नयी दिल्ली, 9 फरवरी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिल्ली में 26 साल से अधिक समय बाद सत्ता में लौटने के एक दिन बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने रविवार को नवनिर्वाचित विधायकों से मुलाकात की और राजनीतिक तथा सार्वजनिक जिम्मेदारियों के प्रति उनका मार्गदर्शन किया।
भाजपा ने शनिवार को दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) को सत्ता से बेदखल करके अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी को एक करारा झटका दिया।
पंत मार्ग स्थित दिल्ली भाजपा कार्यालय में उत्सव का माहौल था, जहां मिठाइयां बांटी गईं और पारंपरिक उत्तराखंडी संगीत और कार्यकर्ताओं व समर्थकों के जयकारों के बीच नवनिर्वाचित पार्टी विधायकों का स्वागत किया गया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, दिल्ली भाजपा प्रभारी बैजयंत पांडा, दिल्ली भाजपा महासचिव (संगठन) पवन राणा और राज्य इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और अन्य ने विधायकों से बातचीत की।
संबंधित लोकसभा सदस्यों की उपस्थिति में संसदीय क्षेत्रवार बातचीत की गई।
वरिष्ठ नेताओं ने उचित संगठनात्मक और प्रशासनिक ढांचे के भीतर काम करने के बारे में विधायकों का मार्गदर्शन किया। दिल्ली भाजपा ने एक बयान में कहा कि वरिष्ठ नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि सभी विधायकों को अपनी कार्यशैली में पूरी पारदर्शिता बरतनी चाहिए।
बैठक के दौरान नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शनिवार शाम दिए गए उस विजय संदेश की ओर ध्यान आकृष्ट किया और कहा कि बिना समय बर्बाद किए विकसित दिल्ली बनाने के प्रयास किए जाने चाहिए। (भाषा)