बलौदा बाजार

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कसडोल, 1 जून। किसान न्याय योजना के अंतर्गत कसडोल विकास खण्ड के प्रथम एवम द्वितीय चरण में निर्मित गौठानों के वर्मी खादों को समितियों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाने की योजना पर कार्य प्रारंभ करने के निर्देश कृषि ग्रामीण विस्तार अधिकारियों को दिया गया है। जिससे गौष्ठान समितियों के सदस्यों महिला समूहों के आय में वृद्धि हो सके।
कसडोल विकास खण्ड के मैदानी क्षेत्रों के गौष्ठानों सेल छरछेद हसुवा गिधौरी घटमड़वा प हन्दा मटिया आदि पंचायतों के गौष्ठानों का जिला पंचायत बलौदाबाजार सीईओ डॉ.फरिहा आलम सिद्दीकी के निर्देशानुसार उप संचालक कृषि सन्तराम पैकरा सहायक संचालक कृषि कुसुम वर्मा द्वारा 29 एवं 30 मई को सघन दौरा कर अवलोकन किया गया। जहां गौठानों के गोबर को वर्षा के पूर्व संकलित कर व्यवस्थित करनें, तैयार वर्मी खादों को हारवेस्ट कर टेस्टिंग पैकिंग और पोर्टल में एंट्री कराकर समितियों के माध्यम किसानों को बेचने के निर्देश दिए गए। गौठानों से सम्बद्ध ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को दिए गए निर्देश के साथ-साथ उपस्थित महिला समूहों को लगन के साथ सहयोग देने का सुझाव दिया गया। उक्त अधिकारियों द्वारा अधिकांश गौष्ठानों में वर्मी खाद के निरन्तर उत्पादन जारी रहने तथा स्टॉक होनें पर खुशी जाहिर किया गया।
उप संचालक कृषि श्री पैकरा ने भेंट में बताया कि जिन गौठानों में पानी, बिजली , वर्क शैड टँकी तथा घेराबंदी का अभाव है वहां वर्मी खाद निर्माण में दिक्कतें आ रही है। जिसको समाधान करने की आवश्यकता है। उपरोक्त समस्याग्रस्त गौष्ठानों में न तो मवेशियों की संरक्षण और संवर्धन ठीक से नहीं हो सकेगी। इसके अलावा गौष्ठान समितियों को वर्मी खाद निर्माण के अलावा साग सब्जी से लाभ भी अर्जित नहीं हो पा रहा है। गौष्ठानों के निरीक्षण अवसर पर पीके घृतलहरे मयाराम दिनकर ओपी भारद्वाज चैतन्य द्विवेदी थानेश्वर धुरन्धर बसन्त साहू सहित गौष्ठान प्रभारियों महिला समूहों तथा सभी ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी अपने अपनें गौष्ठानों में कार्यरत मिले है।
गौष्ठानों के विस्तार से मिलेगी पर्याप्त वर्मी खाद
वरिष्ट कृषि विकास खण्ड अधिकारी कसडोल बी एस ठाकुर से मिली जानकारी के अनुसार ब्लॉक क्षेत्र के 2 नगर पंचायत कसडोल एवं टुंड्रा के अलावा 116 ग्राम पंचायतें हैं ।अभी 31 ग्राम पंचायतों में कुछ को छोडक़र अधिकांश में वर्मी खाद का निर्माण सुचारू रूप से किया जा रहा है ।
श्री ठाकुर ने बताया कि अधिकांश गौठानों में बिकने के बाद भी खाद स्टॉक में मौजूद है। यदि गौठानों का पंचायत वॉर निर्माण हो जाएगा उस दिन क्षेत्र के 230 ग्रामों के किसानों को वर्मी खाद पर्याप्त मात्रा में मिलने लगेगा। यो कहा जाय कि कृषि खाद के मामले पर किसानों का आकर्षण बढ़ेगा। जिसके साथ उर्वराशक्ति बढ़ेगी और उत्पादन में निश्चित वृद्धि होगी।