नई दिल्ली, 27 मार्च । कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति और बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने औरंगजेब, संभल मंदिर-मस्जिद विवाद, वक्फ बिल समेत कई मुद्दों पर आईएएनएस से खास बातचीत की। उन्होंने भाजपा सरकार पर भी सवाल खड़े किए। साथ ही राजनीति में एंट्री को लेकर भी अपनी ख्वाहिश जाहिर की। राजनीति में एंट्री के सवाल पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, "जब भी कांग्रेस को लगेगा कि मुझे सक्रिय राजनीति में आना है, तो मैं अपने परिवार के आशीर्वाद के साथ जरूर शामिल होऊंगा। मैं हमेशा लोगों के बीच में हूं। चाहे वह मेरा धार्मिक दौरा हो या फिर चैरिटी से संबंधित यात्रा, मैं लोगों के बीच ही रहता हूं। मैं भले ही सक्रिय राजनीति में नहीं हूं, लेकिन अपना चाल-चलन मंत्री जैसा रखना पड़ता है, क्योंकि अगर आप गांधी परिवार के सदस्य हैं, तो हर कदम सोच-समझकर लेना पड़ता है। लोग उम्मीद करते हैं कि उनके बीच रहकर सेवा की जा सके। अगर मैं संसद में होता हूं, तो किसी भी काम को बड़े तरीके से कर पाऊंगा। मुझे लगता है कि हर चीज का समय होता है। मुझे खुशी है कि प्रियंका सांसद हैं और मेरी भी यही ख्वाहिश थी कि वह लोगों की सेवा करें।" बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन के राणा सांगा पर दिए गए बयान को लेकर कहा, "औरंगजेब रोड का नाम बदलने की मांग हो रही है। इसके अलावा, मस्जिद का भी सर्वे कराया जाता है या फिर रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट का नाम बदलने की बात होती है। मुझे लगता है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। अभी इनकी (भाजपा की) सरकार है, तो यह सब किया जा रहा है। मुझे लग रहा है कि इन मुद्दों से अगली पीढ़ी सहमत नहीं है।
लोगों के बीच रहने पर मेरा अनुभव यही रहा है। मैं जहां भी जाता हूं, उनसे ही सीखता हूं और फिर उनकी मांगों को समझता हूं। लोग कहते हैं कि आप असल मुद्दों जैसे महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की सुरक्षा के बारे में बात क्यों नहीं करते। रोड का नाम बदलने या बाबर के बारे में बात करने से कुछ नहीं होने वाला है।" उन्होंने कहा, "दूसरी तरफ देखेंगे, तो पता चलेगा कि अल्पसंख्यक समाज के लिए आरएसएस पार्टियां आयोजन कर रही है। ‘सौगात-ए-मोदी’ के तहत 32 लाख किट बांटे जा रहे हैं। मुझे लगता है कि यह एक विरोधाभास है, क्योंकि अल्पसंख्यक समाज के लोगों पर पाबंदी लगाई जाती है और उनका इतिहास खंगाला जाता है। इससे किसी का भी फायदा नहीं होने वाला है। यह बिल्कुल भी प्रासंगिक नहीं है। इस समय एकजुट होना सबसे जरूरी है। चाहे महिलाओं की सुरक्षा की बात हो या फिर किसानों से जुड़े मुद्दे, उनकी कोई सुनवाई नहीं है। औरंगजेब और बाबर जैसे मुद्दे सिर्फ लोगों को तोड़ेंगे, इसलिए न देश और न ही कांग्रेस को चाहिए।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी देश को तोड़ने नहीं देंगे।" बिहार विधानसभा चुनाव पर रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, "मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी को लोगों के बीच में रहना चाहिए और उनकी मुश्किलों को हल करना चाहिए। साथ ही जितने भी वादे किए जाते हैं, उन्हें पूरा करना चाहिए। मुझे लगता है कि जिस तरीके से भाजपा लालू यादव के परिवार को परेशान कर रही है, वह गलत है। जब भी किसी राज्य में चुनाव होते हैं, तो वहां के उम्मीदवारों को परेशान किया जाता है। अगर बिहार में तेजस्वी यादव के साथ एक गठबंधन किया जाए, तो उससे कांग्रेस को लाभ होगा।" छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आवास पर हुई सीबीआई रेड पर उन्होंने कहा, "मेरे भी दफ्तर पर छापे मारे गए थे और मुझे सभी एजेंसियों को झेलना पड़ा है। इतना ही नहीं, मेरे ऊपर बेबुनियाद इल्जाम लगाए गए। मैं करीब 15 बार ईडी के दफ्तर भी गया हूं और मुझे इसका अनुभव है। जहां तक भूपेश बघेल की बात है, तो उन पर गलत आरोप लगाए गए हैं। असल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए यह कार्रवाई की गई है, क्योंकि वे भूपेश बघेल को गलत दिखाना चाहते हैं।