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नई दिल्ली, 6 मार्च | असम में एक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) की हत्या के सात साल बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने तीन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी-एस) के आतंकवादियों के खिलाफ आरोप पत्र (चार्जशीट) दायर किया है। एनआईए ने शुक्रवार को गुवाहाटी में विशेष अदालत के समक्ष आरोप पत्र दायर किया।
एजेंसी द्वारा बिष्णु नारजारी, नितुल डेमारी और रुनिलुइश डेमारी नामक आतंकियों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं सहित शस्त्र अधिनियम की धारा लगाई हैं।
यह मामला शुरूआत में 28 जनवरी 2014 को असम के सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली पुलिस स्टेशन पर दर्ज किया गया था। आतंकियों ने घात लगाकर एएसपी पर हमला किया गया था, जिसमें तत्कालीन एएसपी (सोनितपुर) गुलजार हुसैन और एक नागरिक की मौत हो गई थी।
हमले में कई अन्य पुलिस कर्मी भी घायल हुए थे।
एनआईए ने 7 अगस्त, 2019 को इस मामले में फिर से प्राथमिकी दर्ज की जांच की जिम्मेदारी संभाली।
आतंकवाद निरोधी एजेंसी ने कहा, "मामले की जांच से पता चला है कि एनडीएफबी-एस के सदस्यों ने घात लगाकर हमला किया था, जिसके परिणामस्वरूप तत्कालीन एएसपी और एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि कई पुलिस कर्मी घायल हो गए।"
बिष्णु और नितुलको एक अन्य मामले में भी दोषी ठहराया गया है, जिसमें इन्हें क्रमश: मृत्युदंड और आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। (आईएएनएस)