राजनांदगांव

सीएम-गृहमंत्री दें इस्तीफा- कुलबीर
29-Oct-2024 2:56 PM
सीएम-गृहमंत्री दें इस्तीफा- कुलबीर

बलरामपुर की घटना खराब कानून व्यवस्था का नतीजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 अक्टूबर।
बलरामपुर जिले में पुलिस अभिरक्षा एवं पुलिस प्रताडऩा में हुई मौत को लेकर शहर जिला कांग्रेस व जिला ग्रामीण कांग्रेस कमेटी ने प्रेसवार्ता लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाया। 

प्रेसवार्ता में बताया गया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ चुकी है तथा आपराधिक घटनाएं रोकने में भाजपा सरकार पूरी तरह फेल हो चुकी है। प्रदेश में भय व आतंक का माहौल बना हुआ है। लूट, डकैती व हत्या जैसी वारदातें लगातार बढ़ रही है। जिससे प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बद से बदहाल हो चुकी है।

सोमवार को शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि बलरामपुर जिले में मृतक गुरुचरण मंडल की पत्नी विगत 29 सितंबर से लापता हो गई। जिसकी पूछताछ को लेकर मृतक युवक व उनके पिता को पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए पुलिस ने 4 दिनों तक हिरासत में रखा गया। जबकि किसी भी व्यक्ति को पुलिस 24 घंटे से अधिक समय तक हिरासत में नहीं रख सकती। गुरुचरण मंडल, उनके पिता तथा एक अन्य को चार दिनों तक थाना में हिरासत में क्यों रखा गया? 24 घंटे के भीतर कोर्ट में क्यों प्रस्तुत नहीं किया गया? मृतक के पास टॉवेल कहां से आया। जबकि उसके पिता का कहना है उसके पास कोई टॉवेल नहीं थी? पुलिस का कहना है कि मृतक गुरुचरण की मौत बाथरूम में फांसी लगाने से हुई है तो मृतक के शरीर का पंचनामा परिजनों व परिचितों के सामने क्यों नहीं किया गया? मृतक के शव को थाने से अस्पताल ले जाते उसके पिता ने देखा, लेकिन उसके मौत की जानकारी थाना में उनको क्यों नहीं दिया गया? मृतक के परिजन शव को दफनाने की मांग कर रहे थे, पुलिस जलाना क्यों चाहती थी। हालांकि बाद में दबाव के कारण दफनाया गया। इससे साफ है कि प्रदेश की भाजपा सरकार के दबाव में पुलिस प्रशासन काम करा रही है।

कांग्रेस संगठन की मांग
इस मामले की उच्च न्यायालय के जज की निगरानी में जांच कराया जाए। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक, एसडीओपी तथा टीआई की भूमिका संदिग्ध है, उन सबके खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए। 

मृतक के शरीर का डॉक्टरों का दल बनाकर फिर से पोस्टमार्टम कराया जाए। मृतक के परिवार को 1 करोड़ मुआवजा दिया जाए। प्रदेश की बिगड़ती कानून व्यवस्था की नैतिक जिम्मेदारी लेकर मुख्यमंत्री इस्तीफा दे, गृहमंत्री को बर्खास्त किया जाए। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी शारदा तिवारी, श्रीकिशन खंडेलवाल, पंकज बांधव, पीसीसी मेहुल मारू, शहर कांग्रेस महामंत्री अमित चंद्रवंशी, उत्तर ब्लॉक अध्यक्ष आसिफ अली मौजूद रहे।
 


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