बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 25 जून। जिले में वैक्सीन लगाने का लक्ष्य बढ़ाकर 20 हजार प्रतिदिन कर दिया गया है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए टीकाकरण साइटों की संख्या बढ़ाकर 222 किए गए हैं। प्रत्येक ब्लाक में 37-37 केंद्र गुरुवार से काम करने लगेंगे।
कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने बुधवार को अफसरों की आनलाइन बैठक लेकर लक्ष्य प्राप्ति के लिए पूरी ताकत लगाने को कहा है। उन्होंने कहा कि केंद्रों पर टीका लगाने की अब कोई ऊपरी सीमा नहीं रखी गई है। जितने भी लोग टीका लगाने आए सबका टीका लगाया जाएगा। बगैर टीके के कोई भी केंद्र से वापस नहीं जाएगा। उन्होंने जिले की सभी जनता को निश्शुल्क टीकाकरण योजना का लाभ उठाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचने का वैक्सीनेशन पुख्ता उपाय है। जिले के लगभग ढाई लाख लोग टीका लगा चुके हैं। पूरी तरह यह सुरक्षित व निरापद है। टीका लगने से कोरोना की संभावित तीसरी लहर का मुकाबला आसानी से किया जा सकता है।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ डॉ. फरिहा आलम सिद्दिकी व अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता भी उपस्थित थे। कलेक्टर ने जोर देकर कहा कि अगले पखवाड़े भर जिला प्रशासन का पूरा जोर टीकाकरण पर रहेगा। आम चुनाव की तर्ज पर मिशन भावना से ये महत्वपूर्ण काम को हमें अंजाम देना होगा। उन्होंने सभी एसडीएम को अपने अनुविभाग की सीमा में आवश्यता के अनुरूप अन्य विभागों से अधिकारी-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाने के लिए अधिकृत कर दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण के दो-तीन पहले मुनादी व घर-घर संपर्क कर लोगों को सूचित करें। वार्डवार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, पंच, सचिव, पटवारी, रोजगार सहायक, आरएईओ आदि को जिम्मेदारी दें। जिला स्तरीय नियुक्त किए गए नोडल अफसर अपने सुपरविजन में इस दायित्व का निर्वहन करेंगे। बेहतर कार्य करने वाले लोगों को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्य अतिथि द्वारा जिला प्रशासन की ओर से सम्मानित किया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ा दिए जाने पर एक केंद्र पर अब केवल एक वैक्सीनेटर रहेगा। पहले दो हुआ करते थे।
हर दूसरे दिन समीक्षा करेंगे कलेक्टर
कलेक्टर जैन ने कहा कि फिलहाल सौ फीसद टीकाकरण जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ग्राम पंचायत अब टीकाकरण के लिए मुख्य केंद्र का काम करेंगे। लोगों की सुविधा के अनुरूप भवनों का चयन कर टीका केंद्र बनाए जाएंगे। ध्यान रखा जाएगा कि लोगों को टीके के लिए ज्यादा दूर आना-जाना न पड़े। कलेक्टर स्वयं हर दूसरे दिन अफसरों से आकस्मिक रूप से चर्चा कर इसकी समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षक सहित तमाम सरकारी अधिकारी-कर्मचारी स्वयं टीके लगवाएं। अपने स्वजनों को भी लगवाएं।
दिखाएं व बताएं कि टीका लगने से स्वास्थ्य पर कोई विपरित प्रभाव नहीं होता है। बच्चों के पालकों से भेंटकर उन्हें टीका लगवाने के लिए प्रेरित करें।