। उक्त बातें कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने राष्ट्रीय फ़ायलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम की जिला स्तरीय समन्वय समिति की ऑनलाइन बैठक में 19 जुलाई से शुरू हो रहे सामूहिक दवा सेवन गतिविधि के लिए निर्देश देते हुए कही।
श्री जैन ने कहा कि दवा सेवन गतिविधि का शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने हेतु ग्राम स्तर पर नारे लेखन ,पोस्टर ,पाम्पलेट जैसी प्रचार-प्रसार गतिविधि पर भी ध्यान दिया जाए एवं हर सरकारी कार्यालयों में भी कर्मचारियों के लिए दवा की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए ताकि कोई भी छूटने न पाए। उन्होंने मैदानी अमले के लिए इस बाबत समय पर प्रशिक्षण की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए एवं अभियान की सतत रूप से मानिटरिंग के लिए भी निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त पंचायत, शिक्षा, महिला बाल विकास के विभाग प्रमुख सहित आईएमए के प्रतिनिधि भी जुड़े रहे।
बैठक में सामूहिक दवा सेवन गतिविधि के संबंध में जानकारी देते हुए जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. खेमराज सोनवानी ने बताया कि जिले में इस वर्ष 19 जुलाई से 24 जुलाई तक सामूहिक दवा सेवन गतिविधि एवं कृमि मुक्ति दिवस’ चलेगा जिसके तहत लक्षित वर्ग को निर्देशानुसार डीईसी एवं एल्बेन्डाजोल दवा का सेवन करवाया जाएगा।
सीएमएचओ ने बताया कि बलौदाबाज़ार जिले में एक रैंडम साईट में माइक्रो फ़ायलेरिया दर एक से अधिक पाई गई है, जिसका मुख्य कारण जिले में सामूहिक दवा सेवन में समुदाय के द्वारा दवा का सेवन न किया जाना है। ऐसे में इस बार दल द्वारा सभी योग्य व्यक्तियों को अपने समक्ष दवा सेवन कराया जाना सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने आगे कहा कि,विगत वर्ष पूरे राज्य में लिम्फी डिमा जिसे सामान्य बोल चाल की भाषा में हाथी पाँव कहा जाता है। इसके कुल 5017 केस थे, जबकि जिले में यह 286 था, इसी प्रकार राज्य में हाइड्रोसिल के 5657 प्रकरण एवं जिले में 267 केस दर्ज किये गए हैं। यह रोग क्यूलेक्स नामक मच्छर से होता है जो गंदे पानी में पनपता है। छ: दिनों तक चलने वाली गतिविधि में प्रथम दिवस अर्थात 19 जुलाई को हर आंगनबाड़ी केंद्र , सीएचसी,पीएचसी में बूथ का आयोजन किया जाएगा, इसके पश्चात 20 से 22 जुलाई तक टीम द्वारा गृह भ्रमण कर दवा सेवन करवाया जाएगा, जबकि 23 एवं 24 जुलाई को मॉप अप राउंड के माध्यम से छूटे हुए लोगों तक पहुंचा जाएगा। इस गतिविधि को अच्छी तरह से सम्पादित करने हेतु जिले में कुल 2807 दल गठित किये गए हैं, जिसमें मितानिन,आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मचारी सम्मिलित हैं। यह दवा एक वर्ष से कम आयु के बच्चे ,गर्भवती महिलाओं, अति वृद्ध एवं गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों को नहीं दी जानी है।