बलौदा बाजार

कोरोना संक्रमण की मंदी से उबरने बाजार चमकने की उम्मीद लगाए हैं कारोबारी
02-Nov-2021 8:49 PM
 कोरोना संक्रमण की मंदी से उबरने बाजार चमकने की उम्मीद लगाए हैं कारोबारी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बलौदाबाजार, 2 नवंबर। मंगलवार को धनतेरस के (छोटी दिवाली) लिए बाजार पूरी तरह से सजकर तैयार है। जैसे-जैसे दिन ढलता जाएगा बाजार में ग्राहकों का सैलाब उमड़ेगा, ऐसी उम्मीद की जा रही है। कोरोना संक्रमण के कारण हुई मंदी के 2 साल बाद ये मौका आया है। जिले में धनतेरस का बाजार 40 करोड़ के पार होने की संभावना है।

विभिन्न सेक्टरों के संचालकों से मिली जानकारी के अनुसार इस वर्ष जिले भर में दोपहिया वाहनों से 25 करोड़, सर्राफा बाजार में लगभग 8 से 9 करोड़, कपड़ा बाजार में लगभग 3 करोड़, बर्तन बाजार में 1 करोड़ तथा इलेक्ट्रॉनिक बाजार में दो करोड़ का कारोबार होने की संभावना है।लगभग हर दुकान पर भीड़ लगेगी, खासकर ऑटो मोबाइल, सराफा बाजार, बर्तन बाजार पर करोड़़ों की धनवर्षा का अनुमान व्यापारी लगा रहे हैं। इस दौरान मिष्ठान, गिफ्ट, रेडीमेड, गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक दुकानें भी देर रात तक खुली रहेंगी।

जगमगा रहा सराफा व्यवसाय

त्यौहार में बर्तनों के साथ ही सोना-चांदी जैसी कीमती धातुएं भी काफी खरीदी जाती हैं। यही कारण है कि सराफा बाजार जगमगा रहा है। शहर के दीपाली ज्वेलर्स, अनिल ज्वेलर्स, महावीर ज्वेलर्स, तिरूपति ज्वेलर्स के संचालकों ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण हुई मंदी के 2 साल बाद ऐसा मौका आया है। इस दौरान सिक्कों की सबसे ज्यादा खरीदारी होगी, साथ ही लाइट ज्वैलरी भी इन दिनों डिमांड में है। कई ग्राहक अपनी मनपसंद ज्वेलरी पहले ही बुक करा चुके हैं।

बर्तन बाजार में सबसे ज्यादा रौनक

सबसे ज्यादा रौनक बर्तन बाजारों में देखने को मिलेगी। दुकानों के अंदर-बाहर लाइन लगाकर ग्राहक खरीदारी करेंगे। इसको लेकर शहर भर की दुकानें दुल्हन की तरह सज चुकी हैं। बर्तन व्यवसायी निखिलेश परसवानी का कहना है कि सबसे ज्यादा खरीदारी बर्तनों की तो होगी ही साथ ही होम एप्लाइसेज भी काफी पसंद किए जाते हैं, इसको लेकर स्टॉक बहुत पहले ही बढ़ा लिया गया है।

वाहनों की एडवांस बुकिंग

वहीं धनतेरस व दिवाली पर नया वाहन खरीदने का काफी क्रेज रहता है जिसके चलते काफी दिनों से दोपहिया व चारपहिया वाहनों की बुकिंग चल रही है। अग्रवाल मोटर्स के संचालक उमेश अग्रवाल ने बताया कि सडक़ों पर 5000 से अधिक गाडिय़ां उतरने की उम्मीद है। किसानों को तीसरी किश्त की मिली राशि के चलते ऑटो सेक्टर को काफी उम्मीदें हैं।


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