अंतरराष्ट्रीय
अबूजा, 6 जून। दक्षिण पश्चिम नाइजीरिया के एक कैथोलिक गिरजाघर में लोगों पर रविवार को हथियारबंद हमलावरों ने हमला कर दिया और विस्फोट भी किया, जिसमें कम से कम 50 लोगों के मारे जाने की आशंका है। एक जन प्रतिनिधि ने यह जानकारी दी।
ओगुनमोलासुयी ओलुवोले ने कहा कि हमलावरों ने ऑन्दो राज्य के सेंट फ्रांसिस कैथोलिक गिरजाघर को निशाना बनाया। यह हमला तब किया गया जब श्रद्धालु ईसाइयों के त्योहार ‘पेंटेकोस्ट संडे’ के मौके पर वहां जमा हुए थे।
ओलुवोले ने कहा कि मृतकों में कई बच्चे शामिल हैं। वह घटनास्थल और अस्पताल में भी गए, जहां घायलों का इलाज चल रहा है।
अधिकारियों ने मौत के बारे में तत्काल कोई आंकड़ा जारी नहीं किया है। नाइजीरियाई संसद के निचले सदन के सदस्य टिमिलीन ने कहा कि कम से कम 50 लोग मारे गए हैं, हालांकि अन्य लोगों बताया है कि मृतकों की संख्या इससे ज्यादा है। (एपी)
नाइजीरिया का एक बड़ा हिस्सा इस्लामी चरमपंथ का सामना कर रहा है जबकि ऑन्दो को नाइजीरिया का सबसे शांत राज्य माना जाता है।
उत्तर कोरिया, 5 जून । समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया है कि उत्तर कोरिया ने रविवार की सुबह पूर्वी तट पर कम दूरी की आठ बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं
उत्तर कोरिया ने ऐसा तब किया है जब एक दिन पहले दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने अपना पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास पूरा किया है.
रॉयटर्स के मुताबिक़, दक्षिण कोरिया के जॉइंट् चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ ने बताया है कि उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के सुनान इलाक़े से ये मिसाइलें दाग़ी गई हैं.
जापान की क्योडो समाचार एजेंसी ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि उत्तर कोरिया ने एक साथ कई मिसाइलें दाग़ी हैं
ग़ौरतलब है कि उत्तर कोरिया के मामलों के अमेरिका के विशेष दूत संग किम दक्षिण कोरिया के दौरे पर गए थे जिसके जाने के बाद उत्तर कोरिया ने यह किया है.
उन्होंने अपने दक्षिण कोरिया और जापान के समकक्ष से मुलाक़ात की थी. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि उत्तर कोरिया साल 2017 के बाद पहली बार परमाणु परीक्षण कर सकता है.
अमेरिका साफ़तौर पर उत्तर कोरिया से कह चुका है कि कूटनीति के लिए उसके दरवाज़े खुले हैं और वो प्रतिबंधों में ढील देने के लिए चर्चा करने को भी तैयार है.
बीते सप्ताह अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के ख़िलाफ़ अधिक प्रतिबंध लगाने चाहे थे लेकिन इसके ख़िलाफ़ चीन और रूस ने वीटो कर दिया था.
साल 2006 के बाद ऐसा पहली बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में हुआ था जब उत्तर कोरिया पर प्रतिबंध लगाने के मामले में चीन और रूस ने वीटो किया हो. साल 2006 में उत्तर कोरिया ने पहला परमाणु परीक्षण किया था. (bbc.com/hindi)
यूक्रेन, 5 जून । यूक्रेन के विदेश मंत्री ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के एक बयान पर नाराज़गी जताई है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने एक बयान में कहा था कि यह महत्वपूर्ण है कि रूस को अपमानित ना किया जाए ताकि कूटनीतिक तौर पर इस मामले को हल करने के लिए संभावनाएं बनी रहें.
मैक्रों के इस बयान पर यूक्रेन के राष्ट्रपति दिमित्रो कुलेबा ने इस पर आपत्ति जताई है.
कुलेबा ने ट्वीट करके अपनी नाराज़गी जताई है.
उन्होंने लिखा है कि रूस का अपमान ना करने की बात करके फ्रांस और ऐसा कहने वाला कोई भी दूसरा देश सिर्फ़ अपना ही अपमान करा सकता है. क्योंकि रूस ने ख़ुद ही अपना अपमान किया है. बेहतर यह होगा कि हम सभी इस बात पर फ़ोकस करें कि रूस को उसकी जगह पर कैसे लाया जाए ताकि शांति हो सके और ज़िंदगियों को बचाया जा सके.
मैक्रों का यह कहना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि मैक्रों उन कुछ लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने युद्ध छिड़ने से पहले और उसके बाद भी लगातार रूस के राष्ट्रपति से बात की है. उन्होंने कई बार शांति कायम कराने के लिए बीच-बचाव का प्रयास भी किया है. (bbc.com/hindi)
सोल, 5 जून | सोल और वाशिंगटन ने प्रायद्वीप के पास अपना संयुक्त अभ्यास समाप्त करने के एक दिन बाद रविवार को उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर की ओर आठ छोटी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (एसआरबीएम) दागी। यह जानकारी दक्षिण कोरिया की सेना ने दी। योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने कहा कि प्योंगयांग के सुनन के आसपास के इलाकों से सुबह 9.08 बजे से 9.43 बजे तक अभ्यास का पता चला।
जेसीएस ने ब्यान में कहा, "निगरानी गतिविधियों और सतर्कता को मजबूत करते हुए, हमारी सेना अमेरिका के साथ घनिष्ठ सहयोग में, पूरी तत्परता बनाए हुए है।"
यह इस साल उत्तर कोरिया के 18वें बल प्रदर्शन को चिह्न्ति करता है और राष्ट्रपति यूं सुक-योल के 10 मई को पदभार संभालने के बाद से यह तीसरा प्रदर्शन है, जिसमें अड़ियल शासन पर सख्त होने का संकल्प लिया गया है।
उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की सोल और टोक्यो यात्रा के ठीक बाद 25 मई को पूर्वी सागर में एक संदिग्ध नए प्रकार के आईसीबीएम और दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया।
शनिवार को दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने परमाणु ऊर्जा से चलने वाले विमान वाहक यूएसएस रोनाल्ड रीगन को जुटाने के लिए ओकिनावा से अंतरराष्ट्रीय जल में तीन दिवसीय संयुक्त अभ्यास पूरा किया।
यह नवंबर 2017 के बाद से संयुक्त अभ्यास के दौरान सहयोगियों के लिए पहली बार परमाणु-संचालित विमान वाहक को जुटाने के लिए चिह्न्ति किया गया। (आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 5 जून | पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के एक जंगल में आग लगने से एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, जंगल में लगी आग ने शनिवार को कई घरों को अपनी चपेट में ले लिया।
मरने वालों में तीन महिलाएं शामिल हैं।
प्रांत के वन विभाग ने कहा कि वे आग से हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं, साथ ही आग लगने के कारणों का भी पता लगा रहे हैं। (आईएएनएस)
रेहोबोथ बीच, 5 जून। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के डेलावेयर में स्थित घर के निकट शनिवार को एक छोटा विमान गलती से निषिद्ध हवाई क्षेत्र में घुस गया, जिसके चलते बाइडन और उनकी पत्नी को कुछ देर के लिये बाहर निकाल लिया गया। व्हाइट हाउस और खुफिया सेवा ने यह जानकारी दी।
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन और उनके परिवार को कोई खतरा नहीं है और ऐहतियाती कदम उठाए गए हैं। स्थिति के आकलन के बाद बाइडन और उनकी पत्नी जिल को रेहोबोथ बीच पर स्थित घर में वापस भेज दिया गया।
खुफिया सेवा ने एक बयान में कहा कि विमान को तुरंत प्रतिबंधित हवाई क्षेत्र से बाहर निकाल लिया गया। (एपी)
भारत सरकार ने यूट्यूब और ट्विटर पर चले रहे डियोड्रेंट के विवादास्पद विज्ञापन को हटाने का आदेश दिया है. सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने शॉट नाम के डियोडेरेंट के वीडियो हटाने का आदेश दिया है.
इस विज्ञापन पर अश्लीलता के आरोप लगाए जा रहे थे. फिलहाल विज्ञापन मानकों के हिसाब से इसके कंटेंट की जांच चल रही है.
मंत्रालय ने कहा है कि ये विज्ञापन आईटी ( इंटरमीडियरी गाइडलाइंस एंड डिजिटल मीडिया एथिक्स) रूल्स 2021 के नियम 3(1)(b)(ii) का उल्लंघन करता है.
मंत्रालय की ओर से यूट्यूब और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भेजे ई-मेल में कहा गया है सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे वीडियो चल रहे हैं जो किसी कंपनी का विज्ञापन लगते हैं. इसे ट्विटर पर शेयर किया जा रहा है. इसमें वीडियो के टाइटिल का जिक्र है- जो लेयर शॉट के नाम से है. ये तीन जून को ‘लेयर शॉट मॉल 15 ओपीटी हिंदी सब एचडी’ शीर्षक से प्रकाशित हुुआ है.
कुछ ट्विटर यूजर्स ने इस विज्ञापन को एडवर्टाइजिंग स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया यानी एएससीआई को रेफर किया था.
स्टैंडर्ड काउंसिल ऑफ इंडिया ने कहा है यह विज्ञापन इसके कोड का उल्लंघन करता है. विज्ञापनदाता से इस विज्ञापन को जांच जारी रहने तक इसे बंद करने को कहा है. (bbc.com)
इस्लामाबाद, 4 जून | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने आधिकारिक तौर पर इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को सरकारी अधिकारियों के शामिल होने, नियुक्तियों और पोस्टिंग के साथ-साथ पदोन्नति से पहले जांच करने का काम सौंपा है। इसकी जानकारी एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है। डॉन न्यूज की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा करने में, 'सरकार ने इस प्रक्रिया को कानूनी कवर दिया है, यह पहले से ही मौजूद थी, लेकिन प्रोटोकॉल के हिस्से के रूप में औपचारिक नहीं की गई थी।'
एक अधिसूचना में के अनुसार, "सिविल सेवक अधिनियम 1973 की धारा 25 की उप-धारा 1 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए अधिसूचना संख्या एसआरओ 120 (1)/1998, प्रधानमंत्री को सभी सार्वजनिक कार्यालय धारकों (अधिकारी श्रेणी) के सत्यापन और स्क्रीनिंग के लिए विशेष जांच एजेंसी (एसवीए) के रूप में महानिदेशालय इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) को सूचित करते हुए प्रसन्नता हो रही है।"
पाक सरकार के एक अधिकारी ने डॉन न्यूज को बताया कि आईएसआई और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) दोनों ही सिविल सेवकों के बारे में अपनी रिपोर्ट भेजते हैं। पदोन्नति के समय रिपोर्ट विशेष रूप से केंद्रीय चयन बोर्ड (सीएसबी) को भेजी जाती है।
अधिकारी ने डॉन न्यूज को बताया कि अधिसूचना के बाद भी आईबी नियमित रूप से अपनी रिपोर्ट भेजना जारी रखेगा।
अधिकारी ने कहा कि चूंकि सरकार ने अब आईएसआई द्वारा जारी की गई रिपोर्ट को कानूनी रूप दे दिया है, इसलिए इन्हें अदालतों में वैध कानूनी दस्तावेज के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
(आईएएनएस)
इस्लामाबाद, 3 जून | स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (एसबीपी) के कार्यवाहक गवर्नर मुर्तजा सैयद ने मौजूदा आर्थिक संकट के बीच सरकार का बचाव करते हुए कहा, 'हम श्रीलंका नहीं हैं, न ही हम इसके करीब हैं।'
श्रीलंका वर्तमान में अपने सबसे खराब आर्थिक संकट से गुजर रहा है। इसकी वजह से देश में भोजन, ईंधन और दवाओं सहित आवश्यक वस्तुओं का आयात प्रभावित हुआ है।
डॉन न्यूज के अनुसार, एक एसबीपी पॉडकास्ट को संबोधित करते हुए, सैयद ने स्वीकार किया कि 'इसमें कोई संदेह नहीं है कि अर्थव्यवस्था चुनौतियों का सामना कर रही है और कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं कोविड के बाद कमोडिटी की ऊंची कीमतों के कारण मुश्किल में हैं। श्रीलंका उनमें से एक है, लेकिन उन्होंने अच्छी तरह से प्रबंधन नहीं किया और कुछ गलत या देर से लिए गए निर्णयों ने देश के लिए समस्याएं खड़ी कर दीं।
उन्होंने कहा, "पाकिस्तान श्रीलंका नहीं है। देश कोविड से बुरी तरह प्रभावित हुआ और पर्यटन की वजह से होने वाली आय समाप्त हो गई।"
एसबीपी प्रमुख ने कहा, "दो साल के लिए, श्रीलंका ने विनिमय दर को अपरिवर्तित रखा, जिसका अर्थ है कि वे विनिमय दर को वांछित स्तर पर रखने के लिए अपने भंडार का उपयोग कर रहे थे। इसके परिणामस्वरूप अंतत: एक बड़ा चालू खाता घाटा हुआ और उनका विदेशी मुद्रा भंडार समाप्त हो गया।" (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 3 जून | लोकप्रिय वेब ब्राउजर फायरफॉक्स के पीछे की फर्म मोजिला ने फायरफॉक्स में अनुवाद टूल्सजोड़े हैं जो अपना काम करने के लिए क्लाउड प्रोसेसिंग पर निर्भर नहीं हैं।
कंपनी ने यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के मकसद से अन्य फीचर्स भी रोल आउट किए हैं।
कंपनी ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "2019 के जनवरी में, मोजिला ने एडिनबर्ग विश्वविद्यालय, चार्ल्स विश्वविद्यालय, शेफील्ड विश्वविद्यालय और टार्टू विश्वविद्यालय में प्रोजेक्ट बर्गमोट नामक यूरोपीय संघ द्वारा वित्त पोषित एक परियोजना के हिस्से के रूप में शामिल हो गए।"
कंपनी ने कहा, "इस संघ का अंतिम लक्ष्य न्यूरल मशीन अनुवाद टूल का एक सेट बनाना था जो मोजिला को एक वेबसाइट अनुवाद ऐड-ऑन विकसित करने में सक्षम करेगा। यह स्थानीय रूप से संचालित होता है, यानी इंजन, भाषा मॉडल और इन-पेज अनुवाद एल्गोरिदम को रहने की आवश्यकता होगी और पूरी तरह से उपयोगकर्ता के कंप्यूटर में निष्पादित किया जाएगा। इसलिए कोई भी डेटा क्लाउड पर नहीं भेजा जाएगा, जिससे यह पूरी तरह से निजी हो जाएगा।"
इसके अलावा, दो नोवल फीचर्स को पेश करने की जरूरत है।
पहला प्रपत्रों का अनुवाद है, जिससे उपयोगकर्ता अपनी भाषा में टेक्स्ट इनपुट कर सकते हैं जो गतिशील रूप से पृष्ठ की भाषा में ऑन-द-फ्लाई अनुवाद किया जाता है।
दूसरी विशेषता अनुवादों का एक गुणवत्ता अनुमान है जहां संभावित एरर के उपयोगकर्ता को सूचित करने के लिए कम आत्मविश्वास वाले अनुवादों को स्वचालित रूप से पृष्ठ पर हाइलाइट किया जाना चाहिए।
कंपनी ने कहा, "आवश्यकताओं के इस सेट ने टीम के लिए कई तकनीकी चुनौतियों का सामना किया। अनुवाद इंजन पूरी तरह से प्रोग्रामिंग भाषाओं में लिखा गया था जो मूल कोड को संकलित करता है। (आईएएनएस)
लंदन, 3 जून | ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय पिछले दिन बकिंघम पैलेस में परेड देखने के दौरान बेहतर महसूस नहीं करने के बाद सेंट पॉल कैथ्रेडल में जुबली समारोह में शामिल नहीं होंगी।
महारानी के 70 साल के शासनकाल को चिह्न्ति करने वाला चार दिवसीय जयंती समारोह गुरुवार से शुरू हो गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, 96 वर्षीय महारानी बकिंघम पैलेस की बालकनी में दो बार दिखाई दीं, जहां शाही परिवार के अन्य वरिष्ठ सदस्य सैन्य परेड देख रहे थे और मॉल में एकत्रित हुए हजारों शुभचिंतकों का अभिवादन कर रहे थे।
बाद में शाम को, उन्होंने एक बीकन लाइटिंग समारोह में भाग लिया।
समारोह के कुछ घंटों बाद, बकिंघम पैलेस ने पुष्टि करते हुए कहा कि वह शुक्रवार की धन्यवाद सेवा में शामिल नहीं होंगी, लेकिन उन्होंने कहा कि वह उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहेंगी जिन्होंने आज इस तरह का यादगार अवसर बनाने में मदद की है।
पैलेस की और से कहा गया कि यात्रा और आवश्यक गतिविधि पर विचार करने के बाद निर्णय सोच समझकर किया गया है।
बीबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि रानी अगले जुबली कार्यक्रम में भाग लेने वाली हैं, जो शनिवार को एप्सम रेस कोर्स में डर्बी है।
लेकिन अभी तक उनके शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई है।
यूके में सबसे बड़ी चर्च की घंटी, 16-टन ग्रेट पॉल, कार्यक्रम के बाद चार घंटे तक लगातार बजेगी।
प्रिंस ऑफ वेल्स, डचेस ऑफ कॉर्नवाल और ड्यूक एंड डचेस ऑफ कैम्ब्रिज सहित वरिष्ठ रॉयल्स सभी इसमें भाग लेंगे, जिसमें प्रिंस चार्ल्स आधिकारिक तौर पर रानी का प्रतिनिधित्व करेंगे।
दो साल पहले ब्रिटेन छोड़ने के बाद यह प्रिंस हैरी और मेगन का एक साथ पहला शाही कार्यक्रम होगा। (आईएएनएस)
वाशिंगटन, 3 जून। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन ने बृहस्पतिवार को कहा कि यदि संघीय नियामक उम्मीद के मुताबिक टीकाकरण को अधिकृत करते हैं तो पांच साल से कम उम्र के बच्चे 21 जून तक अपनी पहली कोरोना रोधी टीकाकरण खुराक प्राप्त करने में सक्षम हो सकते हैं।
व्हाइट हाउस कोविड-19 के समन्वयक आशीष झा ने टीकाकरण के लिए अंतिम शेष अपात्र आयु वर्ग के लिए प्रशासन की योजना को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सलाहकारों का बाहरी पैनल 14-15 जून को छोटे बच्चों के लिए फाइजर और मॉडर्ना खुराक का मूल्यांकन करने के लिए बैठक करेगा।
झा ने कहा कि एफडीए की ओर से मंजूरी मिलने के बाद तत्काल ही अस्पतालों और बाल चिकित्सा देखभाल केंद्रों को टीके की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। (एपी)
भारतीय विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव जेपी सिंह के साथ एक शिष्टमंडल अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचा. अफ़ग़ानिस्तान में पिछले साल तालिबान की सरकार बनने के बाद से भारत के किसी सरकारी दल का ये पहला काबुल दौरा है.
जेपी सिंह के नेतृत्व में इस शिष्टमंडल ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर ख़ान मुतक्क़ी से मुलाक़ात की और राजनयिक संबंधों, व्यापार और मानवीय सहायता पर चर्चा की.
बीबीसी पश्तो के मुताबिक, इस मुलाक़ात के बाद मुतक्क़ी ने भारतीय शिष्टमंडल के दौरे को अच्छी शुरुआत बताया. उन्होंने कहा कि भारत को अफ़ग़ानिस्तान में अपनी राजनयिक उपस्थिति और कांसुलर सेवाएं फिर शुरू करनी चाहिए.
इस यात्रा के दौरान भारतीय दल उन अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के प्रतिनिधियों से मुलाक़ात भी करेगा जो वहां मानवीय सहायता वितरण के काम से जुड़े हुए हैं.
साथ ही भारतीय दल उन जगहों पर भी जा रहा है जहां भारत की ओर से कार्यक्रम और योजनाएँ लागू की गई हैं.
अफ़ग़ानिस्तान में क्या सहायता भेज रहा है भारत?
भारत ने तालिबान सरकार के आने के बाद से पिछले 9 महीनों के दौरान अब तक वहाँ कई खेपों में 20 हज़ार मीट्रिक टन गेहूँ, 13 टन दवाएं, कोविड वैक्सीन के 5 लाख डोज़ और सर्दियों के कपड़े भेजे हैं.
मानवीय सहायता की इन खेपों को काबुल स्थित इंदिरा गांधी चिल्ड्रेन अस्पताल और संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों को सौंपा गया, जिनमें डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और डब्ल्यूएफ़पी (विश्व खाद्य संगठन) शामिल हैं. इसके अलावा भारत अभी अफ़ग़ानिस्तान को और मेडिकल सहायता और खाद्य सामग्री भेजने की प्रक्रिया में है.
विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत अफ़ग़ानिस्तान के उन लोगों को भी सहायता पहुँचाने का प्रयास कर रहा है कि जो तालिबान के आने पर देश छोड़ कर ईरान चले गए हैं. ईरान में बतौर शरणार्थी रह रहे लोगों की सहायता के लिए भारत ने 10 लाख कोवैक्सीन डोज़ भी मुहैया कराए हैं.
विदेश मंत्रालय के मुताबिक, "हमने 6 करोड़ पोलियो वैक्सीन और दो टन आवश्यक दवाओं से यूनिसेफ की सहायता भी की है."
ग़ौरतलब है कि अफ़ग़ानिस्तान में भारत से भेजे जाने वाले खाद्य सामग्री और अन्य आवश्यक वस्तुओं का वितरण संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एवं खाद्य संगठन के ज़रिए किया जाता है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक अफ़ग़ानिस्तान में भूख की वजह से लगभग 30 लाख लोगों के जीवन को ख़तरा है साथ ही डब्ल्यूएचओ के मुताबिक वहां की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली ख़तरे में है.
डब्ल्यूएचओ के मुताबिक अफ़ग़ानिस्तान में सेहतमंदी कार्यक्रम का वहाँ की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में सबसे बड़ा किरदार है जिसमें 2,331 स्वास्थ्य सुविधा केंद्रों के ज़रिए लाखों लोगों के स्वास्थ्य का ख़्याल रखा जाता है.
लेकिन बीते वर्ष अगस्त में तालिबान के वहां की सत्ता पर काबिज करने के बाद इस कार्यक्रम को मिल रही वैश्विक वित्तीय सहायता बंद कर दी गई है. सेहतमंदी कार्यक्रम को पहले विश्व बैंक, यूरोपीय कमिशन और अंतरराष्ट्रीय विकास के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी से सहायता मिल रही थी.
साथ ही हाल ही में आए सूखे से भी वहाँ कृषि और जानमाल को नुकसान पहुँचा है. इससे खाद्य पदार्थों की कीमतें वहां आसमान छू रही हैं और सार्वजनिक सेवाओं की स्थिति चरमरा गई है. यही वजह है कि अक्तूबर 2021 में डब्ल्यूएचओ ने वहां क़रीब दो करोड़ लोगों पर खाद्य संकट के ख़तरे की आशंका जताई थी.
भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक यही वजह है कि भारत ने फिलहाल अफ़ग़ानिस्तान के लोगों की ज़रूरतों को देखते हुए अभी वहां मानवीय सहायता को भेजना जारी रखने का फ़ैसला लिया है.
तालिबान सरकार को लेकर भारत का अब तक रुख़ क्या रहा?
तालिबान के सत्ता में आने के बाद, पहले भारत कह रहा था कि वो तालिबान की सरकार को मान्यता नहीं देगा और उसने विश्व समुदाय से भी अपील की थी कि तालिबान के शासन को मान्यता देने में कोई जल्दबाज़ी नहीं की जानी चाहिए.
हालांकि शुरुआती कुछ महीनों के दौरान ही भारतीय नीति में बदलाव के संकेत मिलने शुरू हो गए और भारत ने क़तर की राजधानी दोहा में तालिबान प्रधिनिधियों से मुलाक़ात की.
हालांकि, उस मुलाक़ात की बात को भारत ने कभी स्वीकार नहीं की लेकिन बीते वर्ष अगस्त के अंत में दोहा में भारतीय राजदूत दीपक मित्तल और तालिबान के शीर्ष नेता शेर मोहम्मद अब्बास स्टैनिकज़ई से मुलाक़ात और लंबी बातचीत हुई.
तालिबान के साथ भारत की ये पहली औपचारिक बातचीत थी.
भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बातचीत के बारे में जो बयान दिया, उसमें कहा गया कि ये बातचीत तालिबान के अनुरोध पर की गई थी, जिसका मुख्य मुद्दा अफ़ग़ानिस्तान में रह रहे भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और वहाँ रह रहे अल्पसंख्यकों के भारत आने की अनुमति का था.
भारत ने तालिबान के शीर्ष नेता के साथ सामरिक मुद्दे को भी उठाया, जिसमें आश्वासन भी मिला कि तालिबान अफ़ग़ानिस्तान की धरती का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ नहीं होने देगा.
तालिबान के साथ दूसरी औपचारिक बैठक 21 अक्तूबर को हुई, तब मॉस्को में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव जेपी सिंह के नेतृत्व में भारत का एक प्रतिनिधिमंडल तालिबान के प्रतिनिधियों से मिला. तालिबान के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उनके उप प्रधानमंत्री अब्दुल सलाम हनफ़ी कर रहे थे.
ये प्रतिनिधिमंडल रूस के निमंत्रण पर अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर आयोजित 'मोस्को फ़ॉर्मेट' सम्मेलन में शामिल होने गया था और सम्मेलन के इतर भारत और तालिबान के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत हुई.
इसके बाद भारत ने अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर चीन, रूस और पाकिस्तान के साथ चार देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक आयोजित करने का प्रस्ताव रखा लेकिन नवंबर में आयोजित इस बैठक में चीन और पाकिस्तान की ओर से कोई शामिल नहीं हुआ.
भारत में ये बैठक पिछले साल 10 नवंबर को आयोजित की गई. इसमें रूस, ईरान, उज़्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कज़ाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के प्रतिनिधि शामिल हुए.
बैठक के बाद 'दिल्ली डिक्लेरेशन ऑन अफ़ग़ानिस्तान' नाम से 12 पॉइंट का घोषणा पत्र भी जारी किया गया. बैठक में शामिल सभी देश इस बात पर राज़ी हुए कि अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन का इस्तेमाल आंतकवाद को किसी तरह के पोषण देने, ट्रेनिंग, प्लानिंग या आर्थिक मदद के लिए नहीं किया जाएगा.
ये बैठक भले ही तालिबान सरकार को लेकर हुई लेकिन इसमें अफ़ग़ानिस्तान को न्योता नहीं दिया गया. इसके पीछे भारत सरकार का तर्क था कि तालिबान की सरकार को उस बैठक में शामिल हुए किसी भी देश ने मान्यता नहीं दी थी.
लेकिन उस बैठक को लेकर तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्वीट किया, "उम्मीद है कि ऐसी बैठकों से अफ़ग़ानिस्तान मामले को बेहतर समझ बनाने में मदद मिलेगी."
अफ़ग़ानिस्तान को लेकर भारत की नीति
अफ़ग़ानिस्तान को लेकर भारत की कभी 'कोई एक नीति' नहीं रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि भारत ने अमेरिका और नेटो की फ़ौजों पर सुरक्षा और सामरिक मुद्दों को छोड़ दिया था और अपना पूरा 'फ़ोकस' अफ़ग़ानिस्तान के पुनर्निर्माण तक ही रखा.
चाहे वो छात्रवृत्ति देने की बात हो, नई संसद और बांध का निर्माण हो या फिर बिजली और सड़क की योजनाएँ हों. भारत ने सिर्फ़ इसी तक अपना दायरा सीमित रखा और भारी निवेश भी किया.
लेकिन सामरिक मामलों के जानकारों के मुताबिक अफ़ग़ानिस्तान के मामले में भारत बहुत दिनों तक 'मैदान से बाहर बैठकर' सब कुछ नहीं देखता रह सकता है. वो ये भी मानते हैं कि 'तालिबान अपना शासन नियम से चलाए' ये कहते रहने से और उसका इंतज़ार करते रहने से भारत को कुछ हासिल भी नहीं हो सकता है.
जानकारों के मुताबिक भारत को अफ़ग़ानिस्तान के लोगों की ख़ातिर वहाँ अपनी मौजूदगी बनाए रखनी चाहिए. शायद यही वजह है कि तालिबान से दशकों तक दूरी बनाए रखने के बाद अब भारत अपने क़दम आगे बढ़ा रहा है. (bbc.com)
मेक्सिको, 2 जून | मेक्सिको के ओक्साका राज्य में अगाथा तूफान से कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 33 लोग लापता हैं। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, बुधवार को ओक्साका के गवर्नर एलेजांद्रो मूरत ने कहा कि आंकड़े प्रारंभिक है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने तूफान से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए 240 आश्रयों की व्यवस्था की है।
नौ नगर पालिकाओं में बिजली गुल हो गई है, जिससे 40,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए है।
नागरिक सुरक्षा के राष्ट्रीय समन्वयक लौरा वेलाजक्वेज ने बताया कि भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ है, पेड़ गिर गए है, नदियां उफान पर आ गई हैं और दो पुल ढह गए है। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | गूगल टीवी ऐप अब आईओएस पर उपलब्ध है। यह स्ट्रीमिंग सेवाओं से कंटेंट अनुशंसाओं को एकत्रित करता है और यूजर्स को अपने फेवरिट्स की यूनिवर्सल वॉचलिस्ट बनाने देता है। द वर्ज की रिपोर्ट के अनुसार, टेक दिग्गज ने कहा कि यह ऐप स्टोर में पिछले गूगल प्ले मूवीज और टीवी ऐप को बदल देगा, इसलिए यदि यूजर्स ने इसे पहले ही इंस्टॉल कर लिया है, तो वे इसे गूगल टीवी अनुभव में अपडेट करने में सक्षम होना चाहिए।
सॉफ्टवेयर, जो पहले से ही एंड्रॉइड पर उपलब्ध है, यूजर्स को भविष्य की सिफारिशों को बेहतर बनाने के लिए पहले देखी गई चीजों को रेट करने की अनुमति देता है।
एंड्रॉइड टीवी या गूगल टीवी मालिकों के साथ क्रोमकास्ट के लिए अधिक महत्वपूर्ण यह है कि उपयोगकर्ता रिमोट आइकन को टैप करके उन उपकरणों के लिए रिमोट कंट्रोल के रूप में गूगल टीवी ऐप का उपयोग कर सकते हैं।
2020 क्रोमकास्ट की रिलीज के तुरंत बाद कंपनी गूगल टीवी एकीकरण से बाहर हो गई और गूगल तब से नेटफ्लिक्स को वापस फोल्ड में लाने में असमर्थ रहा है।
गूगल टीवी ऐप में गूगल से रेंटल और पर्चेस की लाइब्रेरी भी होगी। (आईएएनएस)
वॉशिंगटन, 2 जून | अमेरिकी राज्य ओक्लाहोमा के दूसरे सबसे बड़े शहर टुलसा में एक अस्पताल परिसर में हुई गोलीबारी में बंदूकधारी सहित पांच लोग मारे गए।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, टुलसा पुलिस के कप्तान रिचर्ड मेलेनबर्ग ने कहा कि शाम करीब साढ़े पांच बजे शूटर की सूचना मिली थी। बुधवार को सेंट फ्रांसिस अस्पताल परिसर में एक भयावह ²श्य देखने को मिला।
पुलिस विभाग ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि हम जानते हैं कि कई लोग घायल हुए हैं और संभावित रूप से कई लोग हताहत हुए हैं।
टुलसा पुलिस के उप प्रमुख एरिक डाल्गलिश के अनुसार, शूटर एक राइफल और एक हैंडगन से लैस था और उसने परिसर में एक चिकित्सक के कार्यालय, नताली मेडिकल बिल्डिंग में दोनों हथियारों से गोलीबारी की।
पुलिस ने पीड़ितों और विशेष रूप से बंदूकधारी द्वारा लक्षित किसी व्यक्ति की पहचान नहीं की है।
बुधवार की घटना 24 मई को टेक्सास के उवाल्डे में रॉब एलीमेंट्री स्कूल में सामूहिक गोलीबारी में 19 बच्चों और दो शिक्षकों की मौत के बाद की है।
गन वायलेंस आर्काइव के अनुसार, अमेरिका में 2022 के पहले 21 हफ्तों में 213 सामूहिक गोलीबारी हुई हैं, जिसमें 27 स्कूल गोलीबारी और हर हफ्ते लगभग 10 सामूहिक गोलीबारी शामिल हैं।
व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को टुलसा में हुई गोलीबारी की जानकारी दे दी गई है। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर के प्रबंधन के लिए सोशल मीडिया डैशबोर्ड एप्लिकेशन, ट्वीटडेक, अब 1 जुलाई से स्टैंडअलोन मैक ऐप के रूप में उपलब्ध नहीं होगा। 9टु5गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, मैक ऐप के लिए ट्वीटडेक लॉन्च करते समय, ट्विटर ने टॉप वॉर्निग यूजर्स के लिए ब्लू बैनर लगाना शुरू कर दिया है कि यह केवल एक और महीने के लिए उपलब्ध होगा।
ट्वीटडेक टीम के एक ट्वीट में लिखा है, "ट्वीटडेक को और भी बेहतर बनाने और हमारे नए पूर्वावलोकन का परीक्षण करने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए हम मैक ऐप के लिए ट्वीटडेक को अलविदा कह रहे हैं।"
"1 जुलाई आखिरी दिन है जब यह उपलब्ध होगा।"
रिपोर्ट के अनुसार, मैक के लिए ट्वीटडेक को पिछले साल ही एक ओवरहॉल मिला है जो इसे वेब वर्जन के अनुरूप लाया है।
उस समय, कंपनी ने स्वीकार किया कि ऐप को 'बहुत प्यार' नहीं मिल रहा था और यह 'ट्विटर के स्वामित्व वाली और संचालित सेवा का एक उदाहरण था जिसमें हम निवेश करना जारी रखेंगे।'
ट्वीटडेक मैक ऐप के अचानक रद्द होने का एक और अजीब हिस्सा यह है कि इसे ट्विटर के लिए किसी भी रखरखाव के प्रयास की आवश्यकता नहीं होनी चाहिए क्योंकि यह एक वेबसाइट रैपर कार्यान्वयन है।
पिछले साल, माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने ट्वीटडेक के एक नए और बेहतर संस्करण की घोषणा की थी। उस समय, यह अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में यूजर्स के एक छोटे समूह के साथ नई सुविधाओं का परीक्षण कर रहा था। (आईएएनएस)
कीव, 2 जून | रूसी सेना ने पूर्वी यूक्रेन के प्रमुख शहर सेवेरोदोनेत्स्क के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया है। इसकी जानकारी देश के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने दी। समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, लुहान्स्क क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन के प्रमुख सर्गेई गदाई ने फेसबुक पर कहा कि रूस ने सेवेरोदोनेत्स्क के लगभग 80 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर लिया है।
गदाई ने कहा कि शहर की सड़कों पर लड़ाई जारी है और यूक्रे न की सेना ने सेवेरोदोनेत्स्क के कुछ हिस्सों में जवाबी हमले किए है। यूक्रेनी सैनिकों ने छह रूसी सैनिकों को पकड़ा है।
यूक्रेन के अधिकारियों के अनुसार, रूसी सेवेरोदोनेत्स्क के आसपास मॉप-अप ऑपरेशन की तैयारी कर रहे हैं। (आईएएनएस)
सैन फ्रांसिस्को, 2 जून | मेटा की मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) शेरिल सैंडबर्ग ने कंपनी की दूसरी सर्वोच्च रैंकिंग कार्यकारी के रूप में 14 साल बाद अपनी प्रमुख भूमिका से हटने की घोषणा की है। वह 2008 में फेसबुक से जुड़ीं और उन्हें उम्मीद थी कि वह पांच साल तक इस भूमिका में रहेंगी।
सैंडबर्ग ने बुधवार देर रात एक फेसबुक पोस्ट में कहा, "चौदह साल बाद, मेरे लिए अपने जीवन का अगला अध्याय लिखने का समय आ गया है। मुझे पूरी तरह से यकीन नहीं है कि भविष्य कहां ले जाएगा.. मैंने बहुत कुछ सीखा है। लेकिन मुझे पता है कि इसमें मुझे खुद पर अधिक ध्यान केंद्रित करना शामिल होगा।"
मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा कि यह एक युग का अंत है।
उन्होंने पोस्ट किया, "14 साल बाद, मेरी अच्छी दोस्त और साथी शेरिल सैंडबर्ग मेटा के सीओओ के रूप में पद छोड़ रही हैं।"
जुकरबर्ग ने बताया, "मैं शेरिल के साथ इस कंपनी को चलाने से चूकने जा रहा हूं। लेकिन मुझे खुशी है कि वह हमारे निदेशक मंडल में काम करना जारी रखेगी ताकि हम उनके ज्ञान और अनुभव से लाभ उठा सकें।"
फेसबुक में शामिल होने से पहले, सैंडबर्ग ने ऐडवर्डस और ऐडसेंस उपकरणों के लिए गूगल में अपने ऑनलाइन बिक्री चैनल बनाने में छह साल बिताए।
मेटा से उनके जाने का अनुमान पहले लगाया गया था।
मेटा के संचार विभाग के एक पूर्व सदस्य ड्र पुसाटेरी ने ट्वीट किया, उनका जाना 'मूल रूप से कंपनी के अंदर सभी के लिए एक अविश्वसनीय रूप से गैर-चौंकाने वाला प्रस्थान होगा।' (आईएएनएस)
कीव, 2 जनू। यूक्रेन के ऑर्थोडॉक्स चर्च ने बुधवार को बताया कि पूर्वी यूक्रेन में एक ऐतिहासिक ईसाई मठ में हुई गोलाबारी में दो भिक्षुओं और एक नन की मौत हो गई।
गिरजाघर ने एक बयान जारी करके बताया कि सोमवार को हुई गोलाबारी में तीन अन्य भिक्षु घायल भी हुए हैं। गोलाबारी में दोनेत्सक क्षेत्र में स्थित सेवरस्की मठ को भारी नुकसान पहुंचा है। हालांकि, उन्होंने इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
यह मठ सेवरस्की दोनेत्सक नदी के किनारे पर बना है, जो यूक्रेन के ऐतिहासिक ‘ऑर्थोडॉक्स’ मठों में से एक है।
रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद मठ में कई नागरिकों को शरण दी गई थी। पहले भी रूस ने यहां गोलाबारी की थी। (एपी)
हॉलीवुड फ़िल्म पाइरेट्स ऑफ़ कैरिबियन्स फ़िल्म और सीरीज में काम कर चुके अभिनेता और तीन बार ऑस्कर के नामांकित अभिनेता जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड से मानहानि का मुक़दमा जीत लिया है.
अदालत ने जॉनी डेप को मानहानि के नुकसान के बदले 15 मिलियन डॉलर के भुगतान का आदेश दिया है. इसमें 10 मिलियन डॉलर मुआवजे के तौर पर दिए जाएंगे जबकि पांच मिलियन डॉलर एंबर को दंड स्वरूप चुकाने होंगे.
वहीं अदालत ने एंबर हर्ड के दो मुक़दमे में माना कि जॉनी डेप ने उनकी कोई मानहानि नहीं की है, हालांकि तीसरे मुक़दमे में अदालत ने पाया कि जॉनी डेप ने अपने वकील के ज़रिए एंबर हर्ड की मानहानि की है, इसके लिए अदालत ने उन्हें मानहानि के बदले दो मिलियन डॉलर के भुगतान का आदेश दिया.
अदालत के फ़ैसले के बाद एंबर हर्ड ने अपने बयान में कहा है, "मैं अपनी निराशा शब्दों में जाहिर नहीं कर सकती. मेरा दिल टूट चुका है. पहाड़ जितने सबूत भी मेरे पूर्व पति की ताक़त, रसूख और दबदबे के सामने टिक नहीं पाए. मैं इसलिए भी निराश हूं कि इस फ़ैसले का असर दूसरी महिलाओं पर पड़ेगा. यह एक सेटबेक जैसा है. महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को गंभीरता से लेने वाली बात के लिए भी यह सेटबैक है."
वहीं जॉनी डेप ने अपने बयान में कहा है कि शुरुआत से ही मामले का उद्देश्य सत्य को सामने लाना था, चाहे इसका नतीजा जो हो. सत्य को कभी मिटाया नहीं जा सकता.
हॉलीवुड अभिनेता जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड का कोर्ट केस बीते छह सप्ताह से सुर्ख़ियों में था. फ़ैसले के दिन एंबर हर्ड वर्जीनिया के कोर्ट रूम में मौजूद थीं जबकि जॉनी डेप अपने कंसर्ट का हवाला देते हुए फ़ैसले के दिन कोर्ट से दूर रहे.
क्या था मामला?
58 साल के जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी और अभिनेत्री 36 साल की एंबर हर्ड पर मुक़दमा किया था. दरअसल 2018 में एंबर ने वाशिंगटन पोस्ट अख़बार में एक विस्तृत लेख लिखा था कि वो घरेलू हिंसा की शिकार हुई हैं हालाँकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया था.
लेकिन जॉनी डेप ने कहा था कि ये लेख उनकी मानहानि करता है और इससे उनके करियर पर असर पड़ा है. इसके बाद जॉनी डेप ने अपनी पूर्व पत्नी पर 50 मिलियन डॉलर का मुक़दमा दायर कर दिया था. इसके बदले में एंबर ने भी 100 मिलियन डॉलर का केस किया था.
इसी मामले की सुनवाई सिविल केस की सुनवाई बीते छह सप्ताह से चल रही थी जिसका फ़ैसला बुधवार की मध्यरात्रि के बाद आया. अदालत ने यह माना है कि एंबर के लेख से जॉनी की मानहानि हुई थी. अदालत के मुताबिक एंबर का लिखा लेख झूठा और मानहानि करने वाला था.
अदालत ने यह भी माना है कि एंबर ने अपने शादी को लेकर जो बयान दिए थे वो झूठे थे.
इसको मामले को लेकर दुनिया भर में दिलचस्पी देखने को मिल रही थी. मामले की सुनवाई सात सदस्यों की ज्यूरी ने किया है, कोर्ट टीवी के मुताबिक इस ज्यूरी में पांच पुरुष और दो महिलाएं शामिल थीं. इससे पहले भी 2016 में एंबर हर्ड जॉनी डेप पर मारपीट का इल्ज़ाम लगा चुकी हैं.
पायरेट्स...के कलाकार जॉनी डेप का तलाक़ तय
जॉनी डेप-एंबर हर्ड की शादी
दोनों की मुलाक़ात 2011 में हॉलीवुड फ़िल्म 'द रम डायरी' के सेट पर हुई थी जो प्यूर्टो रिको में शूट हुई थी. कुछ साल बाद दोनों दोबारा फ़िल्म की पब्लिसिटी के दौरान मिले और वहीं से दोनों का रिश्ता शुरु हुआ. 2012 से दोनों डेट करने लगे और 2015 में दोनों की शादी हो गई.
शादी के 15 महीने के बाद दोनों ने कहा कि उनका रिश्ता ख़त्म हो गया है. एंबर हर्ड ने तलाक़ के लिए अर्ज़ी दी और चेहरे पर पिटाई के निशान दिखाते हुए जॉनी डेप के ख़िलाफ़ रेस्ट्रेनिंग ऑर्डर की दरख़्वास्त की थी. जॉनी डेप ने तलाक़ के बाद एंबर को सात मिलियन डॉलर दिए जिस पर एंबर ने कहा कि वो इस राशि को दान करना चाहती है. हालांकि जॉनी डेप की टीम इस दावे पर सवाल उठाए थे.
गवाही के दौरान एंबर हर्ड के आरोप-
"मेरे लिए हिंसा का चक्र 2012 से शुरु हो गया था. 2012 में जॉनी डेप ने पहली बार मुझ पर हमला किया जब मैं उनकी बाजू पर एक टैटू देखकर हँसने लगी थी. उन्होंने बाजू पर अभिनेत्री विनोना राइडर के नाम का टैटू बनवाया हुआ था जिससे उनका पहले संबंध था. मैं इसलिए हँसी क्योंकि मुझे लगा वो मज़ाक कर रहे हैं लेकिन उन्होंने मुझे थप्पड़ मारा.
जॉनी डेप ऐसे इंसान हैं जो बहुत सद्भावना के साथ पेश आते हैं लेकिन शराब और ड्रग्स के असर के बाद वो बहुत ग़ुस्से में आ जाते हैं, उन्हें लगता था कि मैं किसी और के साथ रिश्ता बना रही हूँ.
जॉनी डेप ने ड्रग्स लेने की अपनी आदत को छिपाने की कोशिश की जिसमें कोकेन और शराब शामिल थी. वो मुझे मारते थे और फिर ग़ायब हो जाते थे. जब वो वापस आते थे तो नशे में नहीं होते थे और वो मुझसे कुछ ज़्यादा ही प्यार से बात करते थे और ये कहते हुए माफ़ी माँगते थे कि सब ठीक हो जाएगा. 2013 तक आते आते मैं अपने आप को बंटा हुआ महसूस करती थी. मैं जॉनी से प्यार करती थी लेकिन वो मेरी ज़िंदगी का सबसा ख़राब हिस्सा भी थे."
अपनी गवाही के दौरान एंबर ने एक घटना के बारे में बताया. वो और जॉनी छुट्टी पर थे. उन्होंने कहा, अचानक एक महिला आई, मेरी तरफ़ झुकी , अपना सिर मेरे कंधे पर रख दिया. मुझे लगा वो नशे में थे. इसके बाद जॉनी गुस्सा हो गए और चिल्लाने लगे और महिला के साथ झगड़ा हो गया. जब हम वापस आए तो जॉनी ड्रग्स ढूँढने लगे और मेरी अंडरवियर तक फाड़ दी.
( जॉनी डेप मारपीट के आरोपों से इनकार करते रहे हैं.)
गवाही के दौरान जॉनी डेप के आरोप-
"ऐसा लगता है कि एंबर हर्ड को जैसे हिंसा और टकराव की आदत और ज़रूरत थी. एंबर अक्सर मेरे खिलाफ़ अपमानजनक, चुभने वाली, टॉक्सिक और हिंसात्मक बातें और हिंसा भी करती थी. कभी कभी बात थप्पड़ तक रहती थी और कभी वो मेरे सर पर टीवी रिमोट या मेरे चेहरे पर वाइन का गिलास फ़ेंक देती थी. अगर मैंने किसी के साथ बुरा बर्ताव किया है तो वो मैं ख़ुद हूँ. एक बार जब मैं बिस्तर से उठा था तो बग़ल में एक अजीबोग़रीब चीज़ मिली, जो मनुष्य का मल था."
( 2018 में यूके में चले एक मुक़दमे में एंबर हर्ड इस आरोप से इनकार कर चुकी हैं )
जॉनी डेप के वकीलों का कहना है कि एग्रेशन और आक्रोश एंबर की तरफ़ से होता आया है और वो अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए विक्टम या पीड़ित होने का दिखावा करती हैं.
जॉनी डेप का ड्रग्स लेने का मामला
केस में सुनवाई के दौरान जॉनी डेप ने कहा जब वो पीठ की चोट के लिए दवा लेते थे उसी दौरान उन्हें ओपिऑयड की लत लग गई जो उन्हें दिए जा रहे थे. उनका आरोप है कि जब वो ड्रग्स की लत छोड़ने की कोशिश कर रहे थे तो एंबर हर्ड उन्हें दवाई नहीं लेने देती थी जिससे विड्रॉल सिंपटम से निपटने में उन्हें मदद मिल सकती थी.
केस से जुड़े अन्य तथ्य और गवाही
- जॉनी डेप से कोर्ट में 2013 के एक टेक्स्ट मैसेज पर सुनवाई हुई थी जो उन्होंने ब्रितानी एक्टर को भेजे थे. टेक्सट में लिखा था- उसका चेहरा जला डालते हैं, जलाने से पहले उसे डूबाएंगे. जब कोर्ट में जॉनी डेप से इस टेक्स्ट के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि ये मॉन्टी पाथइन फ़िल्म से जुड़ी बाते हैं जिसमें चुड़ैलों को जलाने और डूबाने का ज़िक्र है. उनका कहना था कि वे दस साल की उम्र से ही ये फ़िल्म देखते आए हैं और वो मज़ाक भर था.
- ज्यूरी में शामिल लोगों ने जॉनी डेप और एंबर के बीच की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सुनी थी जिसमें जॉनी डेप को भद्दी भाषा इस्तेमाल करते हुए सुना जा सकता है. एक जगह एंबर हर्ड जॉनी डेप पर चिल्लाती हैं और कहती हैं कि वो सिगरेट किसी और पर रख पर बुझाए और जॉनी डेप उनके वज़न को लेकर एंबर से अपमानजनक बातें कह रहे हैं.
- ज्यूरी ने इस पूर्व दंपति के थेरेपिस्ट की गवाही भी सुनी जिन्होंने कहा कि कैसे जॉनी और एंबर दोनों एक दूसरे के साथ बुरा बर्ताव कर रहे थे. उन मेडिकल कर्मचारियों ने भी गवाही दी है जिन्होंने जॉनी डेप का इलाज किया जब वो ड्रग्स की आदत छोड़ने की कोशिश कर रहे थे.
- साइकॉलजिस्ट की गवाही - एंबर हर्ड की टीम की ओर से फ़ॉरेंसिक साइकॉलजिस्ट ने गवाही दी और कहा कि उन्हें लगता है कि एंबर घरेलू हिंसा का शिकार थी और उन्होंने कई बार एंबर से इस बारे में बात की है. जबकि जॉनी डेप की ओर से जिस साइकॉलजिस्ट को बुलाया गया था उन्होंने कहा था कि एंबर को दो तरह के पर्सनालिटी डिसऑर्डर हैं. (bbc.com)
अमेरिका में जारी गोलीबारी के मामलों के बीच ओकलाहोमा में एक मेडिकल बिल्डिंग में राइफ़ल और हैंडगन के साथ पहुँचे एक व्यक्ति ने अंधाधुंध फ़ायरिंग की, जिससे चार लोगों को मौत हो गई.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, हमलावर भी अपनी ही चलाई गोली के कारण मारा जा चुका है.
ओकलाहोमा के पुलिस अधिकारी जोनाथन ब्रूक्स ने बताया कि हमलावर की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. उसकी उम्र 35 से 40 साल के बीच होने की अनुमान है.
हमला अस्पताल की दूसरी मंज़िल पर हुआ, जहां डॉक्टरों के ऑफ़िस और एक ऑर्थोपेडिक सेंटर है.
एक अन्य पुलिस अधिकारी एरिक दलग्लेश ने बताया कि पीड़ितों में कर्मचारी और मरीज़ दोनों हैं.
व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन को हमले के बारे में जानकारी दे दी गई है.
बीते सप्ताह ही एक बंदूकधारी ने टेक्सास के एक स्कूल में गोलीबारी की थी, जिसमें 19 बच्चे और दो शिक्षकों की जान चली गई थी. मई माह में ही एक शूटर ने बफ़ेलो सुपरमार्केट में गोलीबारी की थी जिसमें 10 लोग मारे गए थे. (bbc.com)
हॉलीवुड एक्टर जॉनी डेप और उनकी पूर्व पत्नी एंबर हर्ड ने मानहानि मुक़दमे में फ़ैसला आने के बाद सोशल मीडिया पर बयान जारी किया है.
जॉनी डेप ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा है, "छह साल पहले, मेरा जीवन, मेरे बच्चों का जीवन, मेरे करीबियों और उन लोगों का जीवन जिन्होंने सालों साल मेरा साथ दिया, हमेशा के लिए बदल गया."
"सब पलक झपकते ही बदला."
उन्होंने लिखा, "मीडिया के ज़रिए मुझपर गंभीर आपराधिक आरोप लगाए गए, जिससे मेरे ख़िलाफ़ नफ़रत भरे संदेशों की बाढ़ आ गई. "
"और छह साल बाद, जूरी ने मुझे मेरी ज़िदगी वापस लौटा दी. इस केस को आगे बढ़ाने का फ़ैसला मैंने बहुत सोच-समझकर लिया था. शुरू से ही मेरा लक्ष्य सच सामने लाना था और ये कर के मैं शांत महसूस कर रहा हूँ."
एंबर हर्ड ने क्या कहा?
जॉनी डेप से मुक़दमा हारने के बाद एंबर हर्ड ने सोशल मीडिया पर निराशा ज़ाहिर की है. उन्होंने लिखा है कि उनके पूर्व पति की ताकत, प्रभाव के सामने सबूतों का पहाड़ भी नाकाफ़ी रह जाने से उनका दिल टूट गया है.
उन्होंने लिखा है, "इस फ़ैसले का दूसरी महिलाओं पर होने वाले प्रभाव को सोचकर मैं और भी निराश हूँ. ये एक झटका है. ये उस विचार के लिए झटका है, कि महिलाओं के ख़िलाफ हिंसा को गंभीरता से लिया जाए. मैं ये केस हारने से दुखी हूँ." (bbc.com)
ऑस्ट्रेलिया की नई सरकार के 23 मंत्रियों ने बुधवार को शपथ ली है. इनमें दस महिलाएं हैं.
युवा मामलों की मंत्री एनी अली और उद्योग मंत्री एड हुसिक ऑस्ट्रेलिया के पहले मुसलमान मंत्री हैं. हाथ में क़ुरान लेकर शपथ लेने वाली एनी एली ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला मुसलमान मंत्री हैं.
ऑस्ट्रेलियाई सांसद का बुर्क़ा बैन के लिए 'स्टंट'
ऑस्ट्रेलिया की नई संघीय सरकार को देश के इतिहास की सबसे विविध सरकार माना जा रहा है जिसमें अल्पसंख्यकों के अलावा स्थानीय आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों को भी जगह दी गई है.
वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया से सांसद एनी अली पहले लेबर पार्टी से कार्यकर्ता के तौर पर जुड़ी थीं, फिर वो पार्टी की यूनियन की सदस्य बनीं और अब सांसद चुनकर मंत्री बनी हैं.
शपथ लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए डॉ. एनी अली ने कहा, "मंत्री बनना कभी भी मेरे लाइफ़ प्लान का हिस्सा नहीं था."
डॉ. अली पहले ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद थीं, अब वो पहली मुसलमान महिला मंत्री भी होंगी.
अली पर्थ के बाहरी इलाक़े की कोवान की सीट से चुनीं गईं हैं. इस सीट का नाम ऑस्ट्रेलिया की पहली महिला सांसद एडिथ कोवान के नाम पर हैं.
एनी अली का जन्म मिस्र में हुआ था. जब वो दो साल की थीं तब उनका परिवार सिडनी के दक्षिण-पश्चिम में चिपिंग नोर्टन में आकर बस गया था.
एनी अली ने साल 2020 में घरेलू हिंसा के ख़िलाफ़ राष्ट्रीय अभियान की मांग करते हुए अपने साथ हुए घरेलू हिंसा का ज़िक्र किया था.
तब मीडिया से बात करते हुए अली ने कहा था, "मैंने सब्र किया, मैं साथ रही. मैं अपने ज़ख़्मों को मरहम लगाती रही और अपना दर्द छिपाती रही. मैं ख़ामोश रही, बहुत लंबे समय तक मैं ख़ामोश रही. हर पीड़ा, दुख और उत्पीड़न झेलने के बाद अपने बच्चों के पिता को छोड़ना मेरे लिए सबसे मुश्किल फ़ैसला था."
55 वर्षीय एनी अली राजनीति में आने से पहले प्रोफ़ेसर और शिक्षाविद रहीं हैं. उन्होंने 'आतंकवाद' पर भी शोध किया है और बच्चों के चरमपंथ की तरफ़ झुकाव पर उनका शोध उल्लेखनीय है.
एनी अली ने एडिथ कोवान यूनिवर्सिटी से ही पीएचडी की डिग्री ली है. राजनीति में आने से पहले वो पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया प्रशासन में कई अहम पदों पर रह चुकी हैं.
एनी अली का जीवन प्रेरणादायक रहा है. अपनी ज़िंदगी के शुरुआती दौर में उन्होंने न्यूनतम मज़दूरी पर काम करते हुए अकेली मां के रूप में अपने बच्चों का पालनपोषण किया.
एनी अली को फ़ैशन का भी शौक है और वो एक मॉडल के रूप में कैटवॉक भी कर चुकी हैं.
एनी के पिता ने टेक्सटाइल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी लेकिन ऑस्ट्रेलिया में उन्हें इस क्षेत्र में नौकरी नहीं मिली. वो बस चलाया करते थे.
एनी अली के मंत्री बनने से ऑस्ट्रेलिया के मुसलमान समुदाय में भी ख़ुशी है. ऑस्ट्रेलिया फ़ेडेरेशन ऑफ़ इस्लामिक काउंसिल ने एनी अली को उनकी कामयाबी के लिए पत्र लिखकर मुबारकबाद दी है.
संस्था के मुख्य अधिकारी केयर ट्राड ने एक बयान में कहा है कि ऑस्ट्रेलिया में मुसलमानों का सत्ता के शीर्ष तक पहुंचना एक ताक़वतर संदेश देता है.
उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलिया के युवा मुसलमान अब ये देखेंगे कि अगर वो समाज की सेवा करना चाहते हैं तो राजनीतिक प्रतिनिधित्व भी एक विकल्प है."
उन्होंने ये भी कहा कि इससे ऑस्ट्रेलिया के लोगों को भी ये संदेश जाएगा कि मुसलमान ऑस्ट्रेलिया के समुदाय का अहम हिस्सा हैं. (bbc.com)
काठमांडू, एक जून। नेपाल के काठमांडू से भद्रपुर के लिए बुधवार को उड़ान भरने वाला बुद्धा एयरलाइंस का एक विमान तकनीकी गड़बड़ी के बाद काठमांडू लौट आया। मीडिया की एक खबर में यह बताया गया है।
नेपाल की ‘माय रिपब्लिका’ समाचार वेबसाइट ने नागर विमानन कार्यालय का हवाला देते हुए कहा है कि त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने वाला विमान टायर में गड़बड़ी का पता चलने के बाद लौट आया। नागर विमानन अधिकारियों के मुताबिक विमान ने पूर्वाह्न 10 बजकर 43 मिनट पर उड़ान भरी थी और तुरंत यह हवाई अड्डे पर लौट आया।
वेबसाइट के मुताबिक अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कुछ दिन पहले ही तारा एयरलाइन का एक विमान पोखरा से उड़ान भरने के बाद मुस्तांग जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में चार भारतीय, दो जर्मन, 13 नेपाली यात्रियों के अलावा चालक दल के तीन सदस्य थे।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण (सीएएएन) द्वारा की गई प्रारंभिक जांच के अनुसार, कनाडा में निर्मित टर्बोप्रॉप ट्विन ओटर 9एन-एईटी विमान खराब मौसम के कारण रविवार को 4,200 मीटर की ऊंचाई पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पर्वतीय देश होने के कारण, नेपाल के मौसम में हमेशा बदलाव होता रहता है और उचित मौसम पूर्वानुमान तंत्र के बिना पर्वतीय क्षेत्र में उड़ान संचालित करना मुश्किल होता है।
नेपाल के नागर विमानन प्राधिकरण ने मंगलवार को घरेलू उड़ानों को नियंत्रित करने वाले नियमों को कड़ा कर दिया और विमानन कंपनियों के लिए उड़ान के पूरे मार्ग में साफ मौसम रहना अनिवार्य कर दिया। (भाषा)