सरगुजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 5 मई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सरगुजा जिले के कार्यकर्ताओं द्वारा भकुरा स्थिति संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय का घेराव किया गया।
आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा में मूलभूत सुविधाओं की कमी है, विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम या अंक सूची सुधरवाने महीनों विश्वविद्यालय के चक्कर लगाने पड़ते हैं । शहर से 10 किलोमीटर दूर होने के बावजूद विश्वविद्यालय में सुविधा के नाम पर केवल प्रशासनिक भवन हैं, विश्वविद्यालय को विद्यार्थियों की चिंता नहीं।
विश्वविद्यालय प्रशासन कर रही सडक़ मार्ग में बड़े हादसे का इंतजार
संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय के अंतर्गत पढऩे वाले एक विद्यार्थी लक्की सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन बड़े हादसे का इंतजार कर रही विश्वविद्यालय जाने वाले मार्ग की स्थिति ऐसी है जैसे विद्यार्थी विश्वविद्यालय नहीं कहीं पहाड़ की चढ़ाई करने जा रहे, जल्द से जल्द अच्छे सडक़ का निर्माण होना चाहिए।
भकुरा में प्रशासनिक भवन का निर्माण परन्तु विद्यार्थियों के शिक्षा के लिए कोई परिसर नहीं
अभाविप के जिला संयोजक पलास पांडे ने कहा कि किसी भी विश्वविद्यालय की कल्पना उसके परिसर से की जाती है परन्तु पूज्य संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय सरगुजा में प्रशासनिक भवन तो है परन्तु विद्यार्थियों के शिक्षा के लिए कोई परिसर नहीं विश्वविद्यालय को इसकी चिंता नहीं।
पानी की व्यवस्था नहीं
अभाविप ने कहा कि विश्वविद्यालय में इस भीषण गर्मी के बाद भी विद्यार्थियों के पीने के पानी के लिए कोई व्यवस्था नहीं परन्तु विश्वविद्यालय के कुलसचिव के आफिस में दो एयरकंडीशन है, इससे ये प्रतीत होता हैं की कुलसचिव जी ठंडी हवा तो लेना चाहते हैं परन्तु विद्यार्थियों को पीने का पानी देने भी वे असमर्थ हैं।
अभाविप के नगर मंत्री रॉनी मिश्रा ने कहा कि हमने 11 समस्याओं के समाधान के लिए यह आंदोलन खड़ा किया इस आंदोलन का उद्देश्य विश्वविद्यालय में व्याप्त समस्याओं का समाधान के लिए हैं, पूज्य संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय में अधोसंरचना की जर्जर स्थिति, मार्ग की खराब दशा, परीक्षा एवं परिणाम व्यवस्था की अव्यवस्था, तथा फर्जीवाड़े व अवैधानिक भर्तियों जैसी गंभीर समस्याएं व्याप्त हैं।
भवन निर्माण में अनियमितताएं, पेयजल व लाइब्रेरी जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी, पाठ्यक्रम से बाहर के प्रश्न एवं प्रशासन में पारदर्शिता का अभाव विद्यार्थियों के हितों के साथ अन्याय है। पाठ्यक्रम पूर्ण हुए बिना परीक्षाएं, परिणामों में विलंब एवं नए विषयों एम ए,एमएसी की अनुपलब्धता से छात्रों का भविष्य प्रभावित हो रहा है।