रायपुर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 1 मई। नक्सलियों के शांति वार्ता की अपील के बीच बीजापुर क्षेत्र के ग्रामीण आज रायपुर में सीएम विष्णु देव साय और राज्यपाल रमेन डेका से मिले। इनसे मुलाकात के बाद
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, आज सुकमा, बीजापुर और कांकेर क्षेत्र के नक्सल पीडि़तों, जिन्होंने जिनमें से कुछ ने अपनी आंखें खो दी हैं और कुछ नक्सलियों के कारण विकलांग हो गए हैं, इन्होंने कर्रेगुट्टा में जारी नक्सल विरोधी अभियान जारी रखने के लिए आवेदन किया है। सीएम ने कहा कि जो लोग यहां से दिल्ली तक इस अभियान को रोकने की कोशिश कर रहे हैं, वे कभी उनसे मिलने नहीं आए, कभी उनकी समस्याएं नहीं सुनीं। ये लोग आज राज्यपाल से भी यह आवेदन करेंगे। इन ग्रामीणों का कहना था कि शांति वार्ता की पहल करने वाले हिंसा के दौर में पहले क्यों नहीं आए? ।
डेका से आज राजभवन में बस्तर क्षेत्र के कांकेर, नारायणपुर और सुकमा जिले के नक्सल हिंसा से पीडि़त ग्रामीणों ने मुलाकात की और अपनी समस्याओं से अवगत कराया। श्री डेका ने नक्सल पीडि़तों को हर संभव मदद् देने की बात कही।
राज्यपाल श्री डेका ने सभी पीडि़तों से बात चीत की। शासन की ओर से नक्सल हिंसा से प्रभावित ग्रामीणों को जो सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है उस राशि का सदुपयोग करने कहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में एवं केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की विशेष पहल पर केंद्र शासन द्वारा बस्तर क्षेत्र में नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सतत् कार्रवाई की जा रही है तथा वर्ष 2026 तक इस क्षेत्र को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने तथा इन क्षेत्रों के विकास के लिए लगातार कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने नक्सल हिंसा से दिव्यांग हुए सुकमा जिले के ग्राम चिंता गुफा निवासी राहुल सोड़ी का इलाज एम्स रायपुर में कराने के निर्देश दिये। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ. सी. आर. प्रसन्ना, गृह मंत्री के ओएसडी अमर सिदार सहित पीडि़त ग्रामीण भी उपस्थित थे।