बलौदा बाजार

12 किमी दूर से आते हैं दमकल वाहन, आगजनी के बाद असहाय रह जाते हैं प्रभावित
26-May-2025 9:12 PM
12 किमी दूर से आते हैं दमकल वाहन, आगजनी के बाद असहाय रह जाते हैं प्रभावित

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 26 मई। गत दिवस शहर के बीच स्थित चिकित्सक परिवार के मकान में लगी भीषण आग से लाखों की संपत्ति जलकर खाक हो गई। जबकि तीन दिन ही पूर्व संडी के पास वाहनों की भिड़ंत के बाद लगी आग में एक व्यक्ति जिंदा जल गया। दोनों ही घटनाओं में दमकल वाहन को पहुंचने में करीब पौन घंटे लग गए, तब तक आग विकराल रूप धारण कर लिया था।

ऐसे कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जहां मदद देर से पहुंची और हालात बेकाबू हो गए। यह परिस्थितियों दमकल सेवाओं की लचर व्यवस्था को उजागर करती हैं।

विदित हो कि फायर स्टेशन शहर से 12 किलोमीटर दूर ग्राम अमेरा में स्थित है। अगर जिला मुख्यालय या उसके आसपास के किसी हिस्से में आग बुझाने दमकल कर्मी निकलते हैं तो पहुंचने के पहले ही आग अपना काम कर चुकी होती है। आगजनी की घटनाओं के बाद अब फिर से यह मांग उठने लगी है कि जिला मुख्यालय में ही फायर स्टेशन खोला जाएगा।

12 कर्मियों के भरोसे चल रहा था अग्निशमन सेवा का कार्य

कार्यालय नगर सेना अग्निशमन एवं आपातकालीन में स्टाफ की कमी हैं। कार्यालय में जो वाहन उपलब्ध है उनके लिए 25 कर्मचारियों की जरूरत है लेकिन अभी सिर्फ 12 स्टाफ ही हैं अर्थात जरूरत से आधे स्टाफ से ही किसी तरह काम चल रहा। बारिश, बाढ़ जैसी आपदाओं में इन्हीं दमकल कर्मियों को तैनात कर दिया जाता हैं। यही नहीं विभाग के पास पांच वाहन है लेकिन किसी में भी हाइड्रोलिक सिस्टम नहीं विभाग के पास उपलब्ध पांच वाहनों में से एक मल्टीपर्पस श्रेणी व एक वाटर टैंकर श्रेणी का दमकल हैं। इसमें से दो वाहन ही चालू हालत में है तीन वाहन खराब पड़े हैं। किसी भी फायर ब्रिगेड वाहन में हाइड्रोलिक सिस्टम नहीं हैं। शहर की जनसंख्या तेजी से बढ़ती जा रही है साथ ही व्यवसाय व आवास के लिए बहुमंजिला इमारतें अब शहर की जरूरत बनने लगी हैं। बता दे कि इन दमकलों से सिर्फ तीन मंजिल इमारतों की ही आग बुझाई जा सकती हैं।

बीते 5 साल में शहर सहित जिले में आग लगने की दर्जनों दुर्घटनाएं हुई है इसमें 10 से अधिक स्पाट 20 फीट से ज्यादा की ऊंचाई पर थे यहां रस्सी व सीढिय़ों के सहारे फायर कर्मियों ने किसी तरह आग बुझाई। एक फायर कर्मी ने बताया कि हाइड्रोलिक सिस्टम सीढी नहीं होने की वजह से वे सामान्य सीढ़ी पर स्वयं और पाईप का भी बैलेंस बना बनाते हैं यह काफी खतरे वाला होता हैं।

2020 से जिला मुख्यालय में

नहीं मिल पाई जमीन

जिला मुख्यालय में फायर ब्रिगेड स्टेशन की व्यवस्था नहीं हो पायी हैं। कार्यालय नगर सेना अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवा के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय मुख्य मार्ग स्थित यातायात थाने के पीछे खाली पड़ी शासकीय भूमि को फायर स्टेशन के आवंटन के लिए 2020 में प्रकरण चल रहा है, परंतु राजस्व अमले के अनुसार जनपद पंचायत की यह जमीन पुलिस विभाग को आवंटित हो चुकी है। यही वजह है कि कार्यालय के लिए 1.20 करोड़ रुपए की स्वीकृत राशि भी जमीन नहीं होने की वजह से लेप्स हो जाएगी।


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