इतिहास
- 20 अप्रैल : अमेरिका में स्कूली छात्रों ने गोलीबारी कर ली सहपाठियों की जान
- नयी दिल्ली, 20 अप्रैल। आज से 25 बरस पहले 20 अप्रैल के दिन अमेरिका के इतिहास में स्कूल में गोलीबारी की भीषणतम घटना हुई, जब एक हाई स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्र अपने साथ राइफलें, पिस्तौल और विस्फोटक लेकर स्कूल में दाखिल हुए और अंधाधुंध गोलियां चलाकर अपने 12 सहपाठियों और एक शिक्षक की जान ले ली। इस दौरान 21 लोग घायल भी हुए।
- 20 अप्रैल 1999 को हुई इस दुखद घटना में इन दोनों ने तकरीबन 20 मिनट तक गोलियां चलाईं और बाद में खुद को भी गोली मार ली। अधिकारियों को बाद में कैफेटेरिया से दो बम मिले। अगर उन दोनों हत्यारों ने इन बमों का इस्तेमाल किया होता तो मरने वालों की संख्या कहीं ज्यादा होती। इस तरह की घटनाओं के लिए बच्चों में बढ़ती हिंसक प्रवृत्ति और घातक हथियारों की सुलभ उपलब्धता को जिम्मेदार ठहराया गया।
- देश दुनिया के इतिहास में 20 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1592: अंग्रेजी के प्रसिद्ध कवि जॉन इलियट का जन्म।
- 1611: विख्यात उपन्यासकार विलियम शैक्सपियर के नाटक ‘मैकबेथ’’ का पहला ज्ञात मंचन हुआ।
- 1712 : जहांदार शाह दिल्ली की गद्दी पर बैठा। इस मुगल सम्राट ने 1713 तक शासन किया। वह बहादुरशाह का बड़ा पुत्र था।
- 1889 : जर्मन तानाशाह अडोल्फ हिटलर का जन्म।
- 1946 : संयुक्त राष्ट्र की पूर्ववर्ती संस्था लीग ऑफ नेशन्स भंग की गई।
- 1953 : कोरिया और संयुक्त राष्ट्र सेना के बीच बीमार युद्ध बंदियों का आदान प्रदान हुआ। रिहा किए गए 100 संयुक्त राष्ट्र सैनिकों में ब्रिटेन के 12, अमेरिका के 30, दक्षिण कोरिया के 50 और कुछ अन्य देशों के सैनिक थे।
- 1960 : एअर इंडिया ने लंदन की अपनी पहली बोइंग 707 उड़ान के साथ जेट युग में प्रवेश किया।
- 1972: अपोलो 16 अंतरिक्ष यान छह घंटे तक इंजन की समस्या से प्रभावित रहने के बाद आखिरकार चंद्रमा पर उतरा।
- 1974 : सत्तर के दशक में आंतरिक हिंसा से बुरी तरह प्रभावित उत्तरी आयरलैंड के संघर्ष में मरने वालों की संख्या 1000 पहुंची।
- 1997: इंद्र कुमार गुजराल देश के 12वें प्रधानमंत्री बने।
- 1999 : अमेरिका के डेनवर शहर के एक स्कूल में दो छात्रों ने अंधाधुंध गोलियां चलाकर 13 लोगों की जान ले ली। घटना में 21 अन्य लोग घायल हुए।
- 2010 : मैक्सिको की खाड़ी में स्थित गहरे पानी के तेल भंडार में विस्फोट से इतिहास का सबसे बड़ा तेल रिसाव हुआ।
- 2011 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के उपग्रह प्रक्षेपण यान 'पीएसएलवी' ने तीन उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में स्थापित किया।
- 2020 : दुनिया भर में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1,65,216 हो गई। (भाषा)
- 18 अप्रैल : देशवासियों को आजादी के मायने समझाने वाले तात्या टोपे का बलिदान दिवस
- नयी दिल्ली, 18 अप्रैल। देश में आजादी का बिगुल फूंकने वाले कई बड़े नामों में एक और नाम तात्या टोपे का भी है, जिन्होंने देश में न सिर्फ 1857 में स्वतंत्रता संग्राम की नींव रखी, बल्कि पूरे देश में आजादी की चेतना का सूत्रपात किया और गुलामी को अपना भाग्य मान चुकी पूरे देश की जनता को यह बताया कि आजादी क्या होती है और उसे हासिल करना कितना जरूरी है। बहुत कम लोगों को मालूम है कि तात्या टोपे का असली नाम रामचंद्र रघुनाथ टोपे था।
- अंग्रेजों ने 1857 की आजादी की पहली क्रांति में निर्णायक भूमिका निभाने पर तात्या टोपे को 18 अप्रैल 1859 को फांसी पर लटका दिया गया।
- इसके अलावा देश और दुनिया के इतिहास में 18 अप्रैल के दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुईं, जिनमें जाने-माने वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का निधन शामिल है।
- देश दुनिया के इतिहास में 18 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है...
- 1612: शाहजहां ने मुमताज से निकाह किया।
- 1859: देश में आजादी की अलख जगाने वाले तात्या टोपे को 1857 की आजादी की पहली क्रांति में निर्णायक भूमिका निभाने पर फांसी पर लटका दिया गया।
- 1902: अपराधियों की पहचान के लिए डेनमार्क ने सबसे पहले फिंगरप्रिंट दर्ज करने शुरू किए।
- 1917: महात्मा गांधी ने अपने सत्याग्रह आंदोलन की शुरुआत के लिए बिहार के चंपारण का चयन किया।
- 1948: हेग, नीदरलैंड्स में इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस की स्थापना।
- 1950: विनोबा भावे ने आंध्र प्रदेश के तेलंगाना में पंचमपल्ली गांव की 80 एकड़ भूमि के साथ भूदान आंदोलन शुरू किया।
- 1955: जाने-माने वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का 76 वर्ष की उम्र में प्रिंसटन के एक अस्पताल में निधन।
- 1968: अमेरिका ने नेवादा परीक्षण स्थल पर परमाणु परीक्षण किया।
- 1971: भारत का पहला जंबो जेट बोइंग 747 बम्बई पहुंचा। इसे सम्राट अशोक नाम दिया गया।
- 1978: आधुनिक नयी दिल्ली का निर्माण करने वाले सोभा सिंह का निधन।
- 1980: जिम्बाब्वे ने ब्रिटेन से आजादी का ऐलान किया।
- 1991: केरल को देश का पहला पूर्ण साक्षर राज्य घोषित किया गया।
- 1992: रंगभेद के कारण प्रतिबंधित दक्षिण अफ्रीका ने 1970 के बाद पहला क्रिकेट टेस्ट मैच खेला।
- 1994: वेस्टइंडीज के बल्लेबाज ब्रायन लारा ने इंग्लैंड के खिलाफ एक दिन में 375 रन बनाकर सर गारफील्ड सोबर्स का रिकार्ड तोड़ा।
- 1996: काहिरा में अज्ञात हमलावरों ने ग्रीस के 17 टूरिस्टों और उनके स्थानीय गाइड को गोलियों से भूना।
- 1999: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी लोकसभा में एक वोट से विश्वास मत हारे।
- 2001: भारतीय सीमा में घुस आई बांग्लादेश की सेना की गोलीबारी से भारत के 16 जवान शहीद।
- 2008: पाकिस्तान ने भारतीय क़ैदी सरबजीत सिंह की फांसी की सजा को एक महीने के लिए टाला।
- 2008: भारत और मैक्सिको ने नागरिक उड्डयन और ऊर्जा के क्षेत्र में नये समझौते किए। (भाषा)
- 16 अप्रैल : बम्बई से ठाणे के बीच चली पहली छुक छुक गाड़ी
- नयी दिल्ली, 16 अप्रैल। आज भले ही सुपरफास्ट, बुलेट ट्रेन का जमाना हो, लेकिन भारतीय रेलवे के इतिहास में 16 अप्रैल के दिन की खास अहमियत है और हमेशा रहेगी। दरअसल 1853 को 16 अप्रैल के दिन देश में पहली रेल चली थी।
- साल का यह 106वां दिन एक और कारण से भी सदा याद किया जाएगा। दूसरे विश्व युद्ध की त्रासदी के बीच दुनिया को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन का जन्म आज ही के दिन हुआ था।
- देश दुनिया के इतिहास में 16 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:--
- 1853 : भारत में पहली रेल बम्बई (अब मुंबई) से ठाणे के बीच चली।
- 1889 : अपने बेहतरीन अभिनय से दुनिया को हंसाने वाले चार्ली चैपलिन का जन्म।
- 1919 : अमृतसर में हुए जलियांवाला बाग़ हत्याकांड में मरने वालों को श्रद्धांजलि देने के लिए महात्मा गांधी ने प्रार्थना सभा और उपवास की घोषणा की।
- 1945: एक सोवियत पनडुब्बी के कारण जर्मन शरणार्थी पोत डूब गया, जिससे 7000 लोग मारे गए।
- 1964: ब्रिटेन के चर्चित अपराधों में शामिल ‘द ग्रेट ट्रेन रॉबरी’ के लिए 12 लोगों को 307 साल की सज़ा सुनाई गई।
- 1976 : आठ वर्ष तक ब्रिटेन के प्रधानमंत्री और 13 वर्षों तक लेबर पार्टी के नेता रहे, हैरल्ड विल्सन ने त्यागपत्र दिया। उनके इस फैसले ने राजनीतिक हल्कों में तूफान ला दिया।
- 1988 : उत्तरी इराक के कुर्द आबादी वाले शहर हलबजा पर हुए गैस हमले में हजारों लोगों की मौत हो गई थी जबकि बहुत से लोग इसके प्रभाव से बीमार हो गए।
- 1988 : फलस्तीनी मुक्ति संगठन के शक्तिशाली नेता खलील अल वजीर उर्फ अबु जिहाद की ट्यूनीशिया के ट्यूनिस में स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई।
- 1990 : बिहार के राजधानी शहर पटना के निकट एक भीड़भरी यात्री गाड़ी के दो डिब्बों में विस्फोट के बाद कम से कम 80 लोगों की जान गई और 65 अन्य घायल हुए।
- 2002 : दक्षिण कोरिया में एक विमान दुर्घटना में 120 लोग मारे गए।
- 2004 : पाकिस्तान के दौरे पर गई भारतीय क्रिकेट टीम ने रावलपिंडी टेस्ट जीतकर मेजबान देश को श्रृंखला में 2-1 से मात दी।
- 2020 : दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी से अब तक संक्रमण के 20,83,820 से अधिक मामलों की पुष्टि हुई, जिनमें से 1,37,500 लोगों की मौत हो गई। (भाषा)
- 13 अप्रैल : जलियांवाला बाग की दुखद घटना का साक्षी
- नयी दिल्ली, 13 अप्रैल (भाषा)। देश की आजादी के इतिहास में 13 अप्रैल का दिन एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। वह वर्ष 1919 का 13 अप्रैल का दिन था, जब जलियांवाला बाग में एक शांतिपूर्ण सभा के लिए जमा हुए हजारों भारतीयों पर अंग्रेज हुक्मरान ने अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं। पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं। निकास का रास्ता संकरा होने के कारण बहुत से लोग भगदड़ में कुचले गए और हजारों लोग गोलियों की चपेट में आए।
- एक अन्य घटना की बात करें तो खालसा पंथ की नींव भी 13 अप्रैल के दिन ही रखी गई थी। 13 अप्रैल 1699 को दसवें गुरु गोविंद सिंह जी ने खालसा पंथ की स्थापना की थी।
- उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में इसी दिन फसल पकने की खुशी में बैसाखी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है।
- देश दुनिया के इतिहास में 13 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1699 : सिखों के दसवें गुरू गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की। हर साल इसी दिन बैसाखी का त्यौहार बनाया जाता है।
- 1919 : अंग्रेज सैनिको ने जलियांवाला बाग में शांतिपूर्ण सभा कर रहे निहत्थे भारतीयों पर गोली चला कर सैकड़ों की जान ले ही। इस दौरान हज़ारों लोग घायल हुए। इस घटना ने देश के स्वतंत्रता संग्राम का रूख मोड़ दिया।
- 1960: फ्रांस ने सहारा मरूस्थल में परमाणु बम का परीक्षण किया। वह यह उपलब्धि हासिल करने वाला चौथा देश बना।
- 1973 : अपने सरल व्यक्तित्व और सशक्त अभिनय से हिंदी सिनेमा में एक अहम मुकाम रखने वाले अभिनेता बलराज साहनी का निधन।
- 1980: अमेरिका ने मास्को में हो रहे ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों का बहिष्कार किया।
- 1984 : भारतीय क्रिकेट टीम ने शारजाह में पाकिस्तान को 58 रन से हराकर पहली बार एशिया कप जीता।
- 1997 : अमेरिका के युवा गोल्फ खिलाड़ी एल्ड्रिक टाइगर वुड्स ने 21 साल की उम्र में यूएस मास्टर्स चैंपियनशिप जीतकर सबसे कम उम्र में यह खिताबी विजय दर्ज की।
- 2004 : वेस्ट इंडीज के धाकड़ बल्लेबाज ब्रायन लारा ने एंटीगुआ में इंग्लैंड के खिलाफ खेलते हुए 400 रन की ऐतिहासिक पारी खेली।
- 2005 : भारत के विश्वनाथन आनंद ने चौथी बार विश्व शतरंज चैंपियन का खिताब अपने नाम किया।
- 2007 : भारत और रूस के कूटनीतिक संबंधों को 60 साल पूरे हुए।
- 2013- पाकिस्तान के पेशावर में एक बस में धमाके से आठ लोगों की मौत।
- 12 अप्रैल : पोलियो की दवा के ईजाद का दिन
- नयी दिल्ली, 12 अप्रैल। साल का 102वां दिन 12 अप्रैल कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह है। डाक्टर जोनास साल्क ने 12 अप्रैल 1955 को पोलियो से बचाव की दवा ईजाद की थी। एक समय यह बीमारी सारी दुनिया के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई थी और डाक्टर साल्क ने इसके रोकथाम की दवा ईजाद करके मानव जाति को इस घातक बीमारी से लड़ने का हथियार दिया था। इस दिन की एक और बड़ी घटना की बात करें तो यूरी गैगरीन पहले अंतरिक्ष यात्री के तौर पर आज ही के दिन अंतरिक्ष की अनजान अथाह दूरियां नापने निकले थे।
- इसके अलावा भारत के संदर्भ में भी इस दिन का महत्व है। 1978 को 12 अप्रैल के दिन भारत की पहली डबल डेकर रेलगाड़ी बम्बई के विक्टोरिया टर्मिनल से पुणे के लिए अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुई थी।
- देश दुनिया के इतिहास में आज की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1801 : विलियम कैरी को फोर्ट विलियम कॉलेज आफ कलकत्ता में बांग्ला भाषा का प्रोफेसर नियुक्त किया गया।
- 1861: अमेरिका में गृह युद्ध की शुरूआत। दक्षिण के ग्यारह राज्यों ने जैफ़रसन डेविस के नेतृत्व में अमरीका से अलग परिसंघ बनाने की घोषणा के साथ आज़ादी की लड़ाई छेड़ दी।
- 1885: मोहनजोदड़ो की खोज करने वाले प्रसिद्ध इतिहासकार राखलदास बनर्जी का जन्म।
- 1927: ब्रिटिश कैबिनेट ने महिलाओं को वोटिंग अधिकार देने का समर्थन किया।
- 1945: अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रेंकलिन रूजवेल्ट का रहस्यमय परिस्थितियों में निधन।
- 1946 : सीरिया पर फ्रांस का कब्जा समाप्त।
- 1955 : डाक्टर जोनास साल्क ने पोलियो की दवा ईजाद करने का ऐलान किया।
- 1961: सोवियत संघ ने अंतरिक्ष में अपना वर्चस्व कायम करते हुए यूरी गैगरीन को अंतरिक्ष में भेजा। वह अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले पहले मानव थे। मेजर यूरी ने बैंकनूर अंतरिक्ष केंद्र से वोस्टॉक नामक अंतरिक्ष यान से उड़ान भरी। उस वक्त उनकी उम्र 27 साल थी।
- 1973: सूडान ने अपना संविधान बनाया।
- 1975: अमेरिका ने कंबोडिया में अपनी हार स्वीकार कर ली। कंबोडिया के गृह युद्ध में पांच साल तक हस्तक्षेप करने के बाद अमेरिका ने अपने आपको लड़ाई से अलग कर लिया।
- 1978 : भारत की पहली डबल डेकर रेलगाड़ी बम्बई के विक्टोरिया टर्मिनल से पुणे के लिए अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुई।
- 1981: अमेरिकी अंतरिक्ष यान कोलंबिया पहली बार प्रक्षेपित किया गया।
- 2007: पाकिस्तान ने ईरान गैस पाइनलाइन पर भारत को मंजूरी दी।
- 2020 : देश में कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या नौ हजार के करीब हो गई। भाषा
10 अप्रैल : अपनी पहली और अंतिम यात्रा पर निकला अभागा टाइटैनिक
नयी दिल्ली, 10 अप्रैल (भाषा)। ‘‘कभी न डूब सकने वाले’’ पोत के रूप में प्रचारित किए गए टाइटैनिक जहाज का 10 अप्रैल से गहरा नाता है। यह बदकिस्मत जहाज 10 अप्रैल के दिन ही ब्रिटेन के साउथहैंपटन बंदरगाह से अपनी पहली और अंतिम यात्रा पर रवाना हुआ था। वैसे टाइटैनिक जहाज का जिक्र आते ही इससे जुड़ी दुर्घटना के तमाम मंजर आंखों के सामने से गुजर जाते हैं।
वैसे यह भी हकीकत है कि जहाज कब बना, किसने बनाया, यह कब अपनी यात्रा पर निकला यह सब तथ्य 1997 में आई फिल्म टाइटैनिक ने धुंधले कर दिए और याद रह गई जेम्स कैमरन की यह शानदार फिल्म, विशाल जहाज के डेक पर बांहें फैलाए खड़े लियोनार्डो डी कैप्रियो और केट विंस्लेट, नीले हीरे वाली माला और पानी का रौद्र रूप।
देश दुनिया के इतिहास में 10 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
1847: पुलित्जर पुरस्कारों के प्रणेता अमेरिकी पत्रकार एवं प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर का जन्म।
1875 : स्वामी दयानंद सरस्वती ने आर्यसमाज की स्थापना की।
1894: भारतीय उद्योगपति घनश्यामदास बिड़ला का जन्म।
1912: टाइटैनिक ब्रिटेन के साउथहैंपटन बंदरगाह से अपनी पहली और आखिरी यात्रा पर रवाना हुआ।
1916: पहले गोल्फ टूर्नामेंट का प्रोफेशनल तरीके से आयोजन।
1930: पहली बार सिंथेटिक रबर का उत्पादन।
1972: ईरान में भूकंप से करीब 5 हजार लोगों की मौत।
1972 : जैविक हथियारों के विकास, उत्पादन और भंडारण पर जैविक हथियार संधि के जरिए रोक लगा दी गई। इसपर 150 से ज्यादा देशों ने हस्ताक्षर किए।
1973 : पाकिस्तान ने संविधान में संशोधन कर जुल्फिकार अली भुट्टो को राष्ट्रपति के स्थान पर प्रधानमंत्री बनाया।
1988 : पाकिस्तान के रावलपिंडी और इस्लामाबाद के बीच घनी आबादी वाले एक इलाके में सेना के शस्त्र भंडार में आग लगने से जान माल का भारी नुकसान। कम से कम 90 लोगों की मौत। एक हजार से ज्यादा घायल।
1982 : भारत के बहुउद्देशीय उपग्रह इनसेट- 1 ए का सफल प्रक्षेपण।
1995: भारत रत्न से सम्मानित भारत के पांचवें प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई का निधन।
2001 : नीदरलैंड ने एक विधेयक को मंजूरी देकर इच्छा मृत्यु को मंजूरी दी। इस तरह का कानून बनाने वाला वह दुनिया का पहला देश बना।
2002 : 15 साल में पहली बार लिट्टे सुप्रीमो वी. प्रभाकरन ने प्रेस कांफ्रेस में भाग लिया।
2010: पोलैंड वायुसेना का टू-154एम विमान रूस के स्मोलेंस्क के पास दुर्घटनाग्रस्त। पोलैंड के राष्ट्रपति लेच केजिस्की, उनकी पत्नी और दर्जनों अन्य वरिष्ठ अधिकारियों व गणमान्य व्यक्तियों समेत 96 लोगों की मौत।
2016: केरल के पुत्तिंगल मंदिर में आग लगने से 100 से अधिक लोगों की मौत। 300 से अधिक लोग घायल हुए।
- 9 अप्रैल : अन्ना हजारे ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपना अनशन समाप्त किया
- नयी दिल्ली, 9 अप्रैल। आज के दिन का राजधानी में हुए एक चर्चित अनशन से गहरा नाता है, जिसने दिल्ली की सियासत की हवा ही बदल दी। सामाजिक कार्यकर्ता और देश में भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की अलख जगाने वाले अन्ना हजारे ने 2011 में दिल्ली के रामलीला मैदान में धुआंधार तरीके से अनशन किया और 9 अप्रैल को अपने इस अनशन का समापन किया। उनके इस भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि कभी उनके सहयोगी रहे अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के तख्तो ताज तक पहुंचने का रास्ता इसी आंदोलन से निकला था।
- यह दिन दुनिया की एक और बड़ी घटना का भी गवाह है। वर्ष 2003 का वह मंजर बहुत से लोगों को याद होगा, जब इराक के तानाशाह शासक सद्दाम हुसैन के शासन का अंत हुआ था और लोगों ने बगदाद के फिरदौस चौराहे पर लगी सद्दाम की मूर्ति को गिरा डाला था। इतिहास में वह घटना भी नौ अप्रैल की तारीख में दर्ज है।
- देश दुनिया के इतिहास में नौ अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है-
- 1669 : मुगल बादशाह औरंगजेब ने सभी हिन्दू स्कूलों और मंदिरों को ध्वस्त करने का आदेश दिया।
- 1860 : पहली बार मनुष्य की आवाज रिकार्ड की गई ।
- 1965 : कच्छ के रण में भारत पाक में युद्ध छिड़ा।
- 1988 : अमेरिका ने पनामा पर आर्थिक प्रतिबंध लगाये।
- 2001 : अमेरिकी एयरलाइंस ने ट्रांस वर्ल्ड एयरलाइंस का औपचारिक रूप से अधिग्रहण किया और वह उस समय दुनिया की सबसे बड़ी एयरलाइन बन गई।
- 2002 : बहरीन में निगम चुनाव में महिलाओं को हिस्सा लेने की अनुमति मिली।
- 2003 : इराक को सद्दाम की तानाशाही से मुक्ति मिली।
- 2005 : प्रिंस चार्ल्स ने कैमिला से विवाह किया।
- 2010 : श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के यूनाइटेड पीपुल्स फ्रीडम एलायंस ने 225 सीटों वाली संसद में 117 सीटें जीतीं।
- 2011 : सरकार द्वारा लोकपाल कानून बनाने की मांग मान लेने के बाद अन्ना हजारे ने 95 घंटे से जारी अपना आमरण अनशन समाप्त कर दिया।
- 2020 : देश में कोरोना वायरस से 169 लोगों की मौत, संक्रमितों की संख्या 5,865 पर पहुंची। पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 591 मामले सामने आए और 20 लोगों की मौत हुई। (भाषा)
- 8 अप्रैल : आजादी की लौ जलाने वाले मंगल पांडे को फांसी
- नयी दिल्ली, 8 अप्रैल। इतिहास में आठ अप्रैल का दिन आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले लोगों के नाम दर्ज है। 1857 में आठ अप्रैल के दिन ही मंगल पांडे को फांसी दी गई थी।
- इस दिन के साथ एक और घटना भी जुड़ी है। भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त जैसे आजादी के परवानों ने आठ अप्रैल 1929 को दिल्ली के सेंट्रल असेंबली हॉल में बम फेंका था। इस बम धमाके का मकसद किसी को नुकसान पहुंचाना नहीं बल्कि भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की तरफ दुनिया का ध्यान आकृष्ट करना था।
- देश दुनिया के इतिहास में आठ अप्रैल की तारीख पर दर्ज महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार हैं:-
- 1857 : ब्रिटिश सरकार के खिलाफ बगावत की चिंगारी भड़काने वाले बैरकपुर रेजीमेंट के सिपाही मंगल पांडे को फांसी दे दी गई।
- 1894 : भारत के राष्ट्रीय गीत बंदे मातरम् के रचयिता बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय का कलकत्ता में निधन।
- 1929 : क्रांतिकारी भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने दिल्ली असेंबली हॉल में बम फेंका और गिरफ्तारी दी।
- 1950 : भारत और पाकिस्तान के बीच लियाकत-नेहरू समझौता। यह समझौता दोनों देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुरक्षित रखने और भविष्य में दोनों देशों के बीच युद्ध की संभावनाओं को खत्म करने के मकसद से किया गया था।
- 1973 : स्पेन के चित्रकार पाब्लो पिकासो का निधन। इन्हें 20वीं शताब्दी का संभवत: सबसे प्रभावी चित्रकार माना जाता है।
- 2013 : ब्रिटेन की पूर्व प्रधानमंत्री मार्गेरेट थैचर का लंदन में निधन। वह ब्रिटेन ही नहीं किसी भी यूरोपीय देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और 20वीं शताब्दी में ब्रिटेन की एकमात्र प्रधानमंत्री थीं, जिन्होंने तीन बार लगातार यह पद संभाला। (भाषा)
- 7 अप्रैल : विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना
- नयी दिल्ली, 7 अप्रैल। इतिहास की कई बड़ी घटनाएं सात अप्रैल की तारीख में दर्ज हैं। इनमें कुछ ऐसी घटनाएं भी हैं, जो दुनिया को मौजूदा सूरत देने में मददगार हैं। ऐसी ही एक घटना सात अप्रैल 1948 की है, जब संयुक्त राष्ट्र ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना की। विश्व स्वास्थ्य संगठन विश्व के देशों की स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए आपसी सहयोग एवं मानक विकसित करने का दायित्व निभाता है। दुनिया के तमाम देश विश्व स्वास्थ्य संगठन के सदस्य हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की इस अनुषांगिक इकाई का मुख्यालय स्विटजरलैंड के जेनेवा शहर में है। इस दिन को दुनिया भर में विश्व स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है।
- देश दुनिया के इतिहास में सात अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1818 : ब्रिटिश सरकार ने बिना मुकदमे के लोगों को निर्वासित करने और हिरासत में रखने वाला कानून ‘बंगाल स्टेट प्रिजनर्स रेगुलेशन एक्ट’ पेश किया। यह कानून देश की आजादी तक प्रभावी रहा।
- 1919 : बाबेरियन सोवियत गणराज्य की स्थापना।
- 1920 : भारत के प्रसिद्ध सितार वादक पं रवि शंकर का जन्म।
- 1929 : पहली वाणिज्यिक उड़ान भारत पहुंची, जब ब्रिटेन के इंपीरियल एयरवेज की लंदन-काहिरा सेवा को कराची तक बढ़ाया गया।
- 1946 : फ्रांस से सीरिया की आजादी का अनुमोदन।
- 1948 : संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व स्वास्थ्य संगठन का गठन।
- 1955 : विंस्टन चर्चिल ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
- 1978 : अमेरिका के राष्ट्रपति जिमी कार्टर ने न्यूट्रान बम के विकास पर रोक लगाई।
- 2010 : पटना की एक विशेष अदालत ने बिहार में एक दिसंबर 1997 को अरवल जिले के लक्ष्मणपुर और बाथे गांवों में 58 दलितों की हत्या के मामले में 16 दोषियों को फांसी और 10 को उम्र क़ैद की सज़ा सुनाई। (भाषा)
- 6 अप्रैल : भाजपा की स्थापना का दिन
- नयी दिल्ली, 6 अप्रैल। देश के राजनीतिक इतिहास में छह अप्रैल का दिन खास अहमियत रखता है। भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 में छह अप्रैल ही दिन हुई थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा 1951 में स्थापित भारतीय जन संघ से इस नयी पार्टी का जन्म हुआ। 1977 में आपातकाल की घोषणा के बाद जनसंघ का कई अन्य दलों से विलय हुआ और जनता पार्टी का उदय हुआ। पार्टी ने 1977 के आम चुनाव में कांग्रेस से सत्ता छीन ली और 1980 में जनता पार्टी को भंग करके भारतीय जनता पार्टी की नींव रखी गई।
- खेल जगत के लिए भी छह अप्रैल की तारीख बहुत महत्वपूर्ण है। सब जानते हैं कि खेल और खिलाड़ियों के लिए ओलंपिक खेल हज का दर्जा रखते हैं और हर खिलाड़ी की यह ख्वाहिश होती है कि वह उस बुलंदी तक पहुंचे कि कम से कम एक बार ओलंपिक खेलों में हिस्सा ले सके। आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरूआत 1896 में छह अप्रैल को एथेंस में हुई थी। यह खेल रोमन सम्राट थिडोसियस द्वारा प्राचीन ओलंपिक खेलों पर रोक लगाए जाने के 1500 साल बाद दोबारा अस्तित्व में आए।
- देश दुनिया में 6 अप्रैल की तारीख पर इतिहास में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1606 : शहजादा खुसरू ने अपने पिता जहांगीर के खिलाफ बगावत की।
- 1896 : आधुनिक ओलंपिक खेलों की शुरूआत।
- 1906 : पहले एनिमेटिड कार्टून ने कॉपीराइट हासिल किया।
- 1909 : अमेरिका के राबर्ट पियरी और मैथ्यू हैंसन ने पहली बार उत्तरी ध्रुव पर पहुंचने का दावा किया।
- 1917 : प्रथम विश्व युद्ध में अमेरिका ने जर्मनी के खिलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
- 1919 : महात्मा गांधी ने रॉलेट एक्ट के खिलाफ पहली बार अखिल भारतीय हड़ताल का आह्वान किया।
- 1925 : विमान में पहली बार फिल्म दिखाई गई। विमान ब्रिटिश एयरवेज का था।
- 1930 : महात्मा गांधी को नमक कानून का उल्लंघन करने पर गिरफ्तार किया गया।
- 1936 : एएनपी ने एम्स्टर्डम में पहली टेलेक्स सेवा शुरू की।
- 1942 : जापानी लड़ाकू विमानों ने पहली बार भारतीय क्षेत्रों पर बमबारी की।
- 1955 : अमेरिका ने परमाणु परीक्षण किया।
- 1957 : सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
- 1966 : भारतीय तैराक मिहिर सेन ने पाक जलडमरूमध्य तैरकर पार किया।
- 1980 : भारतीय जनता पार्टी की स्थापना।
- 2020 : कोरोना वायरस संक्रमण से दुनिया भर में 70 हजार से ज्यादा लोगों की मौत। भारत में संक्रमितों का आंकड़ा साढ़े चार हजार के पार पहुंचा। (भाषा)
- 5 अप्रैल : अपने घर आंगन में दिए जलाकर देश ने कोरोना के तमस को हराने का संकल्प लिया
- नयी दिल्ली, 5 अप्रैल। इतिहास की तमाम बड़ी घटनाओं को पीछे छोड़कर कोरोना संक्रमण सदी की सबसे बड़ी घटना के तौर पर इतिहास में दर्ज हो गया है। इसके प्रकोप से दुनियाभर में लाखों लोगों की जान चली गई और करोड़ों लोग इसके संक्रमण के शिकार हुए।
- भारत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर पांच अप्रैल 2020 को करोड़ों देशवासियों ने दीये, मोमबत्ती और मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट जलाकर कोरोना वायरस के संकट से निपटने में राष्ट्र के ‘‘सामूहिक संकल्प एवं एकजुटता’’ का बड़े रौशन अंदाज में प्रदर्शन किया ।
- इतिहास की अन्य घटनाओं की बात करें तो पांच अप्रैल का दिन कई महत्वपूर्ण घटनाओं के साथ इतिहास में दर्ज है। इस दिन को मर्चेंट नेवी के लिए ‘नेशनल मैरिटाइम डे’ के तौर पर मनाया जाता है। देश की आजादी की लड़ाई में 1930 में पांच अप्रैल का दिन महत्वपूर्ण है। इसी दिन महात्मा गांधी अपने समर्थकों के साथ नमक कानून तोड़ने के लिए डांडी पहुंचे थे।
- इस दिन की एक अन्य घटना भारतीय सिनेमा से जुड़ी है। दरअसल हिंदी फिल्म जगत की खूबसूरत और प्रतिभाशाली अदाकारा दिव्या भारती की पांच अप्रैल 1993 को रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी।
- देश दुनिया के इतिहास में पांच अप्रैल की तारीख पर कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं का ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1659 : मकसूदाबाद की लड़ाई में शुजा की हार ।
- 1843: ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने हांगकांग को ब्रिटिश कॉलोनी में शामिल करने का ऐलान किया।
- 1908: भारत के पहले दलित उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का जन्म।
- 1919 : आधुनिक भारतीय मर्चेंट शिपिंग की शुरूआत। सिंधिया स्टीम नेविगेशन कंपनी का 5,940 टन का पोत लिबर्टी अपनी पहली यात्रा पर रवाना हुआ।
- 1930 : गांधी जी नमक कानून तोड़ने के लिए अपने अनुयायियों के साथ डांडी पहुंचे।
- 1949 : भारत स्काउट्स एंड गाइड्स की स्थापना।
- 1955: विस्टन चर्चिल ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दिया।
- 1961 : सरकार के प्रायोजन वाली पहली फार्मास्यूटिकल कंपनी इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड की स्थापना।
- 1964 : मर्चेंट नेवी के लिए देश में पहली बार नेशनल मैरिटाइम डे मनाया गया।
- 1979: देश का पहला नौसेना संग्रहालय बंबई (अब मुम्बई) में खुला।
- 1986 : मुनि की रेती में हिलने वाले सबसे बड़े पुल शिवानंदझूला के निर्माण का काम पूरा।
- 1993 : फिल्म अभिनेत्री दिव्या भारती का अल्पायु में निधन।
- 1999: मलेशिया में हेंड्रा नामक वायरस से बचाव के लिए 8 लाख 30 हजार सुअरों को जान से मारने के अभियान की शुरुआत की गई।
- 2020 : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील पर देश के करोड़ों लोगों ने रात नौ बजे अपने घरों की तमाम बत्तियां बुझाकर मोमबती, दिए और मोबाइल फोन की फ्लेश लाइट जलाई और इस तरह कोरोना महामारी के खिलाफ संघर्ष में एकजुटता का प्रदर्शन किया। (भाषा)
- 4 अप्रैल : रानी लक्ष्मी बाई को अंग्रेजों से लोहा लेने के बाद मुश्किल हालात में झांसी छोड़नी पड़ी
- नयी दिल्ली, 4 अप्रैल। इतिहास में चार अप्रैल का दिन युद्ध की दो बड़ी घटनाओं के साथ जुड़ा है। 1858 में चार अप्रैल के दिन अंग्रेजी सेना के खिलाफ भीषण संघर्ष के बाद झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को झांसी को छोड़ना पड़ा था। अंग्रेजों से डटकर लोहा लेने वाली लक्ष्मीबाई झांसी से निकलकर काल्पी पहुंचीं और फिर वहां से ग्वालियर रवाना हुईं।
- दूसरे विश्च युद्ध का निर्णायक मोड़ कहा जाने वाला ‘द बैटल ऑफ कोहिमा’ 1944 को आज ही के दिन शुरू हुआ था, जिसने एशिया की तरफ बढ़ते जापान के कदमों को रोक दिया था।
- देश-दुनिया के इतिहास में 4 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1768 : फिलिप एस्ले ने माडर्न सर्कस का पहला शो पेश किया।
- 1769 : हैदर अली ने पहले एंग्लो:मैसूर युद्ध में शांति की शर्तें तय कीं।
- 1818 : अमेरिकी कांग्रेस ने अमेरिका के झंडे को मंजूरी दी।
- 1858 : हुग रोस की अगुवाई वाली ब्रिटिश सेना के खिलाफ भीषण युद्ध के बाद रानी लक्ष्मीबाई को झांसी को छोड़ना पड़ा। वह पहले काल्पी और फिर ग्वालियर गईं।
- 1904 : हिंदी सिनेमा के हरदिल अजीज गायक और कलाकार कुंदन लाल सहगल का जन्म।
- 1905 : भारत की कांगड़ा घाटी में भूकंप से 20,000 लोगों की मौत।
- 1910 : श्री अरबिंदो पुडुचेरी पहुंचे जो बाद में उनके ध्यान और अध्यात्म का केन्द्र बना।
- 1944 : द्वितीय विश्व युद्ध में एंग्लो अमेरिकी सेना की बुखारेस्ट में तेलशोधन संयंत्रों पर पहली बमबारी, तीन हजार नागरिकों की मौत।
- 1968 : मार्टिन लूथर किंग की टेनेसी के मेमफिस में एक मोटेल में हत्या
- 1968 : नासा ने अपोलो 6 का प्रक्षेपण किया।
- 1975 : बिल गेट्स और पॉल एलेन के बीच भागीदारी से न्यू मैक्सिको के अल्बकर्क में माइक्रोसाफ्ट की स्थापना।
- 1979 : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो को मौत की सजा।
- 1983 : अंतरिक्ष शटल चैलेंजर ने अपनी पहली उड़ान भरी।
- 2020 : दुनियाभर में कोराना वायरस से 59 हजार से अधिक लोगों की मौत, संक्रमण के मामले 11 लाख के पार। भारत में कुल मामलों की संख्या 3619, मरने वालों का आंकड़ा सौ के करीब। (भाषा)
- 3 अप्रैल : मार्टिन कूपर ने पहली बार हैंड हेल्ड मोबाइल फोन से बेल लैब्स के जोएल एस एंजेल से बात की
- नयी दिल्ली, 3 अप्रैल। मोबाइल और कंप्यूटर के बिना आज की दुनिया की कल्पना ही नहीं की जा सकती। इन दो अविष्कारों ने जैसे दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी की सूरत ही बदलकर रख दी। मजे की बात है कि इन दोनों ही महान अविष्कारों का तीन अप्रैल के दिन से खास ताल्लुक रहा है।
- 1973 में तीन अप्रैल ही के दिन मार्टिन कूपर ने हैंड हेल्ड मोबाइल फोन से बेल लैब्स के जोएल एस एंजेल को पहला फोन किया था। कूपर को आज के मोबाइल फोन का जनक कहा जाता है। उस समय कूपर मोटरोला कंपनी के लिए काम करते थे।
- अमेरिका में कार फोन का इस्तेमाल तो 1930 से हो रहा था, लेकिन हैंडहेल्ड फोन का इस्तेमाल तीन अप्रैल को पहली बार कूपर ने किया। यह भी एक इत्तेफाक ही है कि 1981 में तीन अप्रैल के ही दिन सैन फ्रांसिस्को के ब्रुक्स हाल में ओसबोर्न कंप्यूटर कॉरपोरेशन के एडम ओसबोर्न द्वारा तैयार पहले पोर्टेबल कंप्यूटर का नमूना पेश किया गया। इसका वजन करीब 24 पाउंड था।
- भारत के लिए भी इस दिन का खास महत्व है। भारतीय सेना के सबसे चर्चित और महानतम सैन्य अधिकारियों में शुमार एस एच एफ जे मानेकशॉ का जन्म 1914 में आज ही के दिन हुआ था। भारतीय सेना में वह पहले अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल का ओहदा दिया गया। चार दशक के अपने सैन्य करियर में उन्होंने पांच लड़ाइयां लड़ीं। दूसरे विश्व युद्ध में ब्रिटिश इंडियन आर्मी में अपनी सेवाएं देने वाले मानेकशॉ ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ लड़ाई में भारत की जीत सुनिश्चित की।
- देश दुनिया के इतिहास में तीन अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1680 : पश्चिम भारत में मराठा सम्राज्य की नींव रखने वाले छत्रपति शिवाजी की रायगढ़ में मृत्यु।
- 1903 : समाज सुधारक एवं स्वतंत्रता सेनानी कमला देवी चट्टोपाध्याय का जन्म।
- 1914 : भारत के पहले फील्ड मार्शल एस.एच.एफ.जे. मानेकशॉ का जन्म।
- 1929 : मशहूर हिन्दी साहित्यकार निर्मल वर्मा का जन्म
- 1942 : जापान ने द्वितीय विश्वयुद्ध में अमरीका पर आखिरी दौर की सैन्य कार्यवाई शुरू की।
- 1973 : मार्टिन कूपर ने पहली बार हैंड हेल्ड मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए बेल लैब्स के जोएल एस एंजेल को फोन किया। कूपर को आज के मोबाइल फोन का जनक कहा जाता है।
- 1981 : एडम ओसबोर्न द्वारा तैयार पहले पोर्टेबल कंप्यूटर का नमूना पेश किया गया।
- 1984 : भारत के स्क्वाड्रन लीडर राकेश शर्मा को सोवियत यान में अंतरिक्ष यात्रा पर जाने के लिए चुना गया। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वह पहले भारतीय बने।
- 1999 : भारत ने अपना पहला वैश्विक संचार उपग्रह इन्सैट 1ई अंतरिक्ष में भेजा।
- 2010 : ऐपल का पहला आईपैड मार्केट में आया।
- 2012 : रूस की राजधानी मास्को में भीषण आग में 17 प्रवासी श्रमिकों की मौत।
- 2013 : अर्जेंटीना के ब्यूनस आयर्स प्रांत के उत्तरपूर्वी हिस्से में अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 100 लोगों की मौत।
- 2021 : प्रसिद्ध पत्रकार एवं साहित्यकार राधेश्याम खेमका का निधन। (भाषा)
- 2 अप्रैल : उड़ान के दौरान बम विस्फोट से विमान में हुआ सुराख, हवा के दबाव से चार यात्री गिरे
- नयी दिल्ली, 2 अप्रैल। दो अप्रैल : उड़ान के दौरान बम विस्फोट से विमान में हुआ सुराख, हवा के दबाव से चार यात्री गिरे
- दो अप्रैल का दिन दुनिया के विमानन इतिहास में एक अनोखी घटना के साथ दर्ज है। 2 अप्रैल 1986 को अमेरिका की प्रमुख विमानन कंपनी टीडब्ल्यूए के यात्री जेट विमान बोइंग 727 की एक सीट के नीचे रखा बम फटने से रोम से काहिरा जा रहे विमान में 11,000 फुट की ऊंचाई पर एक बड़ा सा सुराख हो गया और उस जगह पर बैठे चार लोग हवा के दबाव से विमान से बाहर गिर गए। इनमें आठ माह की एक बच्ची भी शामिल थी। विमान चालक ने बड़ी सावधानी से विमान को एथेंस में उतारकर बाकी यात्रियों की जान बचा ली। अरब रेवोल्यूशनरी सेल्स की एजेदीन कासम यूनिट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और इसे लीबिया के खिलाफ अमेरिकी बमबारी का बदला बताया।
- भारत के लिहाज से यह दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 2011 में आज ही के दिन भारत ने दूसरी बार क्रिकेट विश्व कप पर कब्जा करके 1983 की विश्व कप जीत की स्मृतियों को ताजा कर दिया।
- देश दुनिया के इतिहास में दो अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1679 : मुगल बादशाह औरंगजेब ने अपनी सल्तनत के हिंदुओं पर फिर से जजिया कर लगाया। इस कर को अकबर ने समाप्त किया था।
- 1902 : लॉसएंजिलिस में पहला मोशन पिक्चर थियेटर खुला।
- 1902 : हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के फनकार बड़े गुलाम अली खां का जन्म।
- 1933: भारतीय क्रिकेट के जनक माने जाने वाले रणजीत सिंह का निधन।
- 1912 : टाइटैनिक का सामुद्रिक परीक्षण शुरू।
- 1970 : 'असम पुनर्गठन अधिनियम' के तहत भारत के उत्तर-पूर्व में मेघालय को स्वायत्तशासी राज्य का दर्जा हासिल हुआ। इस राज्य का गठन असम के दो जिलों संयुक्त गारो और जयन्तिया और खासी हिल्स को मिलाकर किया गया।
- 1982 : अर्जेंटीना ने दक्षिणी अटलांटिक महासागर में स्थित फॉकलैंड द्वीप समूह पर हमला किया।
- 1986 : अमेरिकी विमानन कंपनी के बोइंग विमान में बीच हवा में बम फटने से सुराख हुआ। चार यात्री हवा के दबाव से विमान से गिरे। पायलट ने विमान को सुरक्षित उतारा।
- 1997 : सुमिता सिन्हा ने एक रिकार्ड बनाया, जब 3200 किलोग्राम वजन का एक ट्रक उनके ऊपर से गुजरा।
- 2005 : वैटिकन का सर्वोच्च पद संभालने वालों में से एक पोप जॉन पॉल द्वितीय का निधन ।
- 2011 : भारत ने 1983 में विश्व कप की शानदार जीत को दोहराते हुए दूसरी बार विश्व कप जीता।
- 2020 : दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या दस लाख के करीब पहुंची। (भाषा)
- 30 मार्च : सत्यजीत रे को मिला ‘ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट ऑनरेरी अवार्ड’
- नयी दिल्ली, 30 मार्च। 30 मार्च का दिन भारतीय सिनेमा के इतिहास में किसी मील के पत्थर से कम नहीं है, जब आस्कर में एक भारतीय फिल्मकार का नाम एक प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए पुकारा गया।
- वह 30 मार्च 1992 का दिन था, जब भारतीय सिनेमा के युगपुरूष सत्यजीत रे को ‘ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट’ मानद पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- देश के सिनेमा के इतिहास में सत्यजीत रे का नाम सुनहरे अक्षरों में दर्ज है। उन्हें 1992 में कला के क्षेत्र में उनके अमूल्य योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया गया। 1984 में उन्हें दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया। कुल 37 फिल्में बनाने वाले सत्यजीत रे की यादगार फिल्मों में पाथेर पांचाली, अपराजितो, अपूर संसार और चारूलता आदि का नाम लिया जा सकता है।
- इस बात में दो राय नहीं कि ऑस्कर एक ऐसा अवार्ड है, जिसे जीतना फिल्मी दुनिया से जुड़े लोगों के लिए किसी ख्वाब से कम नहीं। अमेरिकन अकादमी ऑफ़ मोशन पिक्चर आर्ट्स एंड साइंसेस द्वारा सिनेमा की विविध विधाओं में उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए दिए जाने वाले ऑस्कर अवार्ड की स्थापना 1929 में की गई थी। 1957 में फिल्म ‘मदर इंडिया’ पहली भारतीय फिल्म थी, जिसे ऑस्कर की विदेशी भाषा की फिल्म की श्रेणी में नामित किया गया था।
- देश-दुनिया के इतिहास में 30 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:- 1919 : महात्मा गांधी ने ‘रॉलेक्ट एक्ट’ का विरोध करने की घोषणा की।
- 1949 : राजस्थान राज्य की स्थापना। जयपुर को राजधानी बनाया गया। आजादी के पहले राजस्थान को राजपूताना के नाम से जाना जाता था।
- 1981 : अमेरिका के राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर एक बंदूकधारी ने वॉशिंगटन में गोली चलाई। घटना में 70 वर्षीय रीगन गंभीर रूप से घायल हुए।
- 1992 : फिल्मकार सत्यजीत रे को ‘ऑस्कर लाइफ टाइम अचीवमेंट ऑनरेरी’ से नवाज़ा गया।
- 1997 : कांग्रेस ने 10 महीने पुरानी एचडी देवेगौड़ा सरकार से कमज़ोर नेतृत्व का हवाला देते हुए समर्थन वापस ले लिया, जिसके बाद एक साल में तीसरी बार सरकार बदली।
- 2003 : लंदन में श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा, संगत के लिए खोला गया। समारोह में हजारों लोगों ने शिरकत की। इसे भारत से बाहर दुनिया का सबसे बड़ा गुरुद्वारा बताया गया।
- 2010 : पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में सह आरोपी आतंकवादी परमजीत सिंह भौंरा को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई। (भाषा)
- 29 मार्च : मंगल पांडे ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह की शुरुआत की
- नयी दिल्ली, 29 मार्च। देश के स्वतंत्रता संग्राम में 29 मार्च के दिन की खास अहमियत है। दरअसल 1857 में 29 मार्च को मंगल पांडे ने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह की मशाल को चिंगारी दिखा दी, जो देखते ही देखते पूरे देश में आजादी की ज्वाला में बदल गई। अंग्रेज हुक्मरान ने इस क्रांति को दबाने के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था।
- बंगाल की बैरकपुर छावनी में 34 वीं बंगाल नेटिव इंफेन्टरी के मंगल पांडे ने परेड ग्राउंड में दो अंग्रेज अफसरों पर हमला किया और फिर खुद को गोली मारकर घायल कर लिया। उन्हें सात अप्रैल, 1857 को अंग्रेजी हुकूमत ने फांसी की सजा दे दी।
- स्थानीय जल्लादों ने जब मंगल पांडेय को फांसी देने से मना कर दिया तो कोलकाता से चार जल्लादों को बुलाकर देश के इस जांबाज सिपाही को फांसी दी गई ।
- देश दुनिया के इतिहास में 29 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है।
- 1807 : जर्मनी के खगोलविद् विल्हेम ओल्बर्स ने एक छोटा सा ग्रह वेस्ता खोजा। इसे आसमान का सबसे चमकदार छोटा तारा कहा गया।
- 1849 : महाराजा दलीप सिंह ने अपने दिवंगत पिता रणजीत सिंह का सिंहासन छोड़ दिया और पंजाब पर ईस्ट इंडिया कंपनी का कब्जा हो गया।
- 1857 कलकत्ता के निकट बैरकपुर में मंगल पांडे ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंका।
- 1859 : बहादुर शाह जफर द्वितीय को 1857 की क्रांति में भागीदारी का दोषी पाया गया और अंग्रेज सरकार ने उन्हें देश निकाला देकर रंगून (अब यांगून) भेज दिया।
- 1954 : राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (नेशनल गैलरी आफ मॉडर्न आर्ट) का दिल्ली में शुभारंभ।
- 1999 : उत्तर प्रदेश के कुमायूं और चमोली (अब उत्तराखंड) में आधी रात के ठीक बाद आए 6.8 की तीव्रता के भूकंप में 100 से ज्यादा लोगों की मौत।
- 2002 : दिल्ली और बीजिंग के बीच सीधी वाणिज्यिक उड़ान सेवा फिर से शुरू।
- 2020 : देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1000 के पार। (भाषा)
- 27 मार्च : मुसलमानों को इल्म की राह दिखाने वाले सर सैयद अहमद खान की पुण्यतिथि
- नयी दिल्ली, 27 मार्च। साल के तीसरे महीने का 27वां दिन वर्ष का 86वां दिन हैं और लीप वर्ष होने पर यह साल का 87वां दिन होता है। अब साल के 279 दिन बाकी हैं। इतिहास में 27 मार्च का यह दिन कई अच्छी बुरी घटनाओं के साथ दर्ज है।
- 1898 में 27 मार्च ही वह दिन था जब देश के मुसलमानों को आधुनिक शिक्षा के उजाले से रौशन करने वाले सर सैयद अहमद खान का निधन हुआ था। उर्दू साहित्य के ज्ञाता और कई भाषाओं के जानकार सर सैयद अहमद खान ने मोहम्मडन एंग्लो-ओरिएण्टल कॉलेज की स्थापना की, जो बाद में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित हुआ। आज यह विश्वविद्यालय विश्च में मुस्लिम शिक्षा के प्रतिष्ठित स्तंभ के तौर पर जाना जाता है, जहां दुनियाभर से लोग पठन पाठन और अध्ययन के लिए आते हैं।
- देश दुनिया के इतिहास में 27 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1668 : इंग्लैंड के शासक चार्ल्स द्वितीय ने बंबई (अब मुम्बई) को ईस्ट इंडिया कंपनी के हवाले किया।
- 1855 - अब्राहम गेस्नर ने केरोसिन (मिट्टी के तेल) का पेटेंट लिया।
- 1898 : भारत के मुसलमानों के लिए आधुनिक शिक्षा की शुरूआत करने वाले सर सैयद अहमद खान का निधन।
- 1977 : स्पेन के कनेरी द्वीपों के मशहूर पर्यटन स्थल टेनेरीफ में दो जंबो जेट हवाई पट्टी पर ही टकरा गए, जिससे 583 लोगों की मौत हो गई।
- 1990 : पश्चिम बंगाल के निंपुरा में एक यात्री बस के एक पुल से टकराकर नीचे गिरने के दौरान बिजली की तारों में अटक जाने से हुए भीषण धमाके में 41 लोगों की करंट लगने से मौत और 21 अन्य बुरी तरह झुलसे।
- 1998 : अमेरिका के खाद्य और औषधि प्रशासन ने दवा बनाने वाली कंपनी फाइजर की दवा वियाग्रा को नपुंसकता के इलाज की दवा के तौर पर इस्तेमाल करने को मंजूरी दी। 2010 : भारत ने ओडिशा के चांदीपुर में परमाणु प्रौद्योगिकी से लैस प्रक्षेपास्त्र धनुष और पृथ्वी 2 का सफल परीक्षण किया।
- 2011 : जापान के फुकुशिमा में भूकंप के बाद क्षतिग्रस्त परमाणु ऊर्जा संयंत्र की एक इकाई में रेडियोधर्मी विकिरण सामान्य से एक करोड़ गुना अधिक पाया गया।
- 2022: बहरीन में हिजाब पहने महिला को प्रवेश नहीं देने के आरोप में अदलिया शहर में स्थित भारतीय रेस्तरां ‘लैंटर्न्स’ को बंद किया गया। (भाषा)
- 23 मार्च : भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव को फांसी
- नयी दिल्ली, 23 मार्च। देश और दुनिया के इतिहास में वैसे तो कई महत्वपूर्ण घटनाएं 23 मार्च की तारीख पर दर्ज हैं....लेकिन भगत सिंह और उनके साथी राजगुरु और सुखदेव को फांसी दिया जाना भारत के इतिहास में दर्ज इस दिन की सबसे बड़ी एवं महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान वर्ष 1931 में क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को 23 मार्च को फांसी दी गई थी।
- देश-दुनिया के इतिहास में 23 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1880 : भारतीय स्वतंत्रता सेनानी बसंती देवी का जन्म।
- 1910: स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी, प्रखर चिन्तक एवं समाजवादी राजनेता डॉ राममनोहर लोहिया का जन्म।
- 1931: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को अंग्रेजों ने फांसी दी।
- 1940 : मुस्लिम लीग ने पाकिस्तान प्रस्ताव को मंजूरी दी।
- 1956 : पाकिस्तान दुनिया का पहला इस्लामिक गणतंत्र देश बना।
- 1965: नासा ने पहली बार अंतरिक्ष यान ‘जेमिनी 3’ से दो व्यक्तियों को अंतरिक्ष में भेजा।
- 1986 : केन्द्रीय आरक्षी पुलिस बल की पहली महिला कंपनी दुर्गापुर शिविर में गठित की गई।
- 1987: बॉलीवुड फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत का जन्म।
- 1996: ताइवान में पहला प्रत्यक्ष राष्ट्रपति चुनाव हुआ, जिसमें ली तेंग हुई राष्ट्रपति बने।
- 2020: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 433 हुई और देश के ज्यादातर हिस्सों में लॉकडाउन लगाया गया। (भाषा)
- देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए आज ही के दिन लगाया गया था ‘जनता कर्फ्यू’
- नयी दिल्ली, 22 मार्च। इतिहास में 22 मार्च की तारीख पर कई महत्वपूर्ण घटनाएं दर्ज हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2020 में इसी दिन कोविड-19 महामारी के प्रकोप को देखते हुए ‘जनता कर्फ्यू’ लगाने का ऐलान किया था।
- सदियों पहले इसी दिन मुगलों की राजधानी दिल्ली में फारस की सेना ने कत्लेआम किया था। दरअसल, मार्च 1739 में फारस (अब ईरान) के बादशाह नादिर शाह ने भारत पर हमला कर दिया और करनाल में हुई लड़ाई में मुगलिया सेना की बुरी तरह हार हुई थी।
- मुगलों की हार के बाद नादिर शाह का दिल्ली पर कब्जा हो गया। वह अपने लाव लश्कर के साथ लालकिले पर पहुंचा तो यहां दंगे भड़क गए और लोगों ने उसकी सेना के कई सिपाहियों को मार दिया। इससे गुस्साए नादिर शाह ने दिल्ली में ‘कत्लेआम’ का आदेश दिया और आज की पुरानी दिल्ली के कई इलाकों में उसकी फौज ने आम लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस घटना को इतिहास में ‘कत्ले आम’ के तौर पर जाना जाता है।
- देश-दुनिया के इतिहास में 22 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1739: ईरान के बादशाह नादिर शाह ने अपनी फौज को दिल्ली में नरसंहार का हुक्म दिया। इसे इतिहास में ‘कत्लेआम’ के नाम से जाना जाता है।
- 1890: रामचंद्र चटर्जी पैराशूट से उतरने वाले पहले भारतीय व्यक्ति बने।
- 1894: चटगांव विद्रोह का नेतृत्व करने वाले महान क्रांतिकारी सूर्य सेन का जन्म।
- 1942 : सर स्टैफर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में क्रिप्स मिशन भारत पहुंचा। दूसरे विश्व युद्ध के दौरान जापानी नौसेना और वायुसेना ने पोर्ट ब्लेयर में कदम रखा।
- 1947: लॉर्ड माउंटबेटन आखिरी वायसराय के तौर पर भारत आए।
- 1964 : कलकत्ता में पहली विंटेज कार रैली का आयोजन।
- 1969: भारतीय पेट्रोकेमिकल्स निगम लिमिटेड का उद्घाटन।
- 1977 : आपातकाल के बाद हुए आम चुनाव में कांग्रेस की जबरदस्त हार के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंपा।
- 1993: पहली बार विश्व जल दिवस मनाया गया।
- 2000: फ्रेंच गुयाना के कौरू से ‘इनसैट 3 बी’ का प्रक्षेपण।
- 2020: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए ‘जनता कर्फ्यू’ लगाने की घोषणा की। (भाषा)
- 21 मार्च : आपातकाल का अंत
- नयी दिल्ली, 21 मार्च। 21 मार्च की तारीख इतिहास में एक बड़ी घटना की गवाह है। दरअसल 1977 में इसी दिन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में लागू आपातकाल को हटाने का ऐलान किया था।
- वर्ष 1975 में 25 जून की आधी रात को आपातकाल की घोषणा कर दी गई थी। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने इंदिरा गांधी के अनुरोध पर धारा 352 के तहत देश में आपातकाल की घोषणा की थी। इसे आजाद भारत का सबसे विवादास्पद दौर भी माना जाता है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने तो इसे भारतीय इतिहास की सबसे 'काली अवधि' की संज्ञा दी थी।
- इस दिन से जुड़ी अन्य घटनाओं की बात करें तो हिंदी सिनेमा के प्रतिष्ठित फिल्मफेयर पुरस्कार की शुरूआत भी 21 मार्च के दिन ही हुई थी। पहले पुरस्कार वितरण समारोह में सिर्फ पांच श्रेणी के पुरस्कार रखे गए थे, जिसमें फिल्म ‘दो बीघा जमीन’ ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीता।
- देश-दुनिया के इतिहास में 21 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1413: हेनरी पंचम को इंग्लैंड का राजा बनाया गया।
- 1791: ब्रिटिश सेना ने बेंगलुरू को टीपू सुल्तान से छीन लिया।
- 1836: कोलकाता में पहले सार्वजनिक पुस्तकालय की शुरुआत, अब इसका नाम ‘नेशनल लाइब्रेरी’ है।
- 1857: जापान की राजधानी तोक्यो में आए विध्वंसक भूकंप में लगभग एक लाख सात हजार लोगों की मौत हो गई।
- 1858: लखनऊ में अंग्रेजों के खिलाफ बगावत की मशाल जलाने वाले सिपाहियों ने आत्मसमर्पण किया।
- 1954 : पहले फिल्मफेयर पुरस्कार समारोह का आयोजन।
- 1916 : शहनाईवादक उस्ताद बिस्मिल्ला खां का जन्म।
- 1977 : जून 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल को समाप्त किया गया।
- 1978: बॉलीवुड अभिनेत्री रानी मुखर्जी का जन्मए।
- 2006 : ट्विटर के सह संस्थापक जैक डोर्सी ने पहला सार्वजनिक ट्वीट भेजा, जिसमें उन्होंने लिखा, ‘‘जस्ट सेटिंग अप माई ट्विटर।’’
- 2020 : कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 283 पर पहुंची। (भाषा)
- 19 मार्च: भारत और बांग्लादेश में मैत्री संधि : परस्पर सहयोग के नये युग का आगाज
- नयी दिल्ली, 19 मार्च। भारत और बांग्लादेश के इतिहास में 19 मार्च की तारीख का एक खास महत्व है। दरअसल वह 19 मार्च 1972 का दिन था जब इन दोनो देशों के बीच मैत्री एवं शांति संधि पर हस्ताक्षर हुये, जिसके साथ दोनो देशों के बीच परस्पर सहयोग का एक नया युग प्रारंभ हुआ।
- शांति और सहयोग की आधारशिला पर हुई मैत्री संधि में जिन साझे मूल्यों का उल्लेख किया गया, उनमें उपनिवेशवाद की आलोचना और गुटनिरपेक्षता जैसी बातें शामिल थीं। दोनों देशों ने एक-दूसरे से यह वादा भी किया कि वे कला, साहित्य और संस्कृति के क्षेत्रों में आपसी सहयोग को बढ़ावा देंगे।
- देश दुनिया के इतिहास में 19 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1279: मंगोलों ने चीन के सांग वंश का अंत किया।
- 1571: स्पेनी सैन्य टुकड़ियों ने मनीला पर कब्जा किया। 1920: अमेरिकी सीनेट ने वर्साय की संधि को खारिज किया।
- 1944 : आजाद हिंद फौज ने पूर्वोत्तर भारत में मुख्य भूमि पर राष्ट्रध्वज फहराया।
- 1965: इंडोनेशिया ने सभी विदेशी तेल कंपनियों का राष्ट्रीयकरण किया।
- 1972 : भारत और बांग्लादेश ने 25 साल की शांति और मैत्री संधि पर हस्ताक्षर किए।
- 1982 : प्रसिद्ध भारतीय स्वाधीनता सेनानी जे. बी. कृपलानी का निधन।
- 1998: प्रसिद्ध कम्युनिस्ट नेता एवं केरल के प्रथम मुख्यमंत्री ईएमएस नम्बूदरीपाद का निधन ।
- 1998 : अटल बिहारी वाजपेयी ने दूसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पद संभाला।
- 1990: विश्व की आईआईएचएफ अनुमोदित पहली महिला आइस हॉकी का आयोजन।
- 1996 : बोस्निया हर्जेगोविना की राजधानी सरायेवो का पुन: एकीकरण किया गया।
- 2001 : ब्रिटेन के उच्च सदन ने संगीतकार नदीम के प्रत्यर्पण का प्रस्ताव ठुकराया।
- 2004 : अमेरिका ने विश्व व्यापार संगठन में चीन पर मुकदमा ठोका।
- 2005 : पाकिस्तान ने शाहीन-द्वितीय प्रक्षेपास्त्र का सफल परीक्षण किया।
- 2008 : पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने सबरजीत की फ़ांसी 30 अप्रैल, 2008 तक रोकी।
- 2008 : संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के विस्तार पर बने नये मसौदे को भारत सहित अधिकतर देशों ने खारिज किया।
- 2020 : कोरोना वायरस के संक्रमण से देश में चौथी मौत; कुल 173 मामले । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महामारी के हालात के बारे में देश के नाम संबोधन में 22 मार्च को सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक ‘जनता कर्फ्यू’ का आह्वान किया। (भाषा)
- 18 मार्च : प्रगति मैदान में पहली बार लगा पुस्तक मेला
- नयी दिल्ली, 18 मार्च। किताबों को इंसान का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है। भारत में अच्छे लेखकों की कभी कमी नहीं रही और दुनियाभर की किताबें पाठकों तक पहुंचे इस इरादे से भारत में 1972 में पहली बार विश्व पुस्तक मेले का आयोजन किया गया। 18 मार्च से 4 अप्रैल तक राजधानी के प्रगति मैदान में लगाए गए इस मेले में 200 से अधिक प्रकाशकों ने भाग लिया और तत्कालीन राष्ट्रपति वी.वी. गिरि ने इसका उद्घाटन किया।
- इसके बाद से पिछले पचास बरस से भी अधिक समय से मेले का आयोजन पूरी भव्यता के साथ किया जा रहा है। बीते बरसों में कोविड के प्रकोप के कारण अन्य तमाम गतिविधियों की तरह मेले के आयोजन में भी बाधा आई।
- एक अन्य घटना की बात करें तो 18 तारीख का दिन इतिहास में हिंदी फिल्म अभिनेता और निर्माता शशि कपूर के जन्मदिन के तौर पर भी दर्ज है। पद्भभूषण और दादा साहब फाल्के अवार्ड से सम्मानित शशि कपूर का जन्म 18 मार्च, 1938 को कोलकाता में हुआ था।
- शशि कपूर ने एक ओर मसाला फिल्मों में अभिनय किया तो दूसरी तरफ विकसित हो रहे समानांतर सिनेमा आंदोलन को समर्थन दिया। उन्होंने रंगमंच के कलाकारों के लिए पृथ्वी थियेटर को नया आयाम दिया। चार दिसंबर 2017 को शशि कपूर का निधन हुआ।
- देश दुनिया के इतिहास में 18 मार्च की तारीख पर दर्ज कुछ अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:- 1801 : भारत में हथियार बनाने का पहला कारखाना स्थापित किया गया।
- 1858 : डीजल इंजन के खोजकर्ता रूडोल्फ डीजल का जन्म।
- 1914 : आज़ाद हिन्द फ़ौज के अधिकारी गुरबख्श सिंह ढिल्लों का जन्म।
- 1914 : अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय के पूर्व अध्यक्ष नागेन्द्र सिंह का जन्म।
- 1915 : डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट को मंजूरी दी गई।
- 1919 : रॉलेट एक्ट पारित किया गया और इसने 1915 में पारित डिफेंस ऑफ इंडिया एक्ट की जगह ली। इसके जरिए भारतीयों के नागरिक और राजनीतिक अधिकारों को कुचलने का काम किया गया।
- 1922 : महात्मा गांधी को कारावास की सजा सुनाई गई।
- 1938 : हिन्दी सिनेमा जगत के प्रसिद्ध अभिनेता शशि कपूर का जन्म।
- 1940 : इटली शासक मुसोलिनी, हिटलर के बातचीत में युद्ध में प्रवेश के लिए सहमत हुये
- 1944 : नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज ने बर्मा की सीमा पार करके भारत में प्रवेश किया।
- 1965 : रूसी अंतरिक्ष यात्री एलेक्सी लियोनोव अंतरिक्ष में प्रवेश करने वाले पहले व्यक्ति बने।
- 1972 : विश्व पुस्तक मेले की शुरूआत।
- 1980: समाजशास्त्री व मनोवैज्ञानिक एरिक फ्रॉम का निधन।
- 2000 : युगांडा में 230 लोगों ने आत्मदाह किया।
- 2015: ट्यूनीशिया में बार्डो राष्ट्रीय संग्रहालय पर बंदूकधारियों ने हमला किया है। 23 लोगों की मौत हुई, कम से कम 50 लोग घायल हुए। (भाषा)
- 17 मार्च : दुनिया में भारत का नाम रौशन करने वाली हरियाणा की दो बेटियों का जन्मदिन
- नयी दिल्ली, 17 मार्च। भारतीय इतिहास में 17 मार्च का दिन खासकर हरियाणा के लिए बहुत अहम है क्योंकि इस दिन इस राज्य में दो ऐसी बेटियों ने जन्म लिया, जिन्होंने विश्व स्तर पर अपने परिवार और राज्य ही नहीं बल्कि पूरे देश का नाम रोशन किया।
- इनमें से एक हैं 17 मार्च 1961 को करनाल में जन्मीं और अंतरिक्ष की ऊंचाइयां नापने वाली कल्पना चावला और दूसरी हैं 17 मार्च 1990 को हिसार में जन्मी बैडमिंटन जगत की सिरमौर खिलाड़ी सायना नेहवाल। इन दोनों ने अपनी उपलब्धियों से विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई।
- देश दुनिया के इतिहास में 17 मार्च की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 763 : अब्बासी खलीफा हारून-अल-रशीद का जन्म।
- 1861 : इटली का एकीकरण।
- 1920 : बांग्लादेश के पहले राष्ट्रपति शेख मुजीब-उर-रहमान का जन्म।
- 1406 : अरब इतिहासकार, समाजशास्त्री इब्ने खल्दून का जन्म
- 1957 : फिलीपीन के राष्ट्रपति रैमन मैग्सायसाय का हवाई दुर्घटना में निधन
- 1961: भारतीय महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जन्म
- 1969: गोल्डा मेयर इजराइल की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनीं।
- 1990 : भारतीय महिला बैंडमिटन खिलाड़ी सायना नेहवाल का जन्म
- 1987 : क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया।
- 1994 : रूस द्वारा नाटो की शान्ति सहयोग योजना में शामिल होने का निर्णय ।
- 1996 : क्रिकेट विश्वकप के फाइनल में श्रीलंका ने आस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराकर खिताब जीता।
- 1989 : उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे हेमवती नंदन बहुगुणा का निधन
- 2004 : नासा का मैसेंजर बुध ग्रह की कक्षा में प्रवेश करने वाला पहला अंतरिक्ष यान बना।
- 2020 : कोविड-19 के कारण देश में तीसरी मौत, संक्रमितों की संख्या बढ़कर 126 पर पहुंची। (भाषा)
- 14 मार्च महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म, स्टीफन हॉकिंग का निधन
- नयी दिल्ली, 14 मार्च (भाषा)। विज्ञान के इतिहास में 14 मार्च का खास महत्व है। दरअसल इस दिन एक महान वैज्ञानिक का जन्म हुआ था और इसी दिन एक अन्य महान वैज्ञानिक ने दुनिया से विदा ले ली थी। सापेक्षता का सिद्धांत और द्रव्यमान एवं ऊर्जा का संबंध बताने वाले महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म 14 मार्च 1879 को हुआ था और अंतरिक्ष भौतिकी को नया स्वरूप देने वाले दूसरे महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग का निधन 14 मार्च 2018 को हुआ था। दोनों ही वैज्ञानिकों की महान मेधा को निर्विवाद स्वीकार किया गया।
- हॉकिंग ने व्हीलचेयर पर बैठे-बैठे ही क्वांटम ग्रेविटी और ब्रह्माण्ड विज्ञान का अध्ययन किया और वह आइंस्टीन के बाद दुनिया के सबसे महान सैद्धांतिक भौतिकीविद् बने।
- देश-दुनिया के इतिहास में 14 मार्च की तारीख पर दर्ज कुछ और महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
- 1879 : अपने सापेक्षता के सिद्धांत से ब्रह्मांड की गुत्थियां सुलझाने वाले महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन का जन्म।
- 1883: महान अर्थशास्त्री कार्ल मार्क्स का निधन।
- 1913 : मलयाली लेखक शंकरन कुट्टी पोट्टेक्काट्ट का जन्म।
- 1931: पहली बोलती भारतीय फिल्म ‘आलमआरा’ का प्रदर्शन हुआ।
- 1939: स्लोवाकिया ने आजादी की घोषणा की।
- 1963: प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी एवं राजस्थान के मुख्यमंत्री रहे जयनारायण व्यास का निधन।
- 1965: फिल्म अभिनेता आमिर खान का जन्म।
- 1998: सोनिया गांधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की अध्यक्ष बनीं।
- 2013: शी चिनफिंग ने चीन की बागडोर संभाली।
- 2016: रूस ने सीरिया से अपनी सेनाएं वापस बुलाने की घोषणा की।
- 2018 : कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में सैद्धांतिक भौतिक विज्ञान और गणित के प्रोफेसर रहे स्टीफन हॉकिंग का निधन। शारीरिक विकलांगता के बावजूद ब्रह्मांड विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण शोध कार्य उनके संकल्प और दृढ़ इच्छा शक्ति की मिसाल हैं।
- 13 मार्च: ऊधम सिंह ने ओ’ डायर की जान लेकर जलियांवाला बाग कांड का बदला लिया
- नयी दिल्ली, 13 मार्च। देश को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए सैकड़ों युवाओं ने जान की बाजी लगा दी थी। ऐसे ही एक महान क्रांतिकारी थे पंजाब में जन्मे भारत माता के अमर सपूत ऊधम सिंह।
- ऊधम सिंह पर अमृतसर के जलियांवाला बाग नरसंहार का गहरा असर पड़ा और उन्होंने हर कीमत पर इसका बदला लेने का प्रण लिया। वह इस घटना का बदला लेने के लिए लंदन तक गए और वहां जाकर उन्होंने पंजाब के तत्कालीन लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ’ डायर की हत्या कर दी। आजादी के इस दीवाने ने निहत्थे हिंदुस्तानियों की मौत का फरमान जारी करने वाले ओ’डायर पर 13 मार्च, 1940 को ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर उसकी जान ले ली और बहादुरी की एक मिसाल कायम की।
- देश दुनिया के इतिहास में 13 मार्च की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है:-
- 1781: खगोलशास्त्री विलियम हर्शेल ने यूरेनस ग्रह का पता लगाया।
- 1800: मराठा साम्राज्य को अपनी योग्यता से शिखर पर पहुंचाने वाले राजनेता नाना फडणवीस का निधन।
- 1878 : भारतीय भाषाओं के लिए देसी प्रेस अधिनियम (वर्नाकुलर प्रेस एक्ट) पारित किया गया। इसके अगले ही दिन अमृत बाजार पत्रिका को अंग्रेजी पत्र के रूप में प्रकाशित किया जाने लगा।
- 1881: रूसी शासक अलेक्जेंडर द्वितीय की हत्या।
- 1892 : बॉम्बे-तांसा वाटर वर्क्स को खोला गया।
- 1940 : पंजाब के पूर्व लेफ्टिनेंट गवर्नर माइकल ओ’ डायर को लंदन में उधम सिंह उर्फ मोहम्मद सिंह आजाद ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसे 1919 के जलियांवाला बाग के नरसंहार के प्रतिशोध के तौर पर देखा गया।
- 1956: न्यूजीलैंड ने टेस्ट क्रिकेट खेलने का दर्जा मिलने के 26 साल बाद अपनी पहली जीत हासिल की।
- 1963 : विभिन्न खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अर्जुन पुरस्कार प्रदान करने का ऐलान किया गया।
- 1992: तुर्की में आये भूकंप से करीब 500 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग बेघर हो गए।
- 1997: मदर टेरेसा की उत्तराधिकारी के रूप में सिस्टर निर्मला को ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी’ के सुपीरियर जनरल के पद पर चुना गया।
- 2004: भारतीय शास्त्रीय संगीत की महान विभूति प्रसिद्ध सितार वादक उस्ताद विलायत खां का निधन।
- 2013: कैथलिक चर्च के 266 वें पोप के रूप में पोप फ्रांसिस का चयन।
- 2016: तुर्की के अंकारा में आत्मघाती बम विस्फोट में 37 लोगों की मौत।
- 2018: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के नौ जवानों की मौत। (भाषा)