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पाकिस्तान के दो मुख्य विपक्षी दलों के नेताओं ने सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) पार्टी पर गिलगित-बल्तिस्तान चुनावों में धांधली का आरोप लगाया है.
हालांकि अभी तक चुनाव के अंतिम परिणाम जारी नहीं किए गए हैं लेकिन स्थानीय और राज्य मीडिया पर प्रसारित रिपोर्टों के अनुसार, इन चुनावों में पीटीआई को बढ़त मिली हुई है.
अनौपचारिक और अपुष्ट परिणामों के अनुसार, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ पार्टी ने गिलगित-बल्तिस्तान की 23 में से नौ निर्वाचन क्षेत्रों में बढ़त बना रखी है.
सरकारी न्यूज़ आउटलेट 'रेडियो पाकिस्तान' की एक रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआती रुझानों में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी तीन सीटों पर जबकि पीएमएल-एन दो सीटों पर आगे चल रही है.
गिलगित बल्तिस्तान में चुनाव कराने के पाकिस्तान के फ़ैसले पर कड़ा विरोध जताते हुए भारत ने कहा था कि इस इलाके़ की स्थिति में किसी भी तरह के बदलाव की कार्रवाई अवैध है.
धांधली का आरोप
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार प्रधानमंत्री इमरान ख़ान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) ने आठ सीटें जीत ली हैं और वो एक सीट पर आगे चल रही है.
एक उम्मीदवार की चुनाव प्रक्रिया के बीच मौत हो जाने के कारण एक सीट पर मतदान स्थगित कर दिया गया था.
रविवार को कड़े सुरक्षा इंतज़ामों के बीच कुल 23 सीटों के लिए हुए चुनाव में विपक्षी पार्टियों ने धांधली का आरोप लगाया है.
बिलावल ने क्या कहा
पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी चुनाव प्रचार के सिलसिले में गिलगित-बल्तिस्तान में मौजूद हैं.
उन्होंने सोमवार को अपनी पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि गिलगित-बल्तिस्तान के चुनाव में धांधली हुई है.
अपुष्ट और अनाधिकारिक नतीजों के विरोध में गिलगित के डीसी चौक पर बिलावल ने कहा, "हमारे उम्मीदवारों को पीपीपी छोड़कर पीटीआई में शामिल होने के लिए दबाव डाला गया."
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उन्होंने कहा, "आपका मैंडेट चोरी किया गया है. गिलगित बल्तिस्तान के वोट पर डाका डाला गया है. मैं एक महीने से आप के बीच हूं. मैंने इस सरज़मीं के चप्पे-चप्पे का दौरा किया है. मैं पाकिस्तान की आवाम को बताना चाहता हूं कि गिलगित बल्तिस्तान के आवाम ग़ैरतमंद लोग हैं. गिलगित बल्तिस्तान के लोगों ने डोगरा राज से ख़ुद आज़ादी छीनी है. यहां के लोग आपको अपने वोटों की चोरी करने नहीं देंगे."
निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) ने भी इन अनाधिकारिक नतीजों को ख़ारिज किया है और कहा है कि उनकी पार्टी इसका विरोध करेगी. पीएमएल (एन) के महासचिव एहसान इक़बाल ने कहा, "लोगों से उनका हक़ छीन लिया गया है."
"निर्दलीय उम्मीदवारों ने पीटीआई के प्रत्याशियों पर जीत दर्ज की है. निर्दलीय उम्मीदवारों की जीत से पता चलता है कि लोगों ने पीटीआई को ख़ारिज कर दिया है."
ट्विटर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए पीएमएल (एन) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज़ ने कहा कि पूरे राज्य की सत्ता, सरकारी एजेंसियों और ताक़त के जोर पर भी पीटीआई साधारण बहुमत नहीं हासिल कर पाई. ये शर्मनाक हार है.
इन चुनावों ने 330 उम्मीदवारों ने हिस्सा लिया था जिनमें चार महिलाएं भी थीं.
हालांकि मीडिया रिपोर्टों में ये कहा जा रहा है कि पीटीआई सरकार बनाने के लिए ज़रूरी नंबर नहीं जुटा पाई है लेकिन चुनावों में आगे चल रहे छह-सात स्वतंत्र उम्मीदवारों की मदद से सरकार बनाने की उसकी कोशिशें परवान चढ़ सकती हैं.(bbc)