राष्ट्रीय

अगरतला, 11 फरवरी | त्रिपुरा पुलिस ने 11 जनजातीय लड़कियों को संभवत: ट्रैफिकिंग के मकड़जाल से बचाया है और इस संबंध में एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि उन्हें उत्तरी त्रिपुरा में जनजातीय शरणार्थी शिविरों से अगरतला लाया गया है।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, बचाई गई जनजातीय लड़कियां अब एनजीओ चाइल्ड लाइन के घर पर हैं, जिन्होंने पुलिस को इन लड़कियों के बचाव अभियान में मदद की थी। इन लड़कियों में से दो की उम्र 18 साल और अन्य की उम्र 18 साल से कम है।
घटना की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों ने बच्चों के माता-पिता को उनसे मिलने और उनकी बेटियों के बारे में जानकारी देने को कहा है।
पुलिस और चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को संदेह है कि इन लड़कियों के साथ पकड़े गए व्यक्ति ने शायद लड़कियों और उनके माता-पिता को आकर्षक मजदूरी का वादा किया था।
गिरफ्तार व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि लड़कियों को उनके गरीब माता-पिता की सहमति से पश्चिमी त्रिपुरा के कई घरों में घरेलू कामवाली के रूप में काम करवाना था।
हालांकि, पुलिस ने उसके दावे पर विश्वास नहीं किया और पुलिस को संदेह है कि यह घटना मानव तस्करी से संबंधित हो सकती है। (आईएएनएस)