बलौदा बाजार

डायलिसिस व कैंसर के इलाज के लिए दूसरे शहर जा रहे मरीज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बलौदाबाजार, 7 मार्च। जिला बने महज 11 वर्ष बीत जाने पर जिला अस्पताल में क्लास वन के 17 डॉक्टरों के पद रिक्त हैं, यहां सिर्फ 4 डॉक्टर हैं, उनमें से 2 संविदा पर हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ निश्चितना विशेषज्ञ है ही नहीं, क्लास वन डॉक्टरों की जगह क्लास टू के डॉक्टरों से काम चलाया जा रहा है। राज्य शासन की ओर से आए दिन रिक्त पदों की जानकारी तो मांगी जा रही है, पर डॉक्टरों की नियुक्ति पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
बलौदाबाजार जिले में नए जिला अस्पताल को खोलें 3 वर्ष हो गए हैं पर उच्चस्तरीय इलाज की सुविधाएं मरीजों को चोट लग जाने पर ही मरीजों को रेफर कर दिया जाता है, क्योंकि यहां जांच के लिए सीटी स्कैन मशीन नहीं है और ना ही हड्डियों के ऑपरेशन के लिए सी आर्म मशीन किडनी और कैंसर से पीडि़त मरीजों को भी इलाज के लिए रायपुर या फिर दूसरे शहर तक दौड़ लगानी पड़ रही है, वहीं शासकीय अस्पताल के बजाय निजी अस्पतालों में डायलिसिस व कीमोथेरेपी रेडिएशन की सुविधा नहीं है।
जिला अस्पताल की जीवन दीप समिति बैठक में कलेक्टर के समक्ष डॉक्टरों की कमी दूर करने सुविधाओं की बढ़ोतरी उपकरणों की खरीदी को लेकर एक प्रस्ताव बनाया गया था जिससे शासन को भेजा गया है सिविल सर्जन डॉक्टर राजेश अवस्थी ने बताया कि सुविधाएं बढऩे लगातार पत्राचार कर रहे पर कोई पहल नहीं हो रही।
हास्पिटल में सुविधा नहीं
कैंसर से पीडि़त मरीजों का तो यह इलाज ही नहीं होता चेकअप के बाद सीधे रायपुर या फिर दूसरे बड़े शहर भेज दिया जा रहा है। कैंसर की कीमो थेरेपी रेडिएशन तक की सुविधा मरीजों को नसीब नहीं हो रही है। जिले में लगभग 150 से अधिक कैंसर से पीडि़त मरीज हैं, जिन्हें हर माह इलाज के लिए रायपुर या फिर 6 घंटे का रास्ता तय कर नागपुर जाना पड़ता है।
डायलिसिस कराने के लिए दूसरे शहर जाते हैं मरीज
एमसीएम के किडनी की मरीज से पीडि़त मरीजों के लिए डायलिसिस की सुविधा मुहैया कराने की मांग लंबे समय से हो रही है दरअसल जिले के 100 से अधिक किडनी की बीमारी से पीडि़त मरीजों को डायलिसिस करने के लिए हर सप्ताह या फिर महीने में रायपुर या दूसरे शहर अस्पताल जाना पड़ रहा है यहां पर महंगे दर पर डायलिसिस करानी पड़ रही है।
यह सुविधाएं आम जनता को मुहैया नहीं करा पा रहा है जिला अस्पताल
- किडनी के मरीजों के लिए
- डायलिसिस सुविधा नहीं
- जांच के लिए सीटी स्कैन मशीन नहीं
- कैंसर कीमोथेरेपी रेडिएशन मशीन नहीं
- जिला अस्पताल में डिजिटल एक्सरे मशीन नहीं
- हड्डी के ऑपरेशन के लिए सी आरो मशीन नहीं है।