सरगुजा

विकास कार्यों को गति देने कलेक्टर का दौरा
28-Apr-2025 10:29 PM
विकास कार्यों को गति देने कलेक्टर का दौरा

दन्तेवाड़ा, 26 अप्रैल। जिला प्रशासन का जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में दौरा किया जा रहा है। कलेक्टर कुणाल दुदावत नें विगत दिवस दंतेवाड़ा और कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत संचालित निर्माण कार्यों की समीक्षा की।

कलेक्टर ने कार्य एजेसिंयों को समय सीमा में गुणवत्ता सहित कार्य करने के निर्देश दिये। वहीं उन्हें कामगारों और मशीनरी की संख्या बढ़ाने के लिए भी कहा। इस क्रम में कलेक्टर ने सर्वप्रथम मुख्यालय के एकता परिसर में विभिन्न समाजों के लिए सामाजिक भवनों के निर्माण कार्यों को देखा और कार्य के धीमी प्रगति के संबंध में एजेंसियों से जवाबतलब करते हुए 15 दिवस के अंदर पूर्ण करने की समय सीमा तय की।

कलेक्टर माटी कला केन्द्र, कुम्हाररास पहुंचे, यहां उन्होंने माटी से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां बनाये जाने की प्रक्रिया से अवगत हुए और कलाकृतियों के व्यवसायीकरण हेतु प्रबंधक से चर्चा किया।

उसके पश्चात् ‘‘नन्हे परिंदे’’ शैक्षणिक संस्थान पहुंचकर सभी कक्षों का अवलोकन करते हुए अधीक्षिका से बच्चों को दी जा रही शिक्षा को बेहत्तर बनाने के लिये कार्ययोजना तैयार कर अध्यापन कार्य कराने हेतु निर्देश दिए।

धुरली में ग्रामीणों से संवाद

दन्तेवाड़ा के नियद नेल्लानार अंतर्गत चयनित ग्राम धुरली पहुंचकर कलेक्टर ने यहां सुशासन तिहार के तहत् प्राप्त आवेदनों की समीक्षा की। ग्राम सचिव ने कलेक्टर को अवगत कराया कि प्राप्त आवेदनों में अब तक 80 मांगों और समस्याओं के आवेदनों को निराकृत किया जा चुका है।

इन आवेदनों में अधिकतर प्रधानमंत्री आवास, भूमि समतलीकरण, जॉब कार्ड और श्रम कार्ड के आवेदन प्रमुख थे। कलेक्टर ने ग्रामीणों से कहा कि नियद नेल्लानार योजना के तहत् समस्त विभागों के विभागीय कार्यों का क्रियान्वयन, युद्ध स्तर पर किया जाना है और इसके लिये लक्ष्य भी निर्धारित किये गये हैं। अत: ग्रामीण कुक्कुटपालन, पशुपालन सहित कृषि की रोजगारमूलक योजनाओं को अपने ग्रामों में क्रियान्वित करें। कलेक्टर ने यहां ग्राम पंचायत भवन में स्थित बालमित्र पुस्तकालय को भी देखा और ग्रामीण बच्चों में पढऩे की प्रवृति को बढ़ावा देने के लिए सराहनीय पहल बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर में यह प्रयास किया जाना चाहिए कि शालात्यागी बच्चों एवं उनके पालकों से काउन्सिलिंग करके उन्हें फिर से पढ़ाई की मुख्य धारा में लाया जाएं।

भांसी आईटीआई का जायजा

औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र भान्सी का दौरा इसके साथ ही कलेक्टर ने ग्राम भांसी के औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्र का निरीक्षण करते हुए प्राचार्य से यहां चलाये जा रहे विभिन्न प्रकार के ट्रेडों की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने यहां फीटर, इलेक्ट्रिशियन वेल्डर, मैकेनिक डीजल वर्कशॉप का भी अवलोकन किया। इसके पश्चात कलेक्टर ग्रामीण सचिवालय पहुंचकर ग्रामीणों से ग्राम में अधोसंरचना विकास, उद्यमिता, उन्नत कृषि के संबंध में चर्चा करते हुए कहा कि ग्राम भांसी भी नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत चयनित है। अत: शासन के महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में ग्रामीणों की भागीदारी आवश्यक है। अत: ग्रामीण ग्रामसभा आयोजित कर ग्राम विकास से संबंधित विकास कार्यों के प्रस्ताव पारित कर प्रेषित करें। यहां ग्रामीणों ने भी कलेक्टर के समक्ष अपनी मांगों और समस्याओं के बारे में भी खुलकर विचार साझा किये। जिसमें नल-जल योजना के क्रियान्वयन में विलंब, पोस्ट मेट्रिक छात्रावास की सुविधा, पुराने शासकीय जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण, अतिक्रमण जैसे शिकायतें प्रमुख थी। जिनके संबंध में कलेक्टर ने उन्हें निराकृत करने हेतु आश्वस्त किया। इसके साथ ही कलेक्टर ने यहां युवाओं के स्वरोजगार के लिये काम्प्लेक्स निर्माण की भी बात कही। ग्रामीणों की मांग पर उन्होंने नल जल योजना की स्थिति जानने के लिए मौके पर निरीक्षण किया और कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताते हुए संबंधित विभागीय अधिकारियों को एक माह के भीतर कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।

इसके बाद कलेक्टर ने बचेली स्थित राजस्व कार्यालय का दौरा किया और लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। यहां उन्होंने जाति प्रमाण पत्र एवं सेवा पुस्तिकाए, सीमांकन और नामांतरण जैसे प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के लिए तहसीलदार एवं एसडीएम को निर्देश दिए।

किरन्दुल में आस्था विद्यामंदिर - 2 का जायजा

किरंदुल में निर्माणाधीन आस्था-2 विद्या मंदिर के अंतर्गत निर्माणाधीन बालक हॉस्टल एवं बालिका हॉस्टल, स्टाफ/कर्मचारी आवास की प्रगति की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने निर्माण एजेंसियों को मजदूर और मशीनों की संख्या बढ़ाकर कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आस्था-2 विद्यामंदिर जिले का ड्रीम प्रोजेक्ट है और स्थानीय छात्रों के लिये एक शैक्षणिक हब बनेगा। अत: इसके निर्माण कार्यों में गुणवत्ता में किसी भी प्रकार का समझौता अक्षम्य होगा। अत: इसमें किसी भी लापरवाही के लिये जवाबदेही तय की जायेगी।


अन्य पोस्ट