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वेंकटचारी जगन्नाथन
चेन्नई, 29 अगस्त (आईएएनएस)| विश्व शतरंज संस्था फिडे ओल्पियाड क्वार्टर फाइनल में भारत के खिलाफ खेले गए मैच में बीच में से नाम वापस लेने के बाद भी आर्मेनिया के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगी। अर्मेनिया ने भारत के निहाल सरीन की अपने खिलाड़ी हाइके एम मार्टियोस्यान पर जीत के खिलाफ अपील की थी।
फिडे के चीफ कम्यूनिकेशन ऑफिसर ने आईएएनएस से कहा, "मैं इस बात की पुष्टि कर सकता हूं कि इस समय कोई भी अनुशास्तमक कार्रवाई नहीं की जाएगी। क्वार्टर फाइनल नॉकआउट होते है इसलिए इसमें से नाम वापस लेने का प्रभाव किसी और टीम पर नहीं पड़ेगा।"
पहले क्वार्टर फाइनल मैच में सरिन का मुकाबला मार्टियोस्यान के खिलाफ था। अर्मेनिया के खिलाड़ी ने जब 69वीं चाल चली थी तभी उनका इंटरनेट कनेक्शन चला गया और वह समय गंवा बैठे।
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इसके बाद अर्मेनिया की टीम ने अपील की और कहा कि नेट कनेक्टीविटी अच्छी है और समस्या चेस डॉट कॉम के सर्वर में थी। अर्मेनिया के खिलाड़ी लेवोन अरोनियान ने ट्वीट किया, "तीन बार ओलम्पिक विजेता के लीडर के तौर पर मैं फिडे के हमारी अपील को ना मानने से काफी निराश हूं। भारत के खिलाफ हुए हमारे मैच में, हाइक मार्टियोस्यन ने चेस डॉट कॉम में समस्या के कारण समय गंवा दिया। हमने साबित किया है कि हमारा कनेक्शन अच्छा था।"
उन्होंने कहा, "यह चेस डॉट कॉम के साथ समस्या थी, हमारी तरफ से नहीं। हमने सिर्फ इसी पोजीशन और उसी समय से मैच जारी रखने को कहा था। क्या हमने ज्यादा मांगा था?"
शतरंज खिलाड़ियों ने कहा कि समान स्थिति से गेम शुरू नहीं किया जा सकता था क्योंकि विपक्षी खिलाड़ी को चाल समझने का समय मिलता था
डेविड ने कहा, "अर्मेनिया के खिलाड़ियों को जो हताशा हुई है हम उसे समझते हैं, लेकिन हमने वही पैमाने लागू किए जो पहले के राउंड्स में किए थे- जैसे विदित संतोषी गुजराती और कोनेरू हम्पी के साथ किया था जब वो अपने मैच हार गए थे।"
अर्मेनिया टीम की अपील पर फिडे की अपील समिति ने दोनों कप्तानों के साथ चर्चा की। नियमों के मुताबिक इंटरनेट कनेक्शन की जिम्मेदारी पूरी तरह से खिलाड़ियों की है।
अपील समिति ने कहा, "उनकी अपील में, अर्मेनिया की टीम ने कहा कि वह खिलाड़ी पूरे समय जूम कॉल पर था और वीडियो कॉल में कोई समस्या नहीं आई थी। उनके विचार में, यह साबित करता है कि कमरे में इंटरनेट सही था और यह भी साबित करता है कि तकनीकी समस्या चेस डॉट कॉम के साथ थी।"