खेल
चौथे राउंड तक पहुँचने के बाद, फ़ेडरर ने अपने शरीर का ध्यान रखते हुए चैंपियनशिप बीच में ही छोड़ने का निर्णय लिया.
39 वर्षीय फ़ेडरर ने कहा, "घुटने की दो सर्जरी और पुनर्वास के क़रीब एक साल बाद यह ज़रूरी है कि मैं अपने शरीर की सुनूँ और ऐसे समय में जब मैं ठीक हो रहा हूँ, तो ख़ुद को ज़रूरत से ज़्यादा ना धकेलूं."
20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फ़ेडरर ने तीसरे राउंड में जर्मनी के डोमिनिक कोपफ़र को शिकस्त दी थी और सोमवार को चौथे राउंड में उनका मुक़ाबला इटली के माटेओ बारेट्टीनी से होना था.
फ़्रेंच ओपन के आयोजकों द्वारा जारी फ़ेडरर के एक बयान के अनुसार, "अपनी टीम से चर्चा करने के बाद, मैंने ये तय किया है कि मैं फ़्रेंच ओपन बीच में छोड़ रहा हूँ. मैं इस बात से ख़ुश हूँ कि मैंने तीन मैच जीते. कोर्ट पर वापस लौटने से ज़्यादा सुखद मेरे लिए कुछ नहीं हो सकता. जल्द मुलाक़ात होगी."
फ़ेडरर ने 2009 में फ़्रेंच ओपन का खिताब जीता था. मगर मौजूदा समय में यह कोई छिपी हुई बात नहीं कि फ़ेडरर का निशाना इस साल के विंबलडन मुक़ाबले पर है जो 28 जून से शुरू हो रहा है.
जर्मनी के डोमिनिक कोपफ़र के साथ शनिवार को हुए मैच में भी फ़ेडरर को काफ़ी ज़ोर लगाना पड़ा था. उन्होंने 7-6, 6-7, 7-6, 7-5 से ये मैच जीता था. मैच के दौरान फ़ेडरर थोड़े असहज दिख रहे थे और मैच के बाद उन्होंने यह संकेत दिया था कि अगर उनके घुटने के लिए ज़रा भी जोखिम होगा तो वे चैंपियनशिप बीच में छोड़ने पर भी विचार करेंगे.

ब्रिटेन के टेनिस खिलाड़ी एंडी मरे ने फ़ेडरर के निर्णय को बिल्कुल सही ठहराया है.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि "बास्केटबॉल और फ़ुटबॉल जैसे खेलों से अलग, टेनिस में किसी खिलाड़ी के पास इतनी सहूलियत नहीं होती कि वो सेट्स के बीच में ज़रा भी पकड़ ढीली करे. इसलिए जैसे आपका शरीर कहे, वैसे करना चाहिए. मैं मानता हूँ कि फ़ेडरर का यह निर्णय सही है."
पेरिस पहुँचने से पहले फ़ेडरर अपने लक्ष्यों के बारे में खुलकर बात कर रहे थे. उन्होंने कहा था कि वे फ़्रेंच ओपन को कोर्ट पर वापसी की प्रैक्टिस के तौर पर ले रहे हैं जिसके ज़रिये वो यह अंदाज़ा लगाना चाहेंगे कि क्या उनका घुटना अब पूरी तरह ठीक हो चुका है ताकि उसी हिसाब से विंबलडन के हरे कोर्ट पर उतरने की तैयार की जा सके.
रूस के टेनिस खिलाड़ी दानील मेदवेदेव ने भी फ़ेडरर के निर्णय को सही बताया है. उन्होंने कहा, "सभी जानते हैं कि वे (फ़ेडरर) एक और ग्रैंड स्लैम जीतना चाहते हैं और वो विंबलडन से बेहतर कुछ नहीं हो सकता. वो हरे मैदान के बादशाह हैं. उनके लिए ये सही मौक़ा है. वो उसके लिए तैयारी करना चाहते हैं. इसमें कुछ भी ग़लत नहीं."

इस साल अगस्त में रोजर फ़ेडरर 40 साल के हो जायेंगे. पिछले कुछ सालों में उन्होंने कई बार फ़्रेंच ओपन नहीं खेला, ताकि वे अपने शरीर को आराम दे सकें.
साल 2019 में फ़ेडरर सेमी-फ़ाइनल तक पहुँच गये थे, लेकिन पिछले साल घुटने की सर्जरी की वजह से वे टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाये थे.
फ़ेडरर ने हालांकि ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है कि इस बार का फ़्रेंच ओपन, क्या उनका आख़िरी फ़्रेंच ओपन होने वाला है.
कुछ जानकारों का मानना है कि फ़ेडरर बेशक एक अच्छी याद के साथ फ़्रेंच कोर्ट को अलविदा कहना चाहेंगे.
फ़्रेंच ओपन-2021 में तीसरे और अपने अंतिम मुक़ाबले में फ़ेडरर ने खाली स्टेडियम में अपनी जीत दर्ज की थी, क्योंकि कोरोना महामारी से संबंधित प्रतिबंधों के कारण फ़िलहाल स्टेडियम में लोगों का प्रवेश वर्जित है.
ऐसे में जहाँ टेनिस के खिलाड़ियों को खचाखच भरे स्टेडियमों में खेलने की आदत होती है, एक टेनिस सुपरस्टार का ऐसा फ़ेयरवेल उचित तो नहीं लगता. (bbc.com)


