राजनांदगांव

केंद्र सरकार ने बिक्री और उपयोग पर लगाया प्रतिबंध
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 30 अक्टूबर। खेतों में खरपतवार के सफाए के लिए प्रयुक्त की जाने वाली नाशक दवा ग्लाईसोफेट को केंद्र सरकार ने कैंसर बीमारी होने के आशंका के चलते प्रतिबंधित कर दिया है। केंद्र सरकार ने राज्य के कृषि विभाग को फौरन इस रासायनिक दवाई के बिक्री और उपयोग पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार ने साफ तौर पर राज्य सरकार के आला अफसरों को चेताया है कि इस दवा के प्रयोग से कैंसर होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में इसकी प्रदेश और जिलों में बिक्री नहीं होनी चाहिए। प्रतिबंध के बावजूद उपयोग करने पर कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
कृषि विभाग के स्थानीय सहायक संचालक बीरेन्द्र कुमार ने बताया कि विश्वभर में खरपतवार नाशक ग्लाईसोफेट से कैंसर होने की आशंका के चलते प्रतिबंध लगाया गया है। किसानों के बीच राउंडअप नामक दवा ग्लाईसोफेट मिश्रित है। यह दवा काफी मशहूर है। खरपतवार के खात्मे के लिए किसान इसका उपयोग करते हैं। इससे खेतों की उर्वरा क्षमता भी प्रभावित होगी। साथ ही कैंसर समेत अन्य जानलेवा बीमारी होने की चपेट में आ सकते हैं।
बताया जा रहा है कि यह दवाई काफी सस्ती और प्रभावकारी होने के कारण किसान इसका बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं। जिले की सहकारी समिति एवं निजी खाद उर्वरक दवा के दुकानों में ग्लाईसोफेट राउंडअप की बिक्री पर रोक लगाने निर्देश जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि खरपतवार को हटाने के लिए लंबे समय से उक्त दवा का उपयोग किया जा रहा है। विश्वभर में इस दवा के उपयोग को लेकर भी विवाद बढ़ गया है। यही कारण है कि केंद्र ने इस दवा को प्रतिबंधित सूची में शामिल कर लिया है।